ब्रात्य बसु भी अनजान
भ्रष्टाचार और गुटबाजी के बीच समिति भंग, राज्य में नेतृत्व गरम
कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने गुरुवार को शिक्षक संगठन वेबकूपा की राज्य और जिला समितियों को भंग कर दिया, लेकिन 24 घंटे बाद भी संगठन के अध्यक्ष और राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु को इस फैसले की जानकारी नहीं थी. ब्रात्य बसु ने कहा, “जो मुझे नहीं पता, उसके बारे में मैं क्या कह सकता हूं. पार्टी का फैसला पार्टी ने लिया है. पूजा के बाद मैं इस मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात करूंगा. ” टीएमसी ने सोशल मीडिया के जरिए घोषणा की कि वेबकूपा समेत अन्य शिक्षक संगठनों की राज्य और जिला समितियों को भंग किया जा रहा है. समितियों के पदाधिकारियों के नामों की घोषणा उत्सव समाप्त होने के बाद की जायेगी. इस फैसले के कारण राज्य की नेतृत्व में चर्चा शुरू हो गयी है. पिछले साल फरवरी में शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार को लेकर राज्यभर में हंगामा शुरू होने के बाद ब्रात्य बसु को वेबकूपा का अध्यक्ष बनाया गया था. इसके बाद धीरे-धीरे संगठन में गुटबाजी की बातें सामने आने लगीं. अभिषेक बनर्जी के करीबी माने जाने वाले पूर्व वेबकूपा उपाध्यक्ष मणिशंकर मंडल को संगठन से निकाल दिया गया था.
मणिशंकर ने तब कहा था, “मैंने पूरे कोलकाता में अभिषेक बनर्जी के बैनर लगवाये थे और मुझे ही हटा दिया गया. “
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