Hot News

श्रीकृष्ण ने हजारों साल पहले ही दे दिया था ‘सक्सेस फॉर्मूला’, अपना लिया तो कोई माई का लाल नहीं रोकेगा सफल होने से

Gita Updesh, Bhagavad Gita Success Quotes: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर इंसान सफलता की तलाश में भटकता रहता है. करियर अथवा बिजनेस की बात हो या रिश्तों में संतुलन बनाने को लेकर चाहे आध्यात्मिक शांति का मैटर हो. लेकिन क्या आपने कभी जानने की कोशिश की है कि हजारों साल पहले ही भगवद गीता में श्रीकृष्ण ने सफलता पाने का अचूक फार्मूला दे दिया था?दरअसल महाहिंदुस्तान के युद्धभूमि कुरुक्षेत्र में, जब अर्जुन संशय और भ्रम में डूबे हुए थे, तब श्रीकृष्ण ने जो ज्ञान दिया, वह न सिर्फ आध्यात्मिक जीवन बल्कि व्यावहारिक जीवन में भी सफलता की कुंजी बन चुका है.

कर्म करो, फल की चिंता मत करो

श्रीकृष्ण ने गीता के दूसरे अध्याय के 47वें श्लोक में कहा कि “कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन. मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि॥”अर्थात्, तुम्हारा अधिकार सिर्फ कर्म करने में है, फल में नहीं. यानी अगर आप किसी भी क्षेत्र में सफल होना चाहते हैं, तो पूरी ऊर्जा और निष्ठा के साथ अपना कर्तव्य निभाइये. फल की चिंता करने से मन भटकता है और परफॉर्मेंस पर असर पड़ता है.

Also Read: Father’s Day 2025: जून में इस दिन क्यों मनाते हैं फादर्स डे, जानिए इसके पीछे का इतिहास

सफलता-असफलता दोनों में संतुलित रहें

गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं कि “सिद्ध्यसिद्ध्योः समो भूत्वा समत्वं योग उच्यते॥”यहां स्पष्ट कहा गया है कि जो व्यक्ति सफलता और असफलता दोनों में समान भाव रखता है, वही सच्चा योगी है. यदि मनुष्य हर परिस्थिति में स्थिर रहे, तो उसका निर्णय और परिश्रम दोनों अधिक प्रभावी हो जाते हैं.

बिना लोभ के कार्य ही सफलता का सच्चा मार्ग

गीता में श्रीकृष्ण ने बार-बार कहा है कि “आसक्ति रहित होकर कर्म करो.” यहां पर आसक्ति का मतबल है कि किसी भी चीज के प्रति लगाव या मोह हो जाना. कई बार लोग सफलता पाने की धुन में इस कदर भागते हैं कि वह लक्ष्य से भटक जाते हैं. क्योंकि वह उससे मिलने वाले फल के बारे में अधिक सोचने लगते हैं. लेकिन यदि आप बिना किसी लालच या स्वार्थ के ईमानदारी से अपना कार्य करते हैं, तो सफलता देर-सवेर जरूर मिलती है.

गीता में श्रीकृष्ण ने कहा है जैसा सोचोगे, वैसा बनोगे

गीता के 17वें अध्याय में श्रीकृष्ण कहते हैं कि “श्रद्धामयोऽयं पुरुषो, यो यच्छ्रद्धः स एव सः॥” जिस व्यक्ति में जैसी श्रद्धा होती है, वह वैसा ही बनता है. यानी सफलता पाने के लिए खुद पर विश्वास, अपने कर्म पर भरोसा और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अनिवार्य है.

Also Read: कहीं सोनम रघुवंशी जैसी लड़की न पड़ जाए गले, रिश्ता देखने जाएं तो इन 7 बातों का जरूर रखें ध्यान

The post श्रीकृष्ण ने हजारों साल पहले ही दे दिया था ‘सक्सेस फॉर्मूला’, अपना लिया तो कोई माई का लाल नहीं रोकेगा सफल होने से appeared first on Naya Vichar.

Spread the love

विनोद झा
संपादक नया विचार

You have been successfully Subscribed! Ops! Something went wrong, please try again.

About Us

नयाविचार एक आधुनिक न्यूज़ पोर्टल है, जो निष्पक्ष, सटीक और प्रासंगिक समाचारों को प्रस्तुत करने के लिए समर्पित है। यहां राजनीति, अर्थव्यवस्था, समाज, तकनीक, शिक्षा और मनोरंजन से जुड़ी हर महत्वपूर्ण खबर को विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया जाता है। नयाविचार का उद्देश्य पाठकों को विश्वसनीय और गहन जानकारी प्रदान करना है, जिससे वे सही निर्णय ले सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।

Quick Links

Who Are We

Our Mission

Awards

Experience

Success Story

© 2025 Developed By Socify

Scroll to Top