नया विचार न्यूज़ दरभंगा। यह सत्य है कि हर युग में पारंपरिक शिक्षा की तुलना में उद्योग और व्यापार पर आधारित व्यावसायिक शिक्षा हमारी प्राथमिकताओं में रही है और वर्तमान युग में, जब पूरी दुनिया एक बाजार में तब्दील हो गई है और व्यावसायिक शिक्षा का महत्व दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है और सभी शिक्षण संस्थानों में व्यावसायिक शिक्षा के पाठ्यक्रमों को शामिल करने की होड़ शुरू हो गई है। उक्त विचार सीएम कॉलेज, दरभंगा के प्रधानाचार्य प्रोफेसर मुश्ताक अहमद ने व्यक्त किए। प्रोफेसर अहद कॉलेज में सत्र 2025 – 28 के बीबीए और बीसीए के छात्रों के वर्ग प्रारंभ सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कॉलेज पिछले तीन दशकों से इन दोनों व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में डिग्री प्रदान कर रहा है और हमारे स्नातक छात्र देश-विदेश में अपना परचम लहरा रहे हैं। प्रोफेसर अहमद ने कहा कि सीएम कॉलेज उत्तर बिहार में बीबीए और बीसीए की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए अपनी विशिष्ट पहचान रखता है और यही कारण है कि हजारों छात्र इस कॉलेज में इन दोनों पाठ्यक्रमों में सीटों के लिए इच्छुक रहते हैं। गौरतलब है कि आरक्षण नीतियों के अनुसार लिखित और मौखिक परीक्षा के आधार पर प्रवेश दिया जाता है और इस तीन वर्षीय डिग्री कोर्स को पूरा करने वाले छात्र विभिन्न कंपनियों में नौकरी पाने में सफल होते हैं और कई दूसरों को रोजगार के अवसर प्रदान कर रहे हैं। प्रोफेसर अशोक कुमार पोद्दार ने कहा कि बदलती परिस्थितियों के अनुसार, बीबीए और इसके छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा की आवश्यकताओं को पूरा करने के योग्य बनाने का हर संभव प्रयास किया जाता है और जिसके परिणामस्वरूप इस कॉलेज के ये दोनों पाठ्यक्रम लोकप्रिय हो गए हैं और इनमें प्रवेश लेने वाले उम्मीदवारों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि छात्रों को व्यवसायिक शिक्षा के योग्य बनाने की निरंतर कोशिश है और परिणामस्वरूप ये दोनों पाठ्यक्रम लोकप्रिय हो गए हैं और इनमें प्रवेश लेने वाले उम्मीदवारों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। व्यावसायिक शिक्षा की आवश्यकताएं उन क्षेत्रों से अलग है और छात्रों को इसी मानसिकता के साथ आगे बढ़ना होगा। कोर्स समन्वयक प्रो. ललित शर्मा ने कहा कि सत्र की शुरुआत के साथ कई सर्टिफिकेट कोर्स भी शुरू हो गए हैं प्रो. दिव्या शर्मा ने आरंभ में इन दोनों पाठ्यक्रमों के महत्व और उपयोगिता पर प्रकाश डाला और छात्राओं को महाविद्यालय परिसर में छात्रों के लिए निर्धारित नैतिक संहिता का पालन करने की सलाह दी। डॉ. शीबा शब्बीर और इंजीनियर प्रेरणा ने भी इस अवसर पर छात्राओं को संबोधित किया और वैश्वीकरण के इस युग में व्यावसायिक शिक्षा के असाधारण महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. सुजीत कुमार शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस उद्घाटन सत्र में महाविद्यालय के अन्य विभागों के शिक्षक, कर्मचारी और बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित थे।