दाउदनगर. प्रखंड कृषि कार्यालय में प्रखंड प्रमुख विपुल कुमार की अध्यक्षता में प्रखंड स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गयी. इस बैठक में खरीफ 2025 में उर्वरक की उपलब्धता पर विशेष चर्चा की गयी. प्रखंड कृषि पदाधिकारी सह सचिव उर्वरक निगरानी समिति द्वारा बताया गया कि दाउदनगर प्रखंड में 12 हजार हेक्टेयर में धान की खेती होने की संभावना है. इसके लिए प्रशासनी मानक के अनुरूप 1450 टन डीएपी खाद की आवश्यकता है. इसके आलोक में अभी तक 600 टन दाउदनगर प्रखंड को प्राप्त हुआ है. यूरिया खाद की उपलब्धता पर चर्चा करते हुए बताया गया कि 3300 टन की आवश्यकता है, जिसके आलोक में अभी तक मात्र एक हजार मिट्रिक टन खाद उपलब्ध हो पाया है. बैठक में आवश्यकतानुसार हर हाल में प्रखंड में खाद की उपलब्धता सुनिश्चित कराने पर बल देते हुए निर्णय लिया गया कि बैठक के प्रस्ताव के संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी के माध्यम से डीएम को अवगत कराया जाए, ताकि किसानों को किसी भी हालत में उर्वरक क्रय करने में परेशानी न हो. उपस्थित उर्वरक विक्रेताओं द्वारा भी अपनी-अपनी बात रखी गई. विक्रेताओं द्वारा बताया गया कि मांग के अनुसार थोक विक्रेताओं द्वारा उर्वरक उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है,जिसके कारण उर्वरक की किल्लत होने की प्रबल संभावना है.सीओ शैलेंद्र कुमार यादव ने कहा कि किसानों को किसी भी परिस्थिति में उर्वरक लेने में परेशानी उत्पन्न न हो, इसका विशेष ख्याल रखा जाए. किसान हमारे देश के अन्नदाता है. मौके पर प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी, सतीश कुमार, जदयू प्रखंड अध्यक्ष दीपक पटेल, राजद प्रखंड अध्यक्ष देवेंद्र सिंह, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष राजेश्वर सिंह, कृषि विभाग के एकाउंटेंट श्रीकांत कुमार सिंह, बिस्कोमान प्रबंधक अनुज कुमार तथा सभी खुदरा उर्वरक विक्रेता उपस्थित थे.
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