40 लाख की फॉगिंग मशीन नगर परिषद की बढ़ा रही शोभा मो तसलीम चतरा. शहर में इन दिनों मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे लोगों का जीना दूभर हो गया है. हर वक्त मच्छरों की भिनभिनाहट व डंक से लोग परेशान हैं. इसके बाद भी नगर परिषद, स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य जिम्मेदार विभाग लापरवाह बने हुए हैं, जिसके कारण दिन-प्रतिदिन मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा हैं. मच्छरों के कारण रात में लोगों की नींद पूरी नहीं हो पा रही हैं. लोग सुबह में देर तक या दोपहर में सोकर नींद पूरी कर रहे हैं, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ रहा हैं. लोग मच्छरों से बचने के लिए क्वाईल, अगरबत्ती, ऑलआउट समेत अन्य का सहारा ले रहे हैं. मच्छरों के प्रकोप के कारण रात की बात तो दूर, दिन में भी चैन नहीं रह पा रहे हैं. मच्छरों से शहरवासियों को निजात दिलाने के लिए खरीदी गयी 40 लाख की फॉगिंग मशीन का नियमित उपयोग नहीं होता है. 40 लाख की फॉगिंग मशीन नगर परिषद की शोभा बढ़ा रही है. वर्ष 2025 में अभी तक छह से सात दिन ही इस मशीन का उपयोग हुआ है, वह भी जनवरी से मार्च माह के बीच. अप्रैल व मई माह में एक बार भी फॉगिंग मशीन का उपयोग नहीं किया गया है. मालूम हो कि शहर के लोगों को मच्छर के प्रकोप से राहत दिलाने के 40 लाख से खरीदी गयी फॉगिंग मशीन को 30 अक्टूबर 2022 को तत्कालीन राज्य के श्रम मंत्री सत्यानंद भोगता ने रवाना किया था, लेकिन मशीन का उपयोग नियमित रूप से नहीं होता है. शुरुआत में शहर में कम और अधिकारियों के कार्यालय परिसर व आवास में अधिक उपयोग किया गया था. इस तरह जिस उद्देश्य से फॉगिंग मशीन खरीदी गयी थी, उसका लाभ आम लोगों को नहीं मिल रहा है. मच्छरों से फैलती है कई बीमारी : मच्छरों से कई तरह की बीमारी फैलती हैं. एनोफिलिज मच्छर से मलेरिया, क्लक्स मच्छर से फाइलेरिया, एडिस मच्छर से डेंगू व सैंड फ्लाई मच्छर से कालाजार नामक बीमारी फैलती है. नियमित नहीं होती हैं साफ-सफाई : नगर परिषद क्षेत्र में नियमित रूप से साफ-सफाई नहीं होती है, जिसके कारण नालियां बजबजाती रहती हैं. कई मुहल्लों की नालियों में स्लैब की व्यवस्था नहीं है. कई जगहों पर जलजमाव व कचरे की समस्या है. लोग बोले : अगरबत्ती और ऑलआउट ही अब सहारा अजय केसरी, मो वसीम, अमित कुमार समेत अन्य ने कहा कि मच्छरों के प्रकोप के कारण शाम को घर के बाहर बैठना मुश्किल हो रहा है. कभी-कभार ही मशीन का उपयोग होता है, जिसके कारण क्वाईल, अगरबत्ती, ऑलआउट समेत अन्य का सहारा लेना पड़ता है. लोगों ने उपायुक्त रमेश घोलप से शहर में नियमित रूप से फॉगिंग मशीन का उपयोग कराने की मांग की, ताकि मच्छरों के प्रकोप से राहत मिल सके. खराबी दूर कर शीघ्र होगा मशीन का उपयोग : सिटी मैनेजर नगर परिषद के सिटी मैनेजर रोहित गुड़िया ने कहा कि फॉगिंग मशीन से निकलने वाला केमिकल ज्यादा लीकेज कर रहा है, जिसके कारण मशीन का उपयोग नहीं हो रहा है. लीकेज की जानकारी कंपनी को दे दी गयी है. बहुत जल्द लीकेज की समस्या दूर करा कर शहर में नियमित रूप से फॉगिंग मशीन का उपयोग किया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
The post शहर में बढ़ा मच्छरों का प्रकोप, नहीं हो रहा हैं फॉगिंग मशीन का उपयोग appeared first on Naya Vichar.