HEAT WAVE: उत्तर प्रदेश में इन दिनों तेज गर्मी और लू (हीट वेव) का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में लू चलने की चेतावनी जारी की है, जिससे जनजीवन प्रभावित होने की संभावना है. इस गंभीर स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राहत और स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर प्रदेशवासियों को सतर्क रहने और हीट वेव से बचाव के उपाय अपनाने की अपील की है. मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता के लिए व्यापक जागरूकता अभियान शुरू किया है, जिसमें हीट स्ट्रोक और गर्मी से संबंधित बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी सुझाव और सावधानियां साझा की गई हैं.
दोपहर 12 से 4 बजे के बीच तेज धूप से बचने की चेतावनी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों से विशेष आग्रह किया है कि वे दोपहर 12 से शाम 4 बजे के बीच तेज धूप में घरों से बाहर न निकलें. इस समय में सूर्य की किरणें अत्यंत तीव्र होती हैं, जो शरीर पर बुरा असर डाल सकती हैं. स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव, पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि बाहर निकलते समय हल्के रंग के आरामदायक कपड़े पहनें और शरीर को पूरी तरह से ढक कर रखें. साथ ही छाता, चश्मा और सनस्क्रीन का उपयोग करें ताकि त्वचा को सीधे धूप से बचाया जा सके.
प्रदेशवासियों को लगातार तरल पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी गई है, जैसे कि नींबू पानी, शिकंजी और नारियल पानी. इससे शरीर में पानी की कमी नहीं होती और हीट स्ट्रोक का खतरा कम होता है. घरों और कार्यस्थलों पर पर्दे या शेड का प्रबंध करना आवश्यक है ताकि गर्मी की किरणें अंदर न घुसें. खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखें.
हीट वेव के दौरान खान-पान और अन्य सावधानियां
गर्मी में खाली पेट रहने से बचें और अधिक प्रोटीन या बासी भोजन का सेवन न करें. धूप में खड़ी गाड़ियों में बच्चों या जानवरों को अकेला न छोड़ें. शराब, चाय, कॉफी या कार्बोनेटेड ड्रिंक का अधिक सेवन न करें क्योंकि ये शरीर को अधिक गर्म कर सकते हैं.
हीट स्ट्रोक के लक्षण और प्राथमिक उपचार
स्वास्थ्य विभाग ने हीट वेव से जुड़ी बीमारियों के लक्षणों की जानकारी भी आम जनता तक पहुंचाई है. यदि किसी व्यक्ति का शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच जाए, त्वचा लाल और सूखी हो, चक्कर आएं, मांसपेशियों में कमजोरी महसूस हो, सांस फूलने लगे, सिरदर्द, घबराहट, मतली या उल्टी हो तो यह हीट स्ट्रोक के गंभीर लक्षण माने जाते हैं. ऐसे मामले में तुरंत पीड़ित व्यक्ति को छायादार और ठंडी जगह पर ले जाकर ठंडा पानी पिलाना चाहिए. संभव हो तो ठंडे पानी से नहलाएं और तुरंत डॉक्टर या एम्बुलेंस सेवा 108 को सूचित करें.
बच्चों और श्रमिकों के लिए विशेष गाइडलाइन
प्रशासन ने बच्चों और श्रमिकों की सुरक्षा को विशेष प्राथमिकता दी है. बच्चों को दोपहर के समय धूप में स्पोर्ट्सने से रोकें. उनके कपड़े हल्के, ढीले और आरामदायक रखें और उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं. बच्चों को कभी भी गर्मी में बंद गाड़ी में अकेला न छोड़ें.
निर्माण स्थलों और अन्य कड़ी मेहनत वाले स्थानों पर काम करने वाले श्रमिकों के लिए भी विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. उन्हें नियमित अंतराल पर आराम दिया जाए और छायादार, ठंडी जगह उपलब्ध कराई जाए. भारी श्रम कार्य सुबह या शाम के समय करवाए जाएं ताकि तेज गर्मी से बचाव हो सके.
मित्र प्रणाली से श्रमिकों की निगरानी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रमिकों की सेहत की बेहतर निगरानी के लिए “मित्र प्रणाली” लागू करने के निर्देश दिए हैं. इस प्रणाली के तहत सहकर्मी एक-दूसरे की देखभाल करेंगे और जरूरत पड़ने पर प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करेंगे. इसके साथ ही भारी उद्योगों में गर्म उपकरणों को इन्सुलेट करने और बच्चों के लिए कूल शेड की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं.
प्रशासन की सतर्कता और लोगों से अपील
उत्तर प्रदेश प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे हीट वेव के प्रति सतर्क रहें और किसी भी व्यक्ति में गंभीर लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं या 108 एम्बुलेंस सेवा से संपर्क करें. साथ ही प्रशासन ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे गर्मी में सुरक्षा के उपायों का पालन करें ताकि हीट स्ट्रोक और गर्मी से होने वाली बीमारियों से बचा जा सके.
इस प्रकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल से प्रदेश में हीट वेव से निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. प्रदेशवासियों को भी प्रशासन की इन गाइडलाइन्स का पालन करते हुए अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा.
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