Bareilly News: बरेली में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. जांच में खुलासा हुआ है कि कई अभ्यर्थियों ने फर्जी जाति और आय प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी हासिल की थी. प्रशासनिक जांच में गड़बड़ी की पुष्टि के बाद अब इन प्रमाणपत्रों को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जानकारी के मुताबिक, सबसे ज्यादा फर्जी प्रमाणपत्र आंवला तहसील में पकड़े गए हैं, जहां 8 दस्तावेज गलत पाए गए. सदर तहसील में 2, फरीदपुर में 5, नबावगंज में 2 और बहेड़ी तहसील में 1 प्रमाणपत्र फर्जी निकला है. संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और दोषियों के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया भी शुरू की जाए.
2024 में निकली थी भर्तियां
बरेली में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती में अनियमितताओं की पुष्टि हो गई है. दरअसल, 15 मार्च, 2024 को निकले 311 पदों के विज्ञापन के बाद से ही इस भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे थे. कई आवेदकों ने आरोप लगाते हुए शिकायतें की थीं, जिन पर जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए थे. एसडीएम स्तर पर हुई जांच में 18 मामलों में फर्जी प्रमाणपत्रों की पुष्टि हुई है. इनमें फर्जी जाति और आय प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल कर नियुक्ति हासिल करने की कोशिश की गई थी. अब इन प्रमाणपत्रों को रद्द किया जाएगा और जिन अभ्यर्थियों की नियुक्ति इन दस्तावेजों के आधार पर हुई है, उनकी भर्ती भी रद्द कर दी जाएगी. ऐसे सभी पदों को रिक्त मानते हुए दोबारा भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
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इन लोगों के मिले फर्जी प्रमाणपत्र
आंवला तहसील के मझगवां विकासखंड में शिवपुरी केंद्र की रजनी, राजपुरकलां की बबली दक्ष, खनगवां श्याम की प्रेमकुमारी, गुरुगांवा की नीरज और अतरछेड़ी की पुष्पा के आय प्रमाणपत्र गलत पाए गए. इसी ब्लॉक के कमालपुर केंद्र की हरमाया का निवास प्रमाणपत्र भी जांच में असत्य सिद्ध हुआ. विकास खंड आलमपुर जाफराबाद के बेहटा केंद्र की आरती, फरीदपुर के देवरनियां केंद्र की विंदेश कुमारी और ढंढूली की स्नेहा का निवास प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया. वहीं, भुता विकासखंड के ककरा कला केंद्र की सोनी देवी और मेवाशरफापुर की नसीम बानो का भी आय प्रमाणपत्र सही नहीं मिला. भुता क्षेत्र के अंगदपुर खमरिया की नीलम गंगवार, बहेड़ी तहसील की परोही निवासी इशतर अंसारी, भदपुरा ब्लॉक के बवूरा बदूरी की मोरकली, नवाबगंज के घाटमपुर केंद्र की अनीता देवी और क्यारा ब्लॉक की सरायतल्फी की गायत्री व रुपपुर की नरगिश के निवास प्रमाणपत्र भी जांच में फर्जी पाए गए.
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