गया. सीयूएसबी के लीगल एड क्लिनिक ने न्यायम नामक कानूनी जागरूकता पत्रिका का दूसरा संस्करण जारी किया. अपने संदेश में सीयूएसबी के कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह ने संपादकीय टीम को बधाई देते हुए पत्रिका को कानूनी सशक्तीकरण के एक प्रकाश स्तंभ और अनुच्छेद 39ए के अधिदेश का प्रतिबिंब बताया. पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि विमोचन कार्यक्रम में स्कूल ऑफ लॉ एंड गवर्नेंस के विभागाध्यक्ष और डीन प्रो अशोक कुमार ने कहा कि इस तरह के अकादमिक उपक्रम कानूनी शिक्षा को कक्षा से आगे बढ़ाते हैं और छात्रों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का पता लगाने के लिए तैयार करते हैं. यह पत्रिका संवैधानिक मूल्यों और न्याय तक पहुंच की भावना में निहित यह पहल, कानून के छात्रों को अपनी अंतर्दृष्टि व्यक्त करने, समकालीन कानूनी बहसों में शामिल होने और कानूनी साक्षरता में सार्थक योगदान देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करती है. प्रो संजय प्रकाश श्रीवास्तव ने पत्रिका को कानूनी ज्ञान और सामाजिक प्रभाव के बीच एक महत्वपूर्ण सेतु के रूप में स्वीकार किया, जो पारंपरिक शैक्षणिक संस्थानों से परे भी लोगों के लिए सुलभ है.
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