संवाददाता, पटना
जिले के प्रशासनी स्कूलों की शैक्षणिक व्यवस्था को देखते हुये रैकिंग करने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. स्कूलों की रैंकिंग बच्चों के पढ़ाई और रिजल्ट को देखकर दिया जा रहा है. कक्षा एक से 8वीं के अर्द्धवार्षिक परीक्षा में गणित विषय में कितने बच्चों को बेहतर अंक प्राप्त हुआ इस आधार पर स्कूलों की रैंकिंग की जा रही है. जिन स्कूलों का प्रदर्शन अच्छा रहा उन स्कूलों को जिला स्तर पर पुरस्कृत किया जायेगा. इसका उद्देश्य गणित व विज्ञान विषय के प्रति बच्चों में रूचि बढ़ाना है. जिला शिक्षा कार्यालय ने कहा है कि भाषा विषय पर स्कूलों की अलग से रैंकिंग दी जायेगी. यदि किसी स्कूल के शिशु गणित और भाषा विषय में अच्छे अंक प्राप्त करते हैं तो उन्हें अलग से पुरस्कृत किया जायेगा. कक्षा एक से 8वीं तक में किसी स्कूल के शिशु अर्द्धवार्षिक परीक्षा में गणित और भाषा विषय में 80 से 90 प्रतिशत उत्तीर्णता हासिल की है तो उस स्कूल को विशेष दर्जा दिया जायेगा. इससे साबित होगा कि उस स्कूलों में शिक्षा विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये साधन का बड़े स्तर पर उपयोग किया गया है.
कमजोर स्कूलों को बेहतर करने के लिए दी जायेगी हिदायत
अगर किसी स्कूल के बच्चों का अर्द्धवार्षिक परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं होगा तो वहां के प्रधान शिक्षक जिम्मेवार होंगे. यह साबित हो जायेगा कि उस स्कूल में दिए संसाधन को प्रयोग ठीक ढंग से नहीं किया गया और यहां के शिक्षकाें ने बच्चों को पढ़ाने के प्रति दिलचस्पी नहीं दिखायी. ऐसे स्कूलों को भविष्य में अच्छा करने के लिए हिदायत दी जायेगी. शिक्षा विभाग ने कहा है कि बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक कौशल प्राप्त कराना विभाग का मिशन है.
डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
The post गणित में बेहतर करने वाले स्कूलों को किया जायेगा पुरस्कृत appeared first on Naya Vichar.