सूर्य रथ पर पांच जून को मां काली की प्रतिमा का कराया जायेगा नगर भ्रमण
देव.
सूर्य नगरी देव के रानी तालाब के समीप आयोजित होने वाले शतचंडी महायज्ञ की तैयारी जोरों पर चल रही है. देव के समाजसेवियों ने ओड़िशा राज्य के भुवनेश्वर से मां काली की भव्य प्रतिमा मंगायी जा रही है. नौ जून तक चलने वाले महायज्ञ का आगाज दो जून को कलश यात्रा के साथ होगा. इधर, महायज्ञ से संबंधित एक कार्यालय का शुभारंभ नगर पंचायत के अध्यक्ष पिंटू साहिल, पूर्व मुखिया नंदकिशोर मेहता उर्फ बराती, पूर्व समिति सदस्य उपेंद्र यादव, पूर्व शिक्षक रामधारी ने फीता काटकर किया. सचिव पवन पांडेय ने कार्यालय का विधिवत पूजन कर कहा कि यज्ञ से अनुयायी को समृद्धि, अधिकार और शक्ति मिलती है. यज्ञ से जीवन में आने वाले सभी बुरी शक्तियों का नाश होता है. प्रार्थना से भरपूर ऐश्वर्य मिलता है. अहंकार पिघलता है और जीवन में आंतरिक शक्ति मिलती है. वहीं, यज्ञ हमें आध्यात्मिक व मानसिक रूप से मजबूत बनाता है. नगर अध्यक्ष पिंटू साहिल ने कहा की रानी तालाब की साफ-सफाई, यज्ञ, मंदिर परिसर व प्रवचन स्थल को पूरी तरह आध्यात्मिक बनाने का प्रयास किया जायेगा. ज्ञात हो रानी तालाब के चहारदीवारी पर देवी-देवताओं का चित्र अंकित कर सुंदर पेंटिंग करायी गयी है. मार्गदर्शक नंदकिशोर मेहता ने बताया कि दो जून को कलश यात्रा को भव्यता और दिव्यता प्रदान करने के लिए बंगाल से मां काली और महादुर्गा की झांकी मंगायी गयी है. समिति के अध्यक्ष विनोद यादव ने बताया की पूरे देव नगरी को काली मां के झंडे से सजाया जायेगा. कार्यालय शुभारंभ के दौरान रामधारी सिंह, पवन पांडेय, दीपक गुप्ता, राहुल सिंह, संदीप दुबे, बिटू सिंह, रामप्रवेश सिंह, दीपक धनराज, कंचनदेव, निखिल कुमार, बलिराम चंद्रवंशी, विनोद चौधरी, गुड्डू सिंह, उपेंद्र यादव, भीम प्रजापत, विनय कुमार आदि मौजूद थे.
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