::: मुजफ्फरपुर में स्लम पुनर्वास परियोजना को मिली हरी झंडी, बनेगा डीपीआर
::: अघोरिया बाजार, पुरानी गुदरी रोड एवं बहलखाना स्लम बस्ती में बना है महादलित परिवार के निवास करने के लिए भवन
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
शहर के तीन स्लम बस्ती अघोरिया बाजार, पुरानी गुदरी रोड एवं बहलखाना में महादलित परिवारों के रहने के लिए बने डॉ अंबेडकर भवन की स्थिति काफी जर्जर हो गयी है. बार-बार अल्टीमेटम व नोटिस के बाद भी इसमें निवास करने वाले परिवार इसे खाली नहीं कर रहे हैं. हालांकि, नगर निगम इन भवनों को तोड़कर नये सिरे से निर्माण की कवायद में जुटा है. नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव को पत्र लिखकर जर्जर भवनों के पुनर्विकास के लिए डीपीआर बनाने में तकनीकी सहयोग हेतु टीम की प्रतिनियुक्ति करने का आग्रह किया है. नगर आयुक्त ने बताया कि अघोरिया बाजार (वार्ड संख्या-30), पुरानी गुदरी, बहलखाना (वार्ड संख्या-39) और पुरानी गुदरी, वाहन यार्ड-सह-वर्कशॉप (वार्ड संख्या-40) में स्थित डॉ अम्बेडकर भवन अत्यंत जर्जर स्थिति में हैं. भवन प्रमंडल, मुजफ्फरपुर द्वारा इन भवनों को परित्यक्त घोषित किया जा चुका है, लेकिन पुनर्विकास की स्पष्ट योजना के अभाव में इनमें रहने वाले परिवार भवन खाली करने के लिए इच्छुक नहीं हैं. “अफोर्डेबल हाउसिंग एवं स्लम नीति-2017 ” के आलोक में, इन तीनों स्थलों पर प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 के “एएचपी घटक ” के अंतर्गत इन-सीटू स्लम पुनर्विकास परियोजना का एक प्रारंभिक प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसे निगम बोर्ड की बैठक में स्वीकृति भी मिल चुकी है. इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु डीपीआर का निर्माण आवश्यक है, जिसके लिए निगम के पास आवश्यक तकनीकी विशेषज्ञता और संसाधनों की उपलब्धता नहीं है. इसलिए, निगम ने विभाग से उपयुक्त तकनीकी टीम की प्रतिनियुक्ति करने का अनुरोध किया है, जो इस परियोजना के डीपीआर बनाने और अन्य तकनीकी पक्षों में निगम को आवश्यक सहयोग प्रदान कर सके.
डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
The post शहर के तीन मलिन बस्ती के जर्जर भवनों का होगा पुनर्विकास, निगम ने मांगा तकनीकी सहयोग appeared first on Naya Vichar.