जनजातीय हिजला मेला महोत्सव कराने की कामना की संवाददाता, दुमका दुमका में राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव के शुभारंभ से ठीक पहले इस बार दिसोम मारंग बुरु संताली अरीचली आर लेगचार अखड़ा के बैनर तले हिजला, धतीकबोना, हडवाडीह आदि गांव के संताल आदिवासियों ने जनजातीय हिजला मेला महोत्सव शांतिपूर्ण रूप से संपन्न हो. इसे लेकर हिजला मेला परिसर में स्थित दिसोम मारंग बुरु थान में पूजा की. नायकी राजेंद्र बास्की ने बताया कि मेले में आनेवाले लोगों को कोई तकलीफ न हो. इसके लिए पूजा की गयी. ग्राम प्रधान सुनीलाल हांसदा ने बताया कि संताल आदिवासियों में परंपरा है कि कोई भी शुभ काम शुरू करने के पहले आपने इष्ट देवता मरांग बुरु की पूजा करते हैं. इसलिए 21 से 28 तक आयोजित होनेवाले मेले की शुरूआत से पहले सभी ग्रामीणों ने दिसोम मरांग बुरु थान में पूजा-अर्चना की. ग्रामीणों ने मेला को सफल बनाने का संकल्प लिया. शुक्रवार को मेला का शुभारंभ है. इस दिन को प्रशासन व मेला समिति के द्वारा विशेष पूजा का आयोजन किया जायेगा. मौके में जय गणेश हांसदा, प्रदीप हांसदा, प्रिंस मरांडी, प्रकाश सोरेन, एमेल मरांडी, प्रदीप मुर्मू, धनमुनि हेंब्रम, सलोनी सोरेन, सोना सोरेन, ललिता हेंब्रम, सुनील हांसदा, शिव हांसदा, अबित मरांडी, अशोक टुडू, सचिन मुर्मू आदि उपस्थित थे.
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