कमरहट्टी विधायक के बयान पर पार्टी में घमासान
संवाददाता, कोलकाता
तृणमूल विधायक मदन मित्रा ने अपनी पार्टी को नेतृत्वक परामर्श देने वाली एजेंसी आइपैक (इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी) पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि आइपैक के जुड़ाव के कारण पार्टी के भीतर अवसरवादी लोगों को जगह मिली, जिससे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की छवि धूमिल हुई. एक मीडिया चैनल से बातचीत में कमरहट्टी विधायक ने कहा कि ममता बनर्जी का नाम कभी किसी घोटाले से नहीं जुड़ा. हालांकि, अब उनकी प्रतिष्ठा पर पैकवालों (आइपैक सदस्यों) की हरकतों के कारण दाग लगा है. एजेंसी से जुड़े लोगों ने अवांछनीय प्रभाव डाला है. कुछ लोग आइपैक से होने का दावा करते हुए राज्य के मंत्रियों पर दबाव भी डाल रहे हैं और विभिन्न मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
उन्होंने आइपैक के दृष्टिकोण पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हमने 2009 से बिना किसी बाहरी एजेंसी की मदद के अपने दम पर बैठकें और रैलियां कर चुनाव जीते हैं. बाहरी हस्तक्षेप तब शुरू हुआ, जब आइपैक के कुछ लोगों ने प्रवेश किया. इससे पहले मित्रा ने पार्टी की छवि सुधारने और भ्रष्टाचार के बारे में अपनी चिंताएं प्रकट की थीं. उन्होंने कहा था कि तृणमूल कांग्रेस की जिला समितियां बड़ी रकम के लिए पार्टी के पदों को बेच रही हैं. जिला समितियों में पद के लिए 10 लाख रुपये तक की मांग की जा रही है. उन्होंने पार्टी नेतृत्व से सतर्क रहने का आग्रह करते हुए आगाह किया है कि इस तरह की गतिविधियां 2026 के चुनावों से पहले तृणमूल की छवि को नुकसान पहुंचा सकती हैं.
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