बारियातू. प्रखंड के फुलसू पंचायत अंतर्गत बारीबाद गांव निवासी कैलाश यादव (पिता-वंशी यादव) को दृष्टिहीन होने के बाद भी प्रशासनी योजनाओं का लाभ नहीं मिला है. कैलाश के अनुसार 10 वर्ष की आयु में ही उनकी दृष्टि छीन गयी. इनका इलाक रांची व लातेहार में हुआ. चिकित्सकों ने बाहर ले जाने की सलाह दी, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण समुचित इलाज नहीं हो पाया. कैलाश के अनुसार उन्होंने दिव्यांग पेंशन व विकलांग प्रमाण पत्र के लिए मुखिया समेत शिविर व लातेहार कार्यालय में आवेदन दिया, लेकिन कुछ नहीं हुआ. उसने मदद की गुहार लगायी है. रविवार को उन पर और मुसीबत बढ़ गयी, जब हाथियों ने खपरैल मकान को तोड़ दिया. वहीं अनाज भी खा गये. सूचना के बाद उपप्रमुख निशा शाहदेव व झामुमो प्रखंड उपाध्यक्ष लाल आशीष नाथ शाहदेव उसके घर बारीबाद पहुंचे. कैलाश ने बताया कि उनकी शादी हो चुकी है. एक बेटी है. पूरा परिवार वृद्ध माता-पिता के सहारे जीवन-यापन कर रहा है. पत्नी का नाम मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के लिए दिया था, पर इसका लाभ नहीं मिला. उपायुक्त से दूरभाष पर बात कर दिव्यांग प्रमाण पत्र व पेंशन का लाभ देने की बात कही. साथ ही विभाग द्वारा जंगली हाथियों के हुई क्षति का मुआवजा दिलाने की बात कही. जेएमएम नेता श्री शाहदेव ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.
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