नया विचार पटना– बिहार के गरीब परिवारों के लिए खुशसमाचारी है। अब उन्हें पक्का घर मिलने का सपना जल्द ही पूरा हो सकता है। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत घर-घर सर्वेक्षण शुरू हो गया है। इस सर्वे का मकसद उन सभी योग्य परिवारों की पहचान करना है, जो अभी तक इस योजना का लाभ नहीं ले पाए हैं। यह सर्वेक्षण 31 मार्च तक चलेगा। इस दौरान अधिकारी घर-घर जाकर लोगों की जानकारी इकट्ठा करेंगे।
योजना में किए गए बड़े बदलाव
इस बार योजना में कुछ बड़े बदलाव किए गए हैं। पहले अगर आपके पास बाइक थी या आपकी आमदनी 10000 रुपये से ज्यादा थी, तो आपको इस योजना का लाभ नहीं मिलता था। लेकिन अब नियम बदल गए हैं। अगर आपके पास बाइक है और आप 15000 रुपये प्रतिमाह कमाते हैं, तब भी आप पीएम आवास योजना का लाभ ले सकते हैं।
बनाए गए हैं खास नियम
लाभार्थियों के चयन के लिए कुछ खास नियम बनाए गए हैं। सबसे पहले तो आपके पास प्रशासनी नौकरी नहीं होनी चाहिए। दूसरे आपके पास ट्रैक्टर या हार्वेस्टर जैसा कोई कृषि यंत्र नहीं होना चाहिए। और तीसरा, आपका नाम योजना की पुरानी सूची में नहीं होना चाहिए। इनके अलावा कुछ और भी नियम हैं। अगर आपके पास कार या कोई अन्य चार पहिया वाहन है, किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की सीमा 50000 रुपये या उससे ज्यादा है, आप इनकम टैक्स या व्यापार कर देते हैं, या आपके परिवार में किसी सदस्य की मासिक आय 15,000 रुपये या उससे ज्यादा है, तो आपको इस योजना से बाहर रखा जाएगा।
योजना का लाभ लेने को चाहिए ये कार्ड
पीएम आवास योजना का लाभ लेने के लिए आपके पास मनरेगा का जॉब कार्ड और आधार कार्ड होना जरूरी है। अगर आपके पास जॉब कार्ड नहीं है, तो आपको योजना का लाभ नहीं मिलेगा। सर्वे के दौरान अधिकारी इन सभी बातों की जांच करेंगे। सर्वे पूरा होने के बाद योग्य लाभार्थियों के नाम आवास प्लस 2.0 ऐप में जोड़े जाएंगे।