World First ATM: आज से 58 साल पहले, 27 जून 1967 को लंदन के एन्फील्ड इलाके में दुनिया का पहला एटीएम (ऑटोमेटेड टेलर मशीन) स्थापित किया गया था. इसका उद्घाटन ब्रिटिश अभिनेता रेग वर्णी ने किया था, जो उस समय की प्रसिद्ध टीवी शो ‘ऑन द बसिज’ के प्रमुख अभिनेता थे. यह एटीएम बार्कलेज बैंक की शाखा के बाहर लगाया गया था और इसे ‘बार्कलेकैश’ नाम दिया गया था. इसमें एक बार में अधिकतम £10 तक की निकासी की अनुमति थी. इसकी शुरुआत से ही एटीएम ने बैंकिंग सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाया.
ATM का अविष्कारक: जॉन शेफर्ड-बैरोन
दुनिया के पहले एटीएम के अविष्कारक जॉन शेफर्ड-बैरोन थे, जो हिंदुस्तानीय राज्य मेघालय के शिलांग में 1925 में जन्मे थे. उन्होंने एटीएम का विचार तब किया जब वे एक दिन बैंक बंद होने के कारण पैसे नहीं निकाल पाए. उनकी प्रेरणा चॉकलेट वेंडिंग मशीन से मिली, जिससे उन्होंने सोचा कि क्यों न ऐसी मशीन बनाई जाए जो पैसे दे सके. उन्होंने इस विचार को बार्कलेज बैंक के अधिकारियों के सामने रखा, और लगभग दो साल बाद, 1967 में पहला एटीएम स्थापित किया गया.
हिंदुस्तान में एटीएम की शुरुआत
हिंदुस्तान में पहला एटीएम 1987 में मुंबई के एचएसबीसी बैंक की सहार रोड शाखा में स्थापित किया गया था. यह एटीएम हिंदुस्तानीय बैंकिंग प्रणाली में एक नई क्रांति का प्रतीक बना. इसके बाद, एटीएम नेटवर्क का विस्तार तेजी से हुआ और आज हिंदुस्तान में लाखों एटीएम स्थापित हैं, जो लाखों लोगों को 24×7 बैंकिंग सेवाएं प्रदान करते हैं.
समय के साथ एटीएम में कई तकनीकी सुधार किए गए हैं. आजकल के एटीएम में न केवल नकद निकासी की सुविधा है, बल्कि बिल भुगतान, चेक जमा, मिनी स्टेटमेंट, और अन्य बैंकिंग सेवाएं भी उपलब्ध हैं. इसके अलावा, कार्डलेस और संपर्क रहित लेन-देन की सुविधाएं भी जोड़ी गई हैं, जिससे उपयोगकर्ताओं को और अधिक सुविधा मिल रही है.
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