Bihar News: औरंगाबाद के सदर अस्पताल में प्रसव के बाद मरीजों से अवैध रूप से पैसे वसूलने के गंभीर आरोप सामने आए हैं. इस मामले में DM श्रीकांत शास्त्री के निर्देश पर सिविल सर्जन ने जांच का आदेश दिया है. जांच के बाद पांच नर्सों से स्पष्टीकरण मांगा गया है और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
शिकायत पर हुई कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, 29 जनवरी 2025 को प्रसव वार्ड में ड्यूटी के दौरान एक मरीज से पैसे मांगे जाने की शिकायत मिली थी. इस पर प्रभारी पदाधिकारी ने सिविल सर्जन को तत्काल जांच करने का आदेश दिया. इसके अलावा 28 नवंबर 2024 की एक घटना में भी मरीज के परिवारवालों ने आरोप लगाया था कि ऑपरेशन के दौरान टांके लगाने से पहले ही ड्यूटी पर मौजूद नर्सों ने पैसे की मांग की थी. इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन ने पत्र जारी कर इन पांच नर्सों पुष्पा कुमारी, रिंकी कुमारी, क्रांति कुमारी और एएनएम स्टाफ रिंकू कुमारी से जवाब मांगा है.
अगर दोषी पाई गईं नर्सें, तो होगी कड़ी कार्रवाई
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि नर्सों को जल्द से जल्द अपना स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है. यदि संतोषजनक उत्तर नहीं मिलता है तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी और वरीय अधिकारियों को सूचित किया जाएगा.
पहले भी विवादों में रहा है सदर अस्पताल
सदर अस्पताल में नर्सों द्वारा प्रसव के बाद मरीजों से पैसे वसूलने की घटनाएं नई नहीं हैं. पहले भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं, लेकिन इस बार प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है. शिकायतें यहां तक आई हैं कि बिना पैसे दिए नवजात को मां की गोद में नहीं दिया जाता जिससे परिजनों और नर्सों के बीच बहसबाजी भी होती रही है.
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स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही का आरोप
अस्पताल में केवल रिश्वतखोरी ही नहीं बल्कि मरीजों की देखभाल में भी लापरवाही की शिकायतें मिलती रही हैं. कई बार देखा गया है कि प्रसव के बाद मरीज दर्द से परेशान रहते हैं, लेकिन नर्सें देखने तक नहीं जातीं. शिकायतों के बावजूद अब तक दोषियों पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई है.
रिपोर्ट- मनीष राज, औरंगाबाद
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