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Charkhi Dadri : दिल्ली से 100 किलोमीटर की दूरी पर हरियाणा में स्थित है चरखी दादरी. 12 नवंबर 1996 को शाम 6:40 का समय हो रहा था, लोग अपने खेतों में काम खत्म कर रहे थे, अचानक उन्होंने तेज आवाज सुनी और शायद देखा कि आसमान से आग के गोले बरस रहे हैं, कुछ देर में चारों तरह धुआं ही धुआं था. इस दृश्य की वजह थी हवा में दो विमान का 10 से 15 हजार फीट की ऊंचाई पर टक्कर हो जाना.
कैसे हुई थी टक्कर दो विमानों के बीच टक्कर
चरखी दादरी में हुई विमान दुर्घटना इतिहास में घटित सबसे भयंकर विमान दुर्घटनाओं में से एक है. इस दुर्घटना में Mid-Air Collision हुआ था, जब दो विमान आपस में टकरा गए थे. जिन विमानों में टक्कर हुई थी वे हैं- सऊदी अरब एयरलाइंस फ्लाइट 763 (Saudi Arabian Airlines Flight 763) बोइंग 747-168B. यह विमान दिल्ली से सऊदी अरब की ओर जा रहा था. इस विमान पर 312 यात्री क्रू मेंबर्स शामिल थे. दूसरा विमान कजाकिस्तान एयरलाइंस का था. फ्लाइट 1907 (Kazakhstan Airlines Flight 1907). यह विमान कजाकिस्तान से दिल्ली आ रहा था. इस विमान पर 37 यात्री और क्रू मेंबर्स सवार थे. इस दुर्घटना में दोनों विमान पर सवार सभी 349 व्यक्ति मारे गए थे. टक्कर की वजह यह थी कि दोनों विमान एक ही ऊंचाई पर गए थे.
कैसे और क्यों हुआ था एक्सीडेंट
चरखी दादरी विमान दुर्घटना के बारे में यह कहा जाता है कि यह कम्युनिकेशन में गलती होने की वजह से हुआ था.दिल्ली एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) ने कजाकिस्तान के विमान को 15,000 फीट पर आने का निर्देश दिया और उससे यह कहा था कि वह 14,000 फीट की ऊंचाई तक ही विमान को रखे, लेकिन पायलट ट्रैफिक कंट्रोल के निर्देश को समझ नहीं सका और 14,000 फीट से नीचे गया. इसी वजह से दो विमान एक ऊंचाई पर आ गए और उनके बीच सीधी टक्कर हो गई.
भाषा की समस्या भी बनी थी दुर्घटना की वजह
चरखी दादरी विमान दुर्घटना से पहले विमानन क्षेत्र के लोगों के लिए पूरी दुनिया में अंग्रेजी का ज्ञान अनिवार्य नहीं था, लेकिन इस दुर्घटना से उसे अनिवार्य बना दिया. दरअसल हुआ यह था कि कजाकिस्तान एयरलाइंस के पायलट और को पायलट रूसी भाषा में बात कर रहे थे. दिल्ली एयर ट्रैफिक कंट्रोल के लोगों के लिए उनसे अंग्रेजी में संपर्क बनाना संभव नहीं हो रहा था, जिसकी वजह से कुछ भ्रम की स्थिति बनी और एक भयंकर आकाशीय विमान दुर्घटना घटी, जिसने पूरी दुनिया को सुरक्षा के मानकों पर पुनर्विचार करने के लिए बाध्य किया.
दुर्घटना के बाद क्या हुए बड़े बदलाव
चरखी दादरी में हुई दुर्घटना के बाद पूरी दुनिया के एविशन इंडस्ट्री में बड़े बदलाव किए गए. हिंदुस्तान में TCAS (Traffic Collision Avoidance System) का इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया गया. यह एक ऐसा सुरक्षा उपकरण है जो पायलट को इस बात की जानकारी देता है कि उसके आस-पास दूसरा कोई विमान है, ताकि हवा में टक्कर से बचा जा सके. चूंकि दुर्घटना के लिए भाषा को भी जिम्मेदार माना गया था इसलिए एविशन इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के लिए अंग्रेजी का ज्ञान अनिवार्य किया गया. खासकर एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के लिए. हिंदुस्तानीय एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम का आधुनिकीकरण किया गया, साथ ही यह नियम भी बनाया गया कि कोई दो नियम एक ऊंचाई पर उड़ान नहीं भरेंगे.
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