उरीमारी. लगातार बारिश के कारण बरका-सयाल क्षेत्र व आसपास के ग्रामीण इलाकों पर व्यापक प्रभाव पड़ा है. उरीमारी, न्यू बिरसा व सयाल डी खदान से कोयले का उत्पादन प्रभावित रहा. बिरसा परियोजना से उत्पादन शून्य रहा. यहां से कोयला ट्रांसपोर्टिंग भी नहीं हुई. खदानों के कई हिस्से में पानी भर गया है. कोलियरियों से आम दिनों के मुकाबले 20 प्रतिशत ही उत्पादन हुआ. उत्पादन बाधित रहने के कारण रेलवे रैक डिस्पैच में भी काफी कमी आयी. साइडिंग से तीन-चार रैक की जगह केवल एक रैक कोयला डिस्पैच हुआ. प्रबंधन ने बताया कि बारिश थमने के बाद सभी खदानों से पंपिंग कर पानी निकाला जायेगा. उसके बाद ही उत्पादन सामान्य हो सकेगा. ट्रांसपोर्टिंग मार्ग की भी मरम्मत की जायेगी. बारिश के कारण सयाल उरीमारी के बीच दामोदर उफान पर है. जलापूर्ति पंप सेट हटाने के कारण इलाके में जलापूर्ति ठप है. बारिश के कारण गरसुल्ला बना टापू. गरसुल्ला का तेतरिया पुल के बह गया है. जबकि बगरैया पुल व पोटोमोढ़ा का पुल भी डूब गया है. इसके कारण गरसुल्ला पंचायत क्षेत्र टापू बन गया है. दर्जनों गांव का संपर्क कट गया है. जरजरा, घनसलैया, बर टोला, चानो, लुरूंगा, पसरिया, पोटोमोढ़ा, कुरकुट्टा, अंबा टोला होते हुए गिद्दी क्षेत्र के लोग प्रभावित हैं. तेतरिया पुल बहने से जल-नल योजना का पाइप लाइन भी बह गया. जलापूर्ति ठप हो गयी है.
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