BPSC की परीक्षा रद्द हो सकती है अगर…, अभ्यर्थियों की मांग पर नीतीश के मंत्री का बड़ा बयान; विपक्ष को भी घेरा
नया विचार पटना– बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं पीटी परीक्षा को लेकर बिहार में घमासान जारी है। इस बीच नीतीश प्रशासन के एक मंत्री ने साफ किया है कि परीक्षा को लेकर चल रही जांच में अगर कुछ गड़बड़ी मिलती है तो परीक्षा रद्द भी हो सकती है। मीडिया से बातचीत में बिहार प्रशासन के मंत्री और बीजेपी नेता दिलीप जायसवाल ने कहा, ‘यह अलग बात है कि परीक्षा हुई है। जांच अभी चल रही है। अगर जांच में गड़बड़ियां सामने आती हैं तो पूरी परीक्षा रद्द हो सकती है। प्रशासन ने अब तक ना नहीं कहा है।’ BPSC परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पटना के गर्दनीबाग में कई अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर लगातार आमरण अनशन पर हैं। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार प्रशासन पर हमलावर हैं। इधर पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव भी इस मुद्दे पर काफी सक्रिय हैं। पप्पू यादव ने पहले बिहार में चक्का जाम का ऐलान भी किया था और इसके बाद 12 जनवरी को बिहार बंद का भी ऐलान किया गया है। इन तमाम विरोध प्रदर्शनों और अभ्यर्थियों की मांगों के बीच प्रशासन की तरफ से बीपीएससी की पूरी परीक्षा रद्द करने को लेकर यह पहला स्पष्ट बयान आया है। बता दें कि इस मुद्दे पर कांग्रेस और लेफ्ट के सदस्यों ने राज्यपाल से मिल कर एक ज्ञापन सौंपा था और यह आग्रह किया था कि हाई कोर्ट के जज की निगरानी में इसकी जांच करवाई जाए। बिहार प्रशासन के मंत्री के तरफ से यह बयान ऐसे समय में आया है जब सुप्रीम कोर्ट ने बीपीएससी परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में हस्तक्षेप करने से इनकार करते हुए याचिकाकर्ता को हाई कोर्ट जाने का आदेश दिया था। दिलीप जायसवाल ने इस मसले पर विपक्षी पार्टियों को भी घेरा औऱ आरोप लगाया कि वो छात्रों के आंदोलन का नेतृत्वक फायदा लेना चाहते हैं। दिलीप जायसवाल ने कहा, ‘विपक्ष विकास, रोजगार और अन्य किसी भी मुद्दे पर बातचीत नहीं कर सकता है। इसलिए वो छात्रों के आंदोलन का इस्तेमाल खुद को स्थापित करने के लिए कर रहे हैं।’ इसी के साथ दिलीप जायसवाल ने छात्रों से अपील करते हुए कहा, ‘मैं बीपीएससी अभ्यर्थियों से आग्रह करता हूं कि वो प्रशासन औऱ BPSC पर भरोसा रखें और भटके नहीं।’