प्रशांत किशोर ने आज रात 8 बजे शेखपुरा हाउस में मीडिया से बात करने की घोषणा की है. बिहार में BPSC परीक्षा रद्द करने और शिक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर उनके अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल और गिरफ्तारी ने नेतृत्व में हलचल मचा दी है.
नया विचार – जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर को बिना शर्त जमानत मिल गई है। पटना कोर्ट ने पहले बेल के लिए जो शर्तें लगाई थीं, उसे हटा लिया गया है। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) कोर्ट ने जमानत की शर्तें हटा दी, जिसके बाद बेउर थाने से निजी मुचलका पर उन्हें छोड़ा गया। जन सुराज पार्टी के सूत्रों ने कहा कि प्रशांत किशोर बेउर जेल परिसर में लगभग तीन घंटे रहे, जहां उन्हें जमानत की शर्तें मानने से मना करने के बाद भेजा गया था। प्रशांत किशोर ने कहा कि पुलिस उन्हें जेल ले गई थी लेकिन वहां रखा नहीं क्योंकि पुलिस के पास पेपर नहीं थे। तब तक कोर्ट का आदेश आ गया और वो रिहा कर दिए गए।
बीपीएससी की 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पांच दिनों से अनशन कर रहे प्रशांत किशोर को सुबह गांधी मैदान से गिरफ्तार कर लिया गया था। प्रशांत ने कहा था कि जेल से भी उनका अनशन जारी रहेगा। अदालत ने उन्हें 25000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी लेकिन पीके सशर्त जमानत को तैयार नहीं हुए। कोर्ट ने भविष्य में ऐसी गलती दोबारा ना करने का मुचलका भरने का आदेश दिया था। प्रशांत का कहना था कि अगर कोर्ट की शर्त मानेंगे तो भविष्य में धरना-प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे।
बीपीएससी ने 13 दिसंबर को 70वीं प्रारंभिक परीक्षा ली थी। अभ्यर्थी इसमें इसमें धांधली के आरोप लगा रहे हैं। पटना के गर्दनीबाग में उनका आंदोलन भी चल रहा है।