जमुई. सिकंदरा थाना के एक गैर जिम्मेदार चौकीदार की कार्यशैली से जमुई पुलिस की खूब किरकिरी हो रही है. हम बात कर रहे हैं सिकंदरा थाना में मुंशी की कुर्सी संभालने वाले चौकीदार कुमुद रंजन सिंह की. पुलिस व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए चौकीदार कुमुद रंजन सिंह सिकंदरा थाना का सुपर दरोगा बन बैठा है. इसकी बानगी तब देखने को मिली जब उसने पुलिस द्वारा जब्त मवेशियों को ही 30 हजार में बेच डाला. हालांकि थानाध्यक्ष मिंटु कुमार सिंह ने गश्त के दौरान चौकीदार द्वारा बेचे गये 15 मवेशियों के साथ तस्करों को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ. जब्त मवेशियों के साथ गिरफ्तार तस्करों ने पूछताछ में पूरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया. मामला उजागर होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. आला अधिकारी जांच की बात कह रहे हैं. बड़ा सवाल यह है कि कानून की रखवाली करने वाली पुलिस के अंदर ही ऐसा भ्रष्टाचार कैसे फल-फूल रहा है. क्या प्रशासन इस सुपर दरोगा पर कोई कार्रवाई करेगा या मामला दबा दिया जायेगा.
क्या है पूरा मामला
सिकंदरा पुलिस ने 10 मार्च को चार पिकअप वैन में भर कर 35 मवेशियों को तस्करी के लिए पश्चिम बंगाल ले जाने के दौरान थाना क्षेत्र के विभिन्न स्थानों से बरामद किया था. इस दौरान पुलिस ने चार पिकअप वैन चालकों समेत सात मवेशी तस्करों को भी गिरफ्तार किया था. बरामद मवेशियों को पुलिस ने जिम्मेनामा पर सिकंदरा निवासी तारिक खान को दिया था. लेकिन चौकीदार कुमुद रंजन सिंह ने अवैध तरीके से जखड़ा निवासी समीर खान व रिजवान खान के साथ 15 मवेशियों का 30 हजार रुपये में सौदा कर लिया. इतना ही नहीं चौकीदार कुमुद रंजन सिंह ने तारिक खान को फोन कर 15 मवेशियों को रिजवान खान उर्फ नाटो को सौंप देने का आदेश भी दिया.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
13 मार्च को होलिका दहन के बाद रात 12:00 बजे के बाद थानाध्यक्ष मिंटु कुमार सिंह अकौनी गांव से गश्त कर लौट रहे थे. इस दौरान उन्होंने दो पिकअप में ठूंस कर भरे मवेशियों को जखड़ा गांव की ओर ले जाते देखा. इसके बाद उन्होंने पिकअप वैन समेत जब्त 15 मवेशियों के साथ तस्कर रिजवान खान उर्फ नाटो को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के क्रम में रिजवान खान ने पुलिस को बताया कि 10 मार्च को पुलिस द्वारा जब्त किये गये 35 मवेशियों में से ही 15 मवेशियों को वह चौकीदार कुमुद रंजन सिंह के आदेश पर 30 हजार में खरीद कर जखड़ा ले जा रहा है. इसके बाद पुलिस ने जब्त मवेशियों को न्यायालय के आदेश के बिना छोड़ने के आरोप में तारिक खान को भी गिरफ्तार कर लिया.
हो रही चौकीदार पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग
पूरे मामले की समाचार फैलते ही पुलिस की कार्यशैली पर तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गयी हैं. हालांकि थानाध्यक्ष मिंटु कुमार सिंह चौकीदार कुमुद रंजन सिंह के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की बात कर रहे हैं, लेकिन इतने गंभीर मामले में चौकीदार की संलिप्तता उजागर होने के बाद उसपर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. शुक्रवार को सुन्नी उलेमा बोर्ड के सचिव मौलाना जियाउर्ररसूल गफ्फरी, उप प्रमुख नेरू खान समेत कई प्रतिष्ठित लोगों ने थाने पहुंच कर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया. उन लोगों ने थानाध्यक्ष मिंटु कुमार सिंह से मवेशी तस्करी के मामले में संलिप्तता उजागर होने के बाद चौकीदार कुमुद रंजन सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की.
रात्रि 11:00 बजे फोन कर मवेशी छोड़ने का दिया था आदेश
मवेशी तस्करी के आरोप में गिरफ्तार रिजवान खान व तारिक खान ने जो खुलासा किया वो बेहद ही हैरान करने वाला है. तारिक खान ने बताया कि थाने के मुंशी का कार्य चौकीदार कुमुद ही करता है. इसलिए कुमुद के कहने पर उसने मवेशियों को रिजवान खान को सौंप दिया. तारिक खान ने बताया कि गुरुवार की रात 11:00 बजे चौकीदार कुमुद रंजन सिंह ने फोन कर 15 मवेशियों को छोड़ने का आदेश दिया था. इसके पहले भी थाना का सारा कार्य वही कर रहा था. इसलिए उसके कहने पर मैंने 35 में से 15 मवेशियों को रिजवान खान को सौंप दिया.
एसपी ने कहा होगी कार्रवाई
मवेशी तस्करी में चौकीदार कुमुद रंजन सिंह की संलिप्तता का खुलासा होने के बाद एसपी मदन कुमार आनंद ने इस मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है. एसपी ने एसडीपीओ सतीश सुमन को पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिये हैं. एसपी मदन कुमार आनंद ने कहा कि बिना मजिस्ट्रेट के आदेश के जब्त मवेशी को छोड़ा जाना बेहद ही गंभीर मामला है. इस मामले में चौकीदार के अलावा एक एसआइ की भी भूमिका सामने आ रही है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ अनुशासनात्मक एवं दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी.
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