500 दुकानों को आंशिक क्षति, दमकल की 22 गाड़ियों की मदद से 12 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पाया गया काबू
संवाददाता, कोलकातापोर्ट इलाके के खिदिरपुर स्थित ऑर्फनगंज मार्केट में रविवार देर रात भीषण आग लगने से अफरा-तफरी की स्थिति व्याप्त हो गयी. आग रात लगभग 1.45 बजे के करीब लगी. अग्निकांड की समाचार पाकर वाटगंज थाने की पुलिस के अलावा नजदीकी थानों की पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची और आसपास रहनेवाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. इधर, दमकल विभाग की एक के बाद एक 22 गाड़ियों के साथ दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश में जुट गये. आग से बाजार में 700 दुकानें जलकर खाक हो गयी हैं, जबकि 500 दुकानों को आंशिक क्षति पहुंची है. खिदिरपुर का ऑर्फनगंज मार्केट भीड़भाड़ वाले इलाके में स्थित है. यहां तेल, मसाला, मक्खन जैसे ज्वलनशील पदार्थों के गोदाम भी हैं. ज्वलनशील पदार्थों के चलते आग ने तेजी से विकराल रूप ले लिया. इलाके के लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले ही आग पूरे बाजार में फैल गयी. सबसे पहले स्थानीय निवासियों ने घरों से पानी लाकर फेंककर आग बुझाने का प्रयास शुरू किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. सूचना पाकर सोमवार तड़के दमकल मंत्री सुजीत बोस के साथ कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम घटनास्थल पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. उधर, कोलकाता के पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने घटनास्थल का जायजा लिया. साजिश के तहत आग लगने के लोगों के आरोप पर उन्होंने कहा कि इस मार्केट में लगभग 1200 के करीब दुकानें थीं. 60 प्रतिशत दुकानें पूरी तरह से जल गयी हैं. जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जायेगी.
दमकल की गाड़ियों के देर से पहुंचने का लगाया आरोप
व्यापारियों का दावा है कि इस अग्निकांड में 700 से अधिक दुकानें पूरी तरह से आग की लपटों में जलकर नष्ट हो गयीं. लगभग 500 दुकानों को आंशिक क्षति पहुंची है. स्थानीय लोगों की शिकायत है कि दमकल की गाड़ियां सही समय पर घटनास्थल पर नहीं पहुंचीं. अगर सही समय पर आग बुझाने का काम शुरू हो जाता तो इतना भारी नुकसान नहीं होता. सूचना देने के काफी देर बाद दमकल की गाड़ियां पहुंचीं.
दमकल मंत्री को दुकानदारों के रोष का सामना करना पड़ा
सोमवार सुबह घटनास्थल का दौरा करने वाले राज्य के अग्निशमन एवं आपात सेवा मंत्री सुजीत बोस को अग्निशमन कार्यों में देरी को लेकर पीड़ित दुकानदारों का रोष झेलना पड़ा.
बोस ने कहा कि वाटगंज और गार्डेनरीच से दमकल की गाड़ियां हैं. हमारे लोग जान जोखिम में डालकर काम करते हैं. कई लोग दुकानें लगाते समय नियमों का ठीक से पालन नहीं करते हैं. करीब 12 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया. इस अग्निकांड में किसी भी व्यक्ति के घायल होने की समाचार नहीं है. अग्निकांड में करोड़ों रुपये की संपत्ति के नुकसान होने की आशंका है.
अधिकारी ने कहा- शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने का है संदेह
स्थानीय दुकानदारों ने दावा किया कि 150 साल पुराने बाजार में 1,200 से अधिक दुकानें जलकर खाक हो गयीं. घटना से परेशान एक व्यापारी ने जले हुए सामान और दुकानों की ओर इशारा करते हुए कहा: विराट क्षति. एक वरिष्ठ दमकल अधिकारी ने बताया कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने का संदेह है. आसपास के गोदामों में बोरे, तेल और मक्खन जैसे अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ की उपस्थिति के कारण आग की लपटें तेज हो गयीं, कथित तौर पर ऊपरी मंजिलों से नीचे की ओर तेजी से फैली. एक स्थानीय पार्षद ने बताया कि लगभग छह दशकों से मौजूद इस बाजार को हाल ही में कोलकाता नगर निगम को सौंप दिया गया है.
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