सासाराम नगर. ट्रैफिक चालान से नाराज बस संचालक हड़ताल पर चले गये हैं. गुरुवार को सासाराम बस स्टैंड से किसी भी मार्ग के लिए बसों का परिचालन नहीं हुआ. बस ऑनर्स संघ ने ट्रैफिक पुलिस पर आरोप लगाया है कि शहरी क्षेत्र में बसों का बेवजह चालान काटा जा रहा है. इससे बस मालिकों को आर्थिक रूप से नुकसान हो रहा है. ऐसे में बसों का परिचालन करना मुश्किल है. सुबह से ही बस मालिक बेदा स्थित बस पड़ाव में जमे रहे और बसों को चलने नहीं दिया. इस वजह से यात्रियों को भारी परेशानी हुई. लेकिन, ऑटोवालों ने उन्हें धूप में ज्यादा देर तक परेशान नहीं होने दिया. इस हड़ताल का पूरा फायदा ऑटोवालों ने उठाया. सामान्य दिनों में अपने-अपने रूटों पर चलनेवाले ऑटो हड़ताल की वजह से भटक गये और बसों के रूटों में बेधड़क बिना परमीट के दौड़ने लगे. उन्हें ऐसा करने से कोई रोकनेवाला भी नहीं था. कुछ स्थानों पर बस संचालकों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. लेकिन, वह नहीं मानें. इस संबंध में जिला परिवहन पदाधिकारी रामबाबू ने कहा कि सभी ऑटो को अपने रूट चार्ट के अनुसार चलना चाहिए. अगर दूसरे रूट में चल रहे हैं, तो इसकी शिकायत मिलने पर कार्रवाई होगी. हालांकि, उनसे पूछा गया कि क्या परिवहन विभाग के अधिकारी ऐसे ऑटोवालों को चिह्नित करने के लिए सड़कों पर उतरेंगे, तो उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने के बाद ही कार्रवाई होगी. वहीं, हड़ताल पर गये बस संचालकों ने कहा कि जिला परिवहन कार्यालय में प्रतिदिन ऑटोवालों के बारे में शिकायत की जाती है. लेकिन, वहां के अधिकारी इसपर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर 14 जून से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर समाहरणालय के समक्ष धरना देंगे. इसकी अनुमति के लिए एसडीएम को पत्र दे दिया गया है. जब तक रिंग रोड बनकर तैयार नहीं होता, तब तक बसों का शहरी क्षेत्र परिचालन करने दिया जाये और कुछ स्थानों पर रोक कर सवारी बैठाने का समय भी निर्धारित किया जाये. साथ ही बेवजह बसों से जुर्माना वसूली बंद किया जाये. ऑटोवालों ने वसूला मनमाना किराया: बसों की हड़ताल का फायदा ऑटोवालों को हुआ. आमदिनों में बसों का जहां भाड़ा 50 रुपये था. वहां का ऑटोवालों ने 80 से लेकर 100 रुपये तक किराया लिया. सासाराम से दिनारा के लिए बसों का किराया 60 रुपये है, जबकि ऑटोवालों ने एक सवारी से 100 रुपये वसूले. वहीं, कुछ ऑटोवाले भभुआ तक सवारी को छोड़कर, जिसके लिए उन्होंने एक सवारी से 110 रुपये तक लिये. देर शाम तक इस हड़ताल से कुछ बस मालिकों ने खुद को अलग कर लिया है. बेदा स्थित बस स्टैंड से भभुआ व मोहनिया के लिए बसें खोली गयीं. हालांकि, बसों का संचालन केवल जिले में बाधित रहा. वहीं, आसपास के जिले कैमूर और औरंगाबाद बसें चलती रहें. लेकिन, जिले में सवारी लेकर नहीं पहुंची.
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