Vishwabandhu ji Passed Away: बिहार में इप्टा आन्दोलन से जुड़े रहें विश्वबंधु जी आरंभिक दिनों में इप्टा बैले टीम के महत्वपूर्ण साथी थे और लोक नृत्यों के माध्यम से जनाकांक्षा और अभिव्यक्ति को एक आयाम देने का काम किया. विश्वबंधु जी लम्बे समय तक पटना इप्टा के सरंक्षक रहे और उम्र की बाधा को पाटते हुए इप्टा की गतिविधियों को सरगर्म रखने में सहयोग किया. इप्टा की स्थापना के साठ वर्ष पूरे होने पर बिहार इप्टा ने विश्वबंधु जी ‘इप्टा हीरक जयंती सम्मान’ से सम्मानित किया था.
कई पुरस्कार से हुए सम्मानित
कालांतर में विश्वबंधु जी सुरांगन नामक संस्था की स्थापना की और इसके माध्यम से बिहार के लोकनृत्य को राष्ट्रीय ख्याति दिलाने में महत्ती भूमिका का निर्वहन किया. विश्वबंधु जी को बिहार में लोकनृत्य के विकास एवं संवर्द्धन में अविस्मरणीय योगदान के लिए बिहार प्रशासन द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड और संगीत नाटक अकादमी द्वारा टैगोर अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
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क्या बोले बिहार इप्टा के सदस्य
विश्वबंधु जी के निधन से बिहार का कला जगत मर्माहत है और बिहार इप्टा परिवार शोकाकुल है. विश्वबंधु जी ने बिहार के लोकनृत्य को जो आयाम दिया है वह अद्वितीय है. बिहार इप्टा अपने अग्रज के निधन पर शोक व्यक्त करती है और इस दुःख की बेला में पूरा बिहार इप्टा परिवार विश्वबंधु जी के परिवार के साथ है.
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