सीतामढ़ी. बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ(भासा), पटना के निर्देश पर तीन दिवसीय हड़ताल के तीसरे दिन भी शनिवार को सदर अस्पताल में ओपीडी सेवा ठप रही. इसके कारण दूर दराज से आये मरीजों व उनके परिजनों को अस्पताल परिसर में इधर-उधर भटकते देखा गया. सबसे गंभीर स्थिति तब बन गयी, जब रीगा प्रखंड के रामनगरा निवासी जयराम सिंह हाथ में पर्ची लेकर रोने लगे. पूछने पर बताया कि 29 मार्च 2025 को गांव में ही एक कुत्ता काट लिया. तत्काल सदर अस्पताल पहुंचकर पर्ची काउंटर से पर्चा निकालकर एंटी रैबीज इंजेक्शन(एआरभी) का पहला डोज दिया गया. दूसरे डोज के लिए शनिवार को बुलाया गया था, लेकिन चिकित्सक की बंदी के कारण दूसरा डोज नहीं दिया जा रहा है. इस संबंध में पूछने पर कोई कुछ नहीं बोल रहा है. इसी तरह बथनाहा गोधिया निवासी 65 वर्षीय रामसेवक राय हाथ टूटने के कारण दर्द से बेहाल थे. लेकिन, इमरजेंसी निबंधन काउंटर पर पर्ची नही मिलने के कारण वह इधर-उधर भटक रहा था. पूछने पर बताया कि रुपए नहीं रहने के कारण निजी अस्पताल में इलाज नही करा पाये है. जिसके कारण सदर अस्पताल आये है. आने पर पता चला कि चिकित्सक हड़ताल पर हैं. इसी तरह सहियारा थाना क्षेत्र के फुलवरिया निवासी मुनेखा खातून, डुमरा के कोकणा निवासी किरण देवी, बथनाहा के किशनपुर निवासी किरण देवी, रंजू देवी सभी इलाज के लिए परिजनों के साथ सदर अस्पताल आयी थी. मुनेखा खातून के सीने में असहनीय दर्द था. लेकिन उसे पूछने वाला कोई नहीं था. सुप्पी थाना क्षेत्र के जमला निवासी नागेंद्र साह ने बताया कि वह सुबह से ही इलाज के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं. 15 दिन पहले दिखाया था. दवा खत्म होने पर आने की बात कहा गया था. लेकिन बंदी के कारण इलाज नहीं हो पा रहा है. वैसे चिकित्सक के हड़ताल के बावजूद दवा काउंटर, लैब व स्त्री प्रसव वार्ड व इमरजेंसी वार्ड में इलाज चल रहा था. — ओपीडी सेवा बंद रहने से इमरजेंसी में मरीजों की भीड़ जानकारी के अनुसार, इमरजेंसी निबंधन पर्ची काउंटर पर से 27 से 29 मार्च के बीच 517 पर्ची काटा गया है. पर्ची काउंटर के कर्मी ने बताया कि 27 मार्च को 24 घंटे में 163, 28 मार्च को 229 व 29 मार्च को दो बजे तक 125 मरीज का निबंधन की गयी. बताया कि अधिकांश मरीज ओपीडी में इलाज के लिए आये थे. लेकिन बंदी के कारण ओपीडी के बदले इमरजेंसी वार्ड में इलाज की गयी. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ सुधा झा ने बताया कि कोशिश की गयी है कि इमरजेंसी में आये लोगों कम से कम परेशानी हो. — पब्लिक की कठिनाई को लेकर प्रशासन जिम्मेदार आज तीसरे दिन भी सदर अस्पताल का ओपीडी सेवा बंद की गयी थी. बताया कि लंबित मांगों को जबतक पूरी नहीं की जायेगी, हड़ताल आगे भी की जायेगी. बताया कि लोगों को कठिनाई हुई इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की है. डॉ मुकेश कुमार, सचिव भासा सीतामढ़ी.
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