संवाददाता, कोलकाता
बड़ाबाजार के मदन मोहन बर्मन स्ट्रीट इलाके में रितुराज होटल में लगी भीषण आग की घटना से बच निकले लोगों के आंखों में अब भी घटना का आतंक दिख रहा है. पुलिस, दमकल व स्थानीय लोगों की तत्परता से कई की जान भी बच गयी. मछुआ फलमंडी के स्थानीय दुकानदार दीपक महतो ने बताया कि रात करीब आठ बजे के आसपास आग लगी थी. 15 से 20 मिनट में ही आग की लपटें तेजी से फैलने लगीं. लोग अंदर से चिल्लाने लगे. स्थानीय लोगों से लेकर पुलिस, दमकल सबने तत्परता से मदद का हाथ बढ़ाया. इस दौरान कुछ लोग थर्ड फ्लोर पर अटक गये, कुछ तो चौथी मंजिल पर. वे लोग कार्निस पर आकर मदद मांग रहे थे. करीब 10 लोगों को ऊपर से सुरक्षित नीचे उतारा गया. वहीं, मोहम्मद आफताब ने बताया कि घटना के वक्त वह उसी इलाके में काम से आया था. उसने देखा कि उक्त होटल की बिल्डिंग की खिड़की से लोग मोबाइल टॉर्च जला कर हेल्प-हेल्प चिल्ला रहे थे. इस दौरान पुलिस और दमकल की टीम पहुंची, तो ऊपर से उन लोगों को नीचे उतारा गया.
भगवान का लाख-लाख शुक्र है कि जान बच गयी
रितुराज होटल में ही ठहरे थे यूपी के गोरखपुर से आये बद्रीनाथ अग्रवाल. उन्होंने बताया कि वह पत्नी और बेटी समेत सपरिवार होटल में ठहरे थे. लेकिन किसी कारण से मंगलवार रात वे लोग सामान खरीदने के लिए सपरिवार मार्केट करने चले गये थे. जब वे लोग लौटे, तो देखा कि आग लगी है, श्री अग्रवाल ने बताया कि भगवान ने उन्हें बचा लिया. अगर वे भी उस समय होटल में रहते, तो उनकी भी जान जा सकती थी. भगवान का लाख-लाख शुक्र है. अगर मार्केट करने नहीं गया होता, तो शायद कुछ दुखद भी हो सकता था, लेकिन भगवान ने उन्हें बचा लिया.
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