पटना. गोपालगंज जिले के उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की मांझागढ़ शाखा में हुई करीब 3.83 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय अनियमितता और गबन मामले की जांच सीबीआइ करेगी. राज्य प्रशासन ने जुलाई 2022 में दर्ज इस मामले की जांच सीबीआइ से कराने की मंजूरी देते हुए गृह विभाग (आरक्षी शाखा) के स्तर पर अधिसूचना जारी कर दी है. गृह विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक जोसेफ कुजूर और बैंक मित्र राकेश कुमार मांझी पर राशि गबन का आरोप है. दोनों अभियुक्त फरार बताये जाते हैं. इस मामले में बैंक के शाखा प्रबंधक आशीष अग्रहरी के आवेदन पर सबसे पहले पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की थी. उस समय गबन की राशि 14.52 लाख रुपये थी. आरोप था कि दोनों आरोपितों ने मांझगढ़ के प्रखंड विकास पदाधिकारी के खाते से यह राशि गायब की है. जब पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू की तो एक बड़े गबन का खुलासा हुआ. बैंक के विशेष लेखा परीक्षक से कराई गयी जांच में गबन की राशि तीन करोड़ 83 लाख 11 हजार 213 रुपये तक चली गयी.
डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
The post मांझागढ़ शाखा में वित्तीय अनियमितता की जांच सीबीआइ को appeared first on Naya Vichar.