नया विचार न्यूज़ सरायरंजन : प्रखंड के सीमावर्ती मालपुर स्थित रामचंद्र निवास में दिवंगत विदुषी एवं धर्मपरायण रेणु सिंह की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सह काव्यांजलि समारोह का आयोजन हुआ। समारोह की अध्यक्षता करते हुए चर्चित कवि चांद मुसाफिर ने कहा कि रेणु सिंह जी का जीवन संघर्ष, स्नेह और साहस की एक प्रेरणादायक गाथा है। उनके भीतर एक अद्भुत जीवटता थी। अपने दिव्य गुणों के कारण वह हमेशा याद की जाएंगी। बतौर मुख्य अतिथि पूर्व रेल राजभाषा अधिकारी द्वारिका राय सुबोध ने कहा कि रेणु जी का स्नेह,संघर्ष एवं उनका सकारात्मक दृष्टिकोण हम सबके लिए प्रेरणास्रोत बना रहेगा। विशिष्ट अतिथि पद से बोलते हुए डॉ. तृप्ति नारायण झा ने कहा कि रेणु जी ने पारिवारिक एवं सामाजिक हर दायित्वों को ईमानदारीपूर्वक निर्वहन किया। उनका असामयिक निधन उनके परिवार ही नहीं, बल्कि समाज के लिए भी अत्यंत पीड़ादायक है। मुख्य आयोजक शिक्षाविद अरुण कुमार सिंह ने कहा कि मेरी दिवंगत पत्नी रेणु जी कि आज प्रथम पुण्यतिथि है। जीवन के अनेक उतार चढ़ावों में उनका सानिध्य और संयम मुझे संघर्ष के लिए प्रेरित करता रहा। 44 सालों तक जीवन के हर सुख-दुख में उन्होंने मेरा साथ दिया। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। श्रद्धांजलि कार्यक्रम के पश्चात काव्यांजलि कार्यक्रम में दो दर्जन नामचीन कवियों ने अपने उत्कृष्ट काव्य पाठ से कार्यक्रम में समां बांध दिया। समारोह का सफल संचालन चर्चित कवि सह गीतकार डॉ.सच्चिदानंद पाठक ने किया। इसके पूर्व दिवंगत रेणु सिंह के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई। इस कार्यक्रम में दो दर्जन कवियों को आयोजक द्वारा चादर, माला एवं पाग भेंट कर सम्मानित किया गया। श्रद्धांजलि सह काव्यांजलि समारोह में ई.अवधेश सिंह,डॉ. प्रेम कुमार पांडे, रामचंद्र चौधरी, प्रो. अवधेश कुमार झा, अखिलेश ठाकुर, शिवेंद्र कुमार पांडे, वशिष्ठ राय वशिष्ठ, स्मृति झा,सुनीता झा, कुमोद प्रसाद गिरि,ज्वाला संध्य पुष्प,शत्रुघन राय, रीतलाल भाई, सुशील कुमार झा,पुष्पा सिंह,विपुल कुमार,अमित नयन, नमित नयन आदि ने संबोधित किया।