रीगा. दहेज को लेकर एक विवाहिता को प्रताड़ित कर घर से निकाल दिये जाने का मामला प्रकाश में आया है. इस संदर्भ में थाना क्षेत्र के भगवानपुर पिपराही निवासी पीड़िता उमाशंकर कुशवाहा की पुत्री काजल कुमारी (20 वर्ष) ने थाना में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करायी है. प्राथमिकी में पीड़िता ने कहा है कि मैं अपने माता-पिता के मर्जी के विरुद्ध डेढ़ वर्ष पूर्व बथनाहा थाना क्षेत्र के टंडसपुर रूपौली गांव निवासी रामसेवक राम के पुत्र दुलार राम के साथ शादी कर ली. मां सुमित्रा देवी इस संबंध में रीगा थाना में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. लेकिन, मैं न्यायालय में जाकर अपना बयान देकर कि मैं अपनी मर्जी से शादी किया हूं सभी आरोपी लोग मुक्त हो गए. कुछ दिनों तक मुझे दुलार राम अपने साथ रखा. बाद में मुझसे पांच लाख रुपये नगद, अपाचे मोटरसाइकिल एवं सोने का चेन की मांग करने लगा. बोला कि तुम्हें घर में रहने नहीं देंगे. मैं अपने माता-पिता के मर्जी के विरुद्ध शादी की हूं. इसलिए मेरे माता-पिता कहां से रुपए देंगे? मैं बार-बार बोलती रही. उसके बाद मुझे मारपीट कर घर से निकाल दिया गया है. मैं वर्तमान में अपने माता-पिता के साथ रह रही हूं.
डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
The post दहेज को लेकर विवाहिता को प्रताड़ित कर निकाला appeared first on Naya Vichar.