शिवहर: बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ के आह्वान पर शनिवार को तीसरे दिन चिकित्सकों के बायोमेट्रिक उपस्थित बनाने के निर्णय पर रोक लगाने सहित लंबित मांगों के समर्थन में सरोजा सीताराम सदर अस्पताल सहित जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में ओपीडी सेवा कार्यों का बहिष्कार करते हुए हड़ताल जारी रखी. जोकि स्वास्थ्य विभाग की काफी गंभीर मामला है. हालांकि सुबह में समय से डॉक्टर सदर अस्पताल पहुंचे और तथा वे अपनी हाजिरी बनाकर परिसर में टहलते दिखे गये. लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों से आये लाचार गरीब मरीज इलाज के लिए इधर उधर भटकना पड़ा तथा कई मरीज तो बिना इलाज के ही घर लौट गये. वहीं जिला स्वास्थ्य विभाग की स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि बच्चों के टीकाकरण और रैबीज इंजेक्शन जैसी आवश्यक चिकित्सा सेवाएं भी प्रभावित हो चुकी हैं. हालात यह है कि इमरजेंसी में भी मरीजों की काफी भीड़ बढ़ गयी है. जिससे गंभीर मरीजों की हालत बिगड़ती जा रही है. चिकित्सकों की इस हड़ताल के कारण अस्पतालों में ओपीडी सहित सभी स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गयी है. जिसके कारण आम नागरिकों व अन्य मरीजों पर इसका काफी असर पड़ रहा है. वहीं प्रदर्शन कर रहे भासा संघ के डॉक्टरों ने बायोमैट्रिक अटेंडेंस, भव्या ऐप से मरीजों के रजिस्ट्रेशन और अन्य मांगों को लेकर 29 मार्च तक ओपीडी का बहिष्कार करने का फैसला लिया है. उन्होंने यह भी कहा कि यदि प्रशासन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती है.तो वे बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेंगे.
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