बिहार में इस साल ही विधानसभा चुनाव होना है. चुनावी वर्ष में विधानमंडल का बजट सत्र चल रहा है. आने वाले चुनाव में राजद और कांग्रेस के बीच के रिश्ते को लेकर कयासों का दौर चल रहा है. कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा ठोक रही है और राजद इस मुद्दे पर खामोशी बनाए हुए है. इस बीच तेजस्वी यादव ने 1990 से पहले की बात करते हुए कांग्रेस शासनकाल पर भी सवाल उठा दिए.
कांग्रेस और मौजूदा प्रशासन पर तेजस्वी का निशाना
दरअसल, तेजस्वी यादव बिहार में 1990 के बाद और पहले के हालात की बात कर रहे थे. राजद सुप्रीमो लालू यादव के कामकाजों की तारीफ करते हुए तेजस्वी यादव ने 1990 से पहले की कांग्रेस हुकूमत और मौजूदा प्रशासन की आलोचना की. तेजस्वी ने पूछा- ‘इन दोनों ने बिहार को क्या दिया? लोगों को यह पता है.’
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लालू-राबड़ी शासनकाल की तारीफ की
तेजस्वी यादव ने लालू-राबड़ी शासनकाल को समाज के अंतिम आदमी को आवाज देने वाला राज बताया. उन्होंने कहा कि पिछड़े, अति पिछड़े और दलित विधायक-एमएलसी, सांसद और आयोगों के चेयरमैन और सदस्य बनाये गए.
मौजूदा प्रशासन को तेजस्वी ने घेरा
तेजस्वी यादव ने मौजूदा प्रशासन को घेरते हुए कहा कि 2005 से पहले भी बिहार में बहुत कुछ था. लालू प्रसाद ने कभी पुरानी प्रशासन को दोष नहीं दिया. उन्होंने कहा कि मेरी चिंता प्रशासन नहीं बिहार को नये सिरे से बनाने की है.
छपरा में हुए चुल्हाई तेली कांड पर पूर्व की प्रशासन को घेरा
नेता प्रतिपक्ष ने 1990 से पहले छपरा में हुए चुल्हाई तेली कांड का जिक्र किया और बताया कि सामंतवादियों ने सामाजिक न्याय की लड़ाई करने वाले एक शख्स ने भोज का आयोजन करने वाले का कान काट लिया था. तेजस्वी यादव ने तब के प्रशासन को घेरते हुए कहा कि प्रशासन ने तब कुछ नहीं किया और पीड़ित को न्याय नहीं मिला.
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