नि:शुल्क प्रशिक्षण भी देगी प्रशासन, अधिकतम दो वर्षों तक मिलेगा लाभजमुई. जिले के स्नातक बेरोजगार युवाओं को अब प्रति माह 1000 की आर्थिक सहायता दी जायेगी. जानकारी देते हुए डीएम श्री नवीन ने बताया कि मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत 20 से 25 वर्ष आयु वर्ग के बेरोजगार स्नातकों को अधिकतम दो वर्षों तक भत्ता प्रदान किया जायेगा. यह योजना उन युवाओं के लिए है जो पढ़ाई पूरी कर चुके हैं, फिलहाल पढ़ाई नहीं कर रहे हैं, और रोजगार की तलाश में हैं. योजना का उद्देश्य उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी या प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु आर्थिक संबल प्रदान करना है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें.
वर्ष 2016 से लागू है योजना, 12वीं पास युवाओं को भी मिल रहा लाभ
डीएम ने बताया कि यह योजना वर्ष 2016 से सात निश्चय कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित हो रही है. पहले से ही 12वीं (इंटर) पास युवक-युवतियों को इसका लाभ मिल रहा है. अब स्नातक (कला, विज्ञान, वाणिज्य) उत्तीर्ण, गैर-नियोजित एवं गैर-अध्ययनरत युवाओं को भी यह सुविधा दी जा रही है. भत्ता प्राप्त कर रहे युवाओं को श्रम संसाधन विभाग, बिहार प्रशासन की ओर से निशुल्क कौशल विकास प्रशिक्षण भी दिया जायेगा. भत्ता वैसे युवा को दिया जायेगा जो बिहार राज्य का निवासी हो, आयु 20 से 25 वर्ष के बीच हो, कला, विज्ञान या वाणिज्य संकाय से स्नातक उत्तीर्ण हो. कोई प्रशासनी, निजी, संविदा रोजगार में न हो. फिलहाल किसी शिक्षण संस्थान में अध्ययनरत न हो. रोजगार की तलाश में हो.
डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
The post जिले के ग्रेजुएट बेरोजगारों को मिलेगा एक हजार मासिक भत्ता : डीएम appeared first on Naya Vichar.