चंद्रमंडीह. भाकपा माले ने आदिवासियों को जमीन का पर्चा देने व अमर शहीद सिद्धो कान्हू की प्रतिमा प्रखंड मुख्यालय के समक्ष लगाने के मुद्दे को लेकर शुक्रवार को चकाई प्रखंड कार्यालय परिसर में एक दिवसीय धरना दिया. धरना की अध्यक्षता आदिवासी संघर्ष मोर्चा के जिला संयोजक कल्लू मरांडी ने की. भाकपा माले के जिला सचिव शंभू शरण सिंह ने कहा कि आदिवासियों के पारंपरिक विरासत को खत्म करने व उसके संघर्षों को कुचलने की कोशिश हो रही है. भाकपा माले के प्रखंड सचिव मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि वनाधिकार कानून बने दो दशक हो गया, लेकिन आदिवासी और गैर आदिवासियों को आज तक पर्चा नहीं मिलना विकास का नारा केवल दिखावा है. युवा नेता बाबू साहब सिंह ने कहा कि चकाई प्रखंड के बोंगी, बरमोरिया, डढ़वा, चौपला, बामदह सहित दर्जनों गांवों से 335 आवेदकों के आवेदन पिछले अठारह महीनों से जिला कल्याण विभाग और प्रखंड कार्यालय में लंबित हैं. पदाधिकारी को वनाधिकार कानून की जानकारी नहीं होना यह दर्शाता है कि प्रशासन और व्यवस्था आदिवासियों के अधिकार के प्रति असंवेदनशील है. वहीं संजय राय एवं किसुन मरांडी ने कहा कि प्रशासन दशकों से जंगल में बसे आदिवासियों और गैर आदिवासियों को वनाधिकार कानून के तहत पर्चा दें नहीं तो हूल जोहार होगा. इस दौरान आगामी 30 जून को हुल दिवस पर हजारों की संख्या में जमुई पहुंचने का निर्णय भी लिया गया. साथ ही धरना की समाप्ति के पश्चात मांगो से संबंधित पत्र प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपा गया. कार्यक्रम में मो सलीम अंसारी, बासुदेव हांसदा, राजकिशोर किस्कू, खुबलाल राणा, सीताराम यादव, मतला मरांडी, एलियास हेंब्रम, माइकल हांसदा, बाजो ठाकुर, प्रदीप राय, प्रदीप मंडल, धनेशवर यादव, राहुल यादव समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे.
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