संवाददाता, जामताड़ा. खानकाहे बोखारिया जाहानिया, जीतुडंगाल स्थित बोखारी मोहल्ला में जलसा-ए-गौसुलवरा का आयोजन किया गया. मौके पर हजारों अकीदतमंदों की भारी भीड़ उमड़ी. महफिल में रूहानी माहौल बना रहा. कार्यक्रम की अध्यक्षता हजरत जुलकरनैन बोखारी साहब ने की, जो मुख्य अतिथि थे. उनके साथ दो साहबजादे हजरत सैफ रजा और हजरत दाइम रजा ने भी अपनी रूहानी मौजूदगी से जलसे के रौनक में चार चांद लगा दिए. दूर-दराज़ से तशरीफ लाए नामवर उलेमा-ए-किराम ने अपनी बयानात के जरिए पैगाम-ए-मोहब्बत, इंसानियत और अमन का संदेश दिया. मौलाना निसार अहमद (कलकत्ता), मौलाना सहनवाज हासशान (ओडिशा), सफीउल्लाह मिस्वाही और इसराफिल नुमानी ने अपने इल्मी और रूहानी तकरीरों से श्रोताओं के दिलों को रोशन कर दिया. मौके पर बोखारी मोहल्ले के जिम्मेदारों और खानकाह से जुड़े लोगों ने मेहमानों का इस्तकबाल किया. जलसा में कुरआनखानी, नात-ए-पाक और सलाम-ए-रसूले पाक की महफिल सजाई गई, जिससे इलाका रोशन हो उठा. कार्यक्रम का समापन रूहानी दुआ और सलाम के साथ हुआ. मौके पर बड़ी तादाद में स्थानीय लोग, उलेमा, बुजुर्ग और नौजवान मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
The post उलेमा-ए-किराम ने पेश किये पैगाम-ए-मोहब्बत appeared first on Naya Vichar.