नया विचार न्यूज़ पटना- आज अमनौर (सारण) विधानसभा क्षेत्र में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माननीय ग्रामीण कार्य मंत्री श्री अशोक चौधरी ने कहा कि बिहार के गाँवों को सशक्त, समृद्ध और सुगम बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में जो ऐतिहासिक कार्य हुए हैं, वे आज एक नई विकास संस्कृति की मिसाल बन चुके हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि, “यह वही धरती है जो सम्राट अशोक का बिहार हुआ करता था — एक ऐसा गौरवशाली अतीत, जिसकी पहचान विश्व भर में थी। लेकिन कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ और संकीर्ण सोच से बिहार की उस पहचान को धूमिल किया। माननीय नेता नीतीश कुमार ने फिर से बिहार को वही गौरव लौटाया है। उनका शासन काल निस्संदेह स्वर्णिम काल के रूप में इतिहास में दर्ज किया जाएगा।”श्री चौधरी ने कहा कि जब वर्ष 2005 में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बिहार की कमान संभाली थी, तब राज्य जातीय उन्माद, अराजकता और हिंसा से झुलस रहा था। 118 नरसंहारों के साये में सिसकता बिहार महज़ 2.3% की विकास दर और ₹23,000 करोड़ के सीमित वार्षिक बजट में सिमटा हुआ था। लेकिन आज बिहार आत्मनिर्भरता की ओर तेज़ी से बढ़ चुका है। राज्य का वार्षिक बजट ₹3 लाख करोड़ से अधिक हो गया है, विकास दर 10% के आसपास पहुँच चुकी है और गरीबी दर घटकर मात्र 16% रह गई है।उन्होंने आंकड़ों के माध्यम से यह स्पष्ट किया कि ग्रामीण सड़कों की लंबाई जहाँ वर्ष 2005 में मात्र 8,000 किलोमीटर थी, वहीं आज यह बढ़कर 1.17 लाख किलोमीटर हो चुकी है। बिजली जो कभी केवल 22% आबादी तक सीमित थी, आज पूरे बिहार में 100% विद्युतीकरण हो चुका है। श्री चौधरी ने कहा कि, “यह अब वह बिहार है जहाँ हर टोला तक पक्की सड़क जाती है, हर गांव में बल्ब जलता है और हर शिशु के हाथ में किताब होती है।”नीतीश कुमार जी की दूरदर्शी सोच ने शिक्षा को सामाजिक परिवर्तन का साधन बनाया है। वर्ष 2005 में जहाँ 10.5% शिशु स्कूल छोड़ देते थे, आज यह आंकड़ा घटकर 1% से भी कम हो चुका है। विशेषकर महादलित, अल्पसंख्यक और अतिपिछड़े वर्ग के बच्चों को तालीमी मरकज़ और टोला सेवक के माध्यम से मुख्यधारा से जोड़ा गया। बालिका पोशाक योजना और साइकिल योजना जैसी क्रांतिकारी पहलों ने लाखों बच्चियों को स्कूल लौटाया और उन्हें आत्मनिर्भरता की राह दिखाई। वर्ष 2005 में जहाँ मैट्रिक परीक्षा में मात्र 4 लाख विद्यार्थी सम्मिलित होते थे, आज यह संख्या 18 लाख को पार कर चुकी है, जिनमें 8.5 लाख बेटियाँ हैं — यह नारी सशक्तिकरण का जीवंत उदाहरण है।
कार्यक्रम के दौरान श्री चौधरी ने बताया कि अमनौर विधानसभा क्षेत्र में ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा वर्ष 2024-25 के अंतर्गत मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम (RRSMP) के तहत 79 सड़कों के मरम्मती, सुदृढ़ीकरण एवं चौड़ीकरण की स्वीकृति मिली है, जिनकी कुल लंबाई 92.24 किलोमीटर और लागत ₹65.36 करोड़ है। इसी प्रकार, मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना (MGSY) के अंतर्गत वर्ष 2024-25 में 1 पुल का कार्य (लंबाई: 34.26 मीटर, लागत: ₹3.569 करोड़) स्वीकृत किया गया है। इसके अतिरिक्त MMGSY (अवशेष) के अंतर्गत 5 सड़कें स्वीकृत हैं जिनकी कुल लंबाई: 9.685 किमी तथा लागत: ₹9.655 करोड़ है । इसके साथ ही वर्ष 2025-26 में RRSMP के तहत 33 और सड़कों के के मरम्मती, सुदृढ़ीकरण एवं चौड़ीकरण की स्वीकृति दी गई है (लंबाई: 47.019 किमी, लागत: ₹34.094 करोड़) तथा MMGSY (अवशेष) के अंतर्गत 3 सड़कें प्रस्तावित हैं जिनकी कुल लंबाई: 2.700 किमी तथा लागत: ₹5.732 करोड़ है । साथ ही मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना (MGSY) के अंतर्गत वर्ष 2025-26 में 1 पुल प्रस्तावित है जिसकी कुल लागत: ₹1.875 करोड़ है ।
उन्होंने कहा कि इन योजनाओं से अमनौर विधानसभा के सैकड़ों गाँवों को जिला मुख्यालय, अनुमंडल, स्कूल, अस्पताल और बाज़ार से जोड़ने में अभूतपूर्व सुविधा होगी। इन योजनाओं से आमजन को आवागमन, शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका के अवसर सुलभ होंगे।
श्री अशोक चौधरी ने कहा, “यह काम सिर्फ़ सड़क बनाने का नहीं है — यह लोगों के जीवन को जोड़ने, सम्मान लौटाने और एक बेहतर बिहार गढ़ने का संकल्प है। आज का बिहार बदल चुका है। अब कोई भी गाँव अंधेरे में नहीं रहेगा, कोई बच्चा स्कूल से बाहर नहीं रहेगा और कोई परिवार विकास की मुख्यधारा से कटकर नहीं रहेगा। यह नीतीश कुमार का बिहार है — जहाँ संकल्प है, संवेदना है और सतत विकास की रफ्तार है।”
कार्यक्रम का समापन करते हुए “अमेरिका इसलिए अमीर नहीं हुआ कि वहाँ की सड़कें अच्छी थीं, बल्कि वह इसलिए अमीर हुआ क्योंकि उसने अच्छी सड़कें बनाईं।” अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ. केनेडी का यह विचार इस सिद्धांत को दर्शाता है कि बेहतर सड़कों का निर्माण किसी भी देश या प्रदेश को समृद्धि की ओर ले जाता है।
उन्होंने कहा कि हमारे दूरदर्शी नेता ने न सिर्फ इस सोच को समझा, बल्कि अवसर मिलते ही बिहार में सड़क क्रांति ला दी। हम सौभाग्यशाली हैं कि ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री के रूप में हमें इस कार्य को आगे बढ़ाने का अवसर मिला।उन्होंने आह्वान किया कि हम सब मिलकर यह सुनिश्चित करें कि अमनौर विधानसभा को केवल एक विकास क्षेत्र नहीं, बल्कि बिहार के लिए प्रेरणा क्षेत्र बनाया जाए — एक ऐसा उदाहरण जो बताता है कि जब नीति में नीयत जुड़ती है, तो नतीजे ज़मीन पर दिखते हैं।
“बिहार अब थमता नहीं — वह आगे बढ़ता है, क्योंकि नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में अब बिहार रुकना नहीं जानता।”
इस कार्यक्रम में मंत्री श्री अशोक चौधरी के साथ कैबिनेट में सहयोगी माननीय मंत्री सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, बिहार प्रशासन श्री कृष्ण कुमार मंटू, श्री छोटू सिंह जी, महासचिव बिहार राज्य नागरिक परिषद् सह महासचिव बिहार प्रदेश जनता दल (यू ), जद(यू) जिलाध्यक्ष श्री आफताब आलम राजू जी, जिला पार्षद अमनौर श्री पप्पू सिंह जी, विभागीय अभियंता सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।