Hot News

शहीद मनीष कुमार का पार्थिव शरीर पंचतत्व में हुए विलीन

अंतिम दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब, छलके आंसू सैन्य सम्मान के साथ दी गयी अंतिम विदाई, देशभक्ति नारों से गूंज उठा माहौल फोटो कैप्शन-शहीद जवान को सलामी देते सैन्य अधिकारी व जवान प्रतिनिधि, कौआकोल (नवादा) देश की रक्षा करते ड्यूटी के दौरान विगत 14 मई की सुबह सवा सात बजे शहीद हुए हिंदुस्तानीय सेना के जवान कौआकोल थाना क्षेत्र के पांडेयगंगौट निवासी मनीष कुमार (27) का पार्थिव शरीर घटना के चौथे दिन शनिवार को पैतृक गांव पहुंचा, तो लाखों लोगों की आंखें नम हो गयीं. देशभक्ति नारों से पूरा माहौल गूंज उठा. इस दौरान हरदिल में गर्व का भाव था, पर अपने लाल को खोने का गम भी दिखा. हजारों वाहनों के काफिले एवं जनसैलाब के साथ पार्थिव शरीर का पांडेयगंगौट गांव स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया. लाखों ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में शहीद जवान को अश्रुपूर्ण विदाई दी गयी. छोटे भाई सन्नी कुमार ने नम आंखों से मुखाग्नि दी. इसके पूर्व पार्थिव शरीर जैसे ही नवादा पुलिस लाइन से निकला, जगह जगह हजारों लोगों ने गांव की गलियों एवं सड़कों को तिरंगा से पाट दिया. शव वाहन को रोककर पुष्पवर्षा की गयी. जब तक सूरज चांद रहेगा, मनीष तेरा नाम रहेगा, शहीद मनीष अमर रहें, हिंदुस्तान माता की जय, पाकिस्तान मुर्दाबाद, जयहिंद, वंदे मातरम् आदि देशभक्ति नारों से पूरा इलाका गुंजायमान हो उठा है. लोगों ने कहा कि हमारे जवानों का बलिदान बेकार नहीं जायेगा.

डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

The post शहीद मनीष कुमार का पार्थिव शरीर पंचतत्व में हुए विलीन appeared first on Naya Vichar.

Spread the love

विनोद झा
संपादक नया विचार

You have been successfully Subscribed! Ops! Something went wrong, please try again.

About Us

नयाविचार एक आधुनिक न्यूज़ पोर्टल है, जो निष्पक्ष, सटीक और प्रासंगिक समाचारों को प्रस्तुत करने के लिए समर्पित है। यहां राजनीति, अर्थव्यवस्था, समाज, तकनीक, शिक्षा और मनोरंजन से जुड़ी हर महत्वपूर्ण खबर को विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया जाता है। नयाविचार का उद्देश्य पाठकों को विश्वसनीय और गहन जानकारी प्रदान करना है, जिससे वे सही निर्णय ले सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।

Quick Links

Who Are We

Our Mission

Awards

Experience

Success Story

© 2025 Developed By Socify

Scroll to Top