गुमला. गुमला में अधिकांश किसानों को धान बीज नहीं मिला है, जिससे किसानों में आक्रोश है. धान बीज की मांग को लेकर बुधवार की सुबह किसान सड़क पर उतर शहर के पटेल चौक के समीप रांची व छत्तीसगढ़ मार्ग को डेढ़ घंटे तक जाम रखा व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. सुबह आठ बजे से साढ़े नौ बजे तक किसान बीच सड़क पर बैठ रहे. रांची, गुमला, छत्तीसगढ़, ओड़िशा व लोहरदगा मार्ग पूरी तरह बाधित रहा. सड़क जाम की सूचना पर जिला कृषि पदाधिकारी विजय कुजूर, सीओ हरीश कुमार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी शंकर वर्मा पटेल चौक पहुंच किसानों को समझाया और एक सप्ताह के अंदर धान बीज उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया. इसके बाद किसानों ने सुबह 9.30 बजे जाम हटाया और एक सप्ताह के अंदर धान बीज उपलब्ध नहीं होने पर कृषि विभाग में ताला जड़ने का अल्टीमेटम दिया. किसानों का नेतृत्व कर रही झारखंड प्रदेश स्त्री प्रतिज्ञा एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष देवकी देवी ने कहा कि माॅनसून की शुरुआत के साथ ही अच्छी बारिश हो रही है. इस बार अच्छी पैदावार को लेकर किसान खुश हैं. परंतु कृषि विभाग की ओर से सब्सिडी के रूप में सभी किसानों को धान देने की योजना फेल है. किसान बीते एक सप्ताह से कार्यालय का चक्कर काटने को विवश हैं. विभाग द्वारा कुछ किसानों को धान उपलब्ध कराया गया, जबकि प्रतिदिन काफी संख्या में किसान कार्यालय का चक्कर काटते हुए वापस हो रहे हैं. भाजपा किसान मोर्चा के प्रमंडलीय प्रभारी मंगल सिंह भोगता ने कहा कि बीज बोने का यह अनुकूल समय है. समय बीतने के बाद धान का किसान क्या करेंगे. किसानों को सही समय में बीज उपलब्ध कराया जाये. मौके पर आंजन, डुमरडीह, खोरा, सिलाफारी, अंबोआ, तेलगांव, घटगांव, मुरकुंडा, असनी, नवाडीह, अरमई पंचायत के दर्जनों गांवों के सैकड़ों किसान मौजूद थे.
आंध्रप्रदेश से नहीं आ रहा है बीज : डीएओ
जिला कृषि पदाधिकारी विजय कुजूर ने कहा कि डीडी के माध्यम से धान बीज मंगाने के लिए पैसा लगाया गया है. झारखंड में सीड आंध्रप्रदेश से आता है और वह सीड आने में देर हो रहा है. इस कारण सीड उपलब्ध नहीं करा पाये हैं. बीज आने पर जल्द किसानों को उपलब्ध कराया जायेगा.
देर से धान बीज मिलेगा, तो हम कैसे कर पायेंगे खेती
असनी गांव की किन्नी देवी ने कहा कि विभाग द्वारा सुबह छह बजे बुलाया गया था. जब हम कृषि विभाग पहुंचे, तो वहां कागज लटका दिया गया कि धान नहीं है. इस प्रकार से हम किसानों को परेशान करना ठीक नहीं है. अगर धान बीज नहीं देना है, तो हमें क्यों बुलाया जाता है. जब तक किसान है, तब तक ही कृषि विभाग है. अगर किसान नहीं रहेंगे, तो कृषि विभाग किस काम का है. करमटोली निवासी बंधइन उरांव ने कहा कि हमें बार-बार समय देकर बुलाया जा रहा है, परंतु धान बीज नहीं दिया जा रहा है. कुछ लोगों को धान दिया गया है. इस प्रकार किसानों के साथ करना किसी भी प्रकार से उचित नहीं है. फट्टी निवासी दशमुनि उरांव ने कहा कि हम समय निकाल कर यहां आये हैं. पर विभाग द्वारा बार-बार टाल-मटोल किया जा रहा है. फट्टी निवासी यशोदा देवी ने कहा कि अभी का समय खेतीबारी करने का है. अगर देर से हमें धान बीज मिलेगा, तो हम कैसे खेती कर पायेंगे. दुकान से धान बीज खरीदने में काफी पैसा लग जाता है. जबकि विभाग द्वारा सब्सिडी में हमें धान बीज उपलब्ध होता है. इस कारण हम कृषि विभाग के भरोसे बैठे हुए हैं. हम सभी किसानों को जल्द से जल्द धान बीज उपलब्ध कराया जाये.
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