नया विचार मोरवा । मुश्किल से आजादी पायी, हुआ देश स्वतंत्र हमारा। सारी दुनिया से अच्छा है , हिंदुस्तान का गणतंत्र हमारा। आदि देशभक्ति गीतों से गूंज उठा धर्मपुर बांदे पंचायत। अवसर था गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कवि सम्मेलन का। मणिपाल अकैडमी सह नर्सरी शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र पर आयोजित कवि सम्मेलन में कई जिलों के कवि शामिल हुए। विद्यालय के संस्थापक निदेशक सतीश कुमार, प्राचार्या इंद्रमणि कुमारी, जिला पार्षद कैलाशी दास,अभय कुमार सिंह, विभा देवी,द्वारका राय सुबोध, डॉ सच्चिदानंद पाठक, चांद मुसाफिर, वशिष्ठ राय वशिष्ठ, डॉक्टर प्रेम कुमार पांडे ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कवि सम्मेलन का उद्घाटन किया। मोहम्मद परवेज के संचालन में निर्देशक सतीश कुमार एवं प्राचार्या इंद्रमणि कुमारी ने अतिथियों का चादर माला पाग से सम्मानित किया। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कवि सम्मेलन में देश भक्ति गीतों की गूंज से श्रोता ताली बजाने पर मजबूर होते रहे। डॉ एके झा के गीत, मुश्किल से आजादी पाई, हुआ देश स्वतंत्र हमारा , सारी दुनिया से अच्छा है, हिंदुस्तान का गणतंत्र हमारा। देश भक्ति गीत पर श्रोताओं में करतल ध्वनि की। डॉ सच्चिदानंद पाठक के गीत, सुनो दुनिया वालो , हिंदुस्तान हमारा है । देश भक्ति गीत पर श्रोता झूमने लगे। शिक्षक मोहम्मद जावेद आलम के गीत, सोने की चिड़िया हैं, कहते,वह हिंदुस्तान देश हमारा है। गीत पर श्रोता भाव विभोर हो उठे। द्वारका राय सुबोध के गीत,तन वृंदावन मन बरसाना, ने श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। डॉक्टर प्रेम कुमार की मधुर गीत ने भी श्रोताओं को झूमने पर मजबूर किया। चांद मुसाफिर,रामचंद्र चौधरी, वशिष्ठ राय वशिष्ठ, दुखित महतो भक्तराज, किशोरी दास, बैद्यनाथ पंडित प्रभाकर , डॉ मनोहर प्रसाद सिंह, मुकेश कुमार, उमाशंकर सिंह, केदार सिंह आदि ने अपने देशभक्ति परक कविताओं से श्रोताओं का दिल जीत लिया। डॉ मनोहर प्रसाद सिंह ने छात्र-छात्राओं में कलम वितरण किया। मौके पर छात्र, अभिभावक एवं ग्रामीण मौजूद थे।