नया विचार न्यूज सरायरंजन : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को सरायरंजन प्रखंड के नरघोघी स्थित अभियंत्रण महाविद्यालय के सभागार में भाजपा नेताओं के साथ संवाद में विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर विस्तृत चर्चा की। इसमें समस्तीपुर, वैशाली,मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी,शिवहर, मधुबनी,दरभंगा और झंझारपुर क्षेत्र के 12 सांगठनिक जिलों के वरीय नेताओं ने हिस्सा लिया। अमित शाह ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सीटों का बंटवारा एनडीए घटक दलों के नेता आपसी सहमति से तय करेंगे, लेकिन स्थानीय नेताओं की सबसे बड़ी जिम्मेदारी बूथ स्तर पर जीत सुनिश्चित करना होगा।
इसके लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं को माइक्रो मैनेजमेंट की रणनीति समझायी। उन्होंने कहा कि हर नेता अपने –अपने स्तर से कार्यकर्ताओं को इस रणनीति से अवगत करायें। बैठक में शामिल अधिकांश नेताओं और कार्यकर्ताओं के मोबाइल फोन बाहर ही जमा करा दिए गए थे। गृह मंत्री ने अगले 50 दिनों में पूरे किए जाने वाले कार्यों का गुरु मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि 225 सीटों का लक्ष्य बड़ा जरूर है, लेकिन बूथ स्तर तक एकजुट प्रयास और माइक्रो मैनेजमेंट के सहारे इसे हासिल करना कठिन नहीं है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बिहार में चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। उन्होंने नेताओं और कार्यकर्ताओं को घर-घर अभियान चलाने का निर्देश दिया, ताकि प्रशासन और पार्टी की नीतियों को जनता तक पहुंचाया जा सके। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए आत्मनिर्भर हिंदुस्तान और हर घर स्वदेशी अभियान से संबंधित विशेष जिम्मेदारियां भी सभी को सौंपी। कार्यक्रम का उद्घाटन अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने की। संचालन समस्तीपुर दक्षिणी भाजपा जिलाध्यक्ष शशिधर झा ने किया। मौके पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिंहा, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री हरि सहनी, भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री संजय सरावगी, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री डॉ.राजभूषण निषाद,दरभंगा के भाजपा सांसद गोपाल जी ठाकुर आदि मौजूद रहे।
केंद्र की योजनाओं एवं प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों को घर-घर पहुंचना कार्यकर्ताओं का मुख्य दायित्व: शाह
प्रखंड के नरघोघी स्थित अभियंत्रण महाविद्यालय में पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए सीधा संदेश दिया। उन्होंने चुनाव में सफलता के लिए एकजुटता, अनुशासन और संगठन की मजबूती सबसे अहम बताया है। शाह करीब डेढ घंटे तक चली बैठक में उपस्थित नेताओं और पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश देते रहे। बैठक को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। सुबह से ही इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में पुलिस-प्रशासन औ सुरक्षा बलों की तैनाती देखी गई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आगमन को लेकर पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया था। वहीं कार्यक्रम स्थल पर सेना के हेलीकॉप्टर से अमित शाह पहुंचे। नरघोघी हाई स्कूल के स्पोर्ट्स मैदान में अस्थायी हेलीपैड बनाया गया था। हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद शाह सीधे कॉलेज ऑडिटोरियम पहुंचे। जहां बैठक आयोजित की गई। बैठक में 12 संगठन जिलों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल थे। इनमें सांसद, राज्यसभा सदस्य, विधायक, विधान परिषद सदस्य, पूर्व सांसद, पूर्व विधान परिषद सदस्य, पूर्व विधायक, जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री, क्षेत्रीय प्रभारी, क्षेत्रीय सह प्रभारी, जिला कोर कमेटी, जिला महामंत्री, विधानसभा प्रभारी, संयोजक और विस्तारक तक मौजूद थे। शाह ने सभी से कहा कि पार्टी को मजबूत करने में हर कार्यकर्ता की भूमिका अहम है। व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा से ऊपर उठकर संगठन के फैसले को सर्वोपरि रखना होगा। बैठक में शाह ने नेताओं को स्पष्ट संदेश दिया कि संगठन की लाइन से हटकर व्यक्तिगत बयानबाजी और अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा किकार्यकर्ताओं का भरोसा और जनता की उम्मीदें ही चुनावी सफलता का आधार हैं। हर विधानसभा क्षेत्र में बूथ स्तर तक की तैयारी सुनिश्चित करनी होगी। शाह ने विशेष तौर पर यह भी कहा कि केंद्र प्रशासन की योजनाओं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को जनता तक पहुंचाना ही कार्यकर्ताओं का मुख्य दायित्व है। विकास कार्यों और कल्याणकारी योजनाओं की सही जानकारी गांव-गांव तक ले जाने से विपक्ष की साजिशों को जवाब दिया जा सकता है। बैठक के दौरान संगठन – विस्तार, चुनावी रणनीति, स्थानीय समीकरण और विपक्ष की चुनौतियों पर भी चर्चा हुई। शाह ने नेताओं से कहा कि चुनाव सिर्फ टिकट पाने का स्पोर्ट्स नहीं है, बल्कि जनता का विश्वास जीतने की प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया में अनुशासन और एकजुटता की कसौटी पर खरा उतरना होगा। करीब एक घंटे की इस बैठक के बाद अमित शाह पुनः हेलीकॉप्टर से लौट गए। हालांकि मीडिया से उन्होंने कोई औपचारिक बातचीत नहीं की, लेकिन बैठक से बाहर निकले नेताओं ने माना कि शाह का संदेश स्पष्ट और सख्त था कि पार्टी पहले और व्यक्ति बाद में है।