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January 14, 2025

समस्तीपुर

वायु के समान जीवनी शक्ति है देश के युवा: डॉ.सच्चिदानंद 

युवा दिवस, स्वामी विवेकानंद जयंती, नव वर्ष और मकर संक्रान्ति पर कवि सम्मेलन हास्य गीतों पर लोटपोट हुए छात्र एवं प्राध्यापक नया विचार सरायरंजन : वायु के समान जीवनी शक्ति है देश के युवा। यह बातें सुप्रसिद्ध गीतकार एवं साहित्यकार डॉ .सच्चिदानंद पाठक ने केएसआर महाविद्यालय सराय रंजन में आयोजित युवा दिवस, स्वामी विवेकानंद जयंती, नव वर्ष एवं मकर संक्रांति मिलन समारोह पर आयोजित कवि सम्मेलन को संबोधित करते हुएकहीं । डॉ. पाठक ने स्पष्ट किया कि युवा शब्द का उल्टा वायु है, और वायु शब्द का उल्टा युवा होता है। इस प्रकार युवा और वायु दोनों में अन्योन्याश्रय संबंध है। इसीलिए अपने आध्यात्मिक तेज़ के बल पर , अपने चरणों में सारे संसार को नतमस्तक करते हुए हिंदुस्तान को संपूर्ण विश्व का गुरु बनाने वाले स्वामी विवेकानंद ने हिंदुस्तानीय युवाओं को तन, मन और आत्मा से सशक्त होने का आह्वान किया, ताकि सदा सर्वदा के लिए हिंदुस्तान संपूर्ण विश्व का गुरु बना रहे। डॉ. पाठक ने शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में हिंदुस्तानीय संन्यासी स्वामी विवेकानंद को शून्य विषय दिए जाने पर, शून्य के अंदर छिपे हिंदुस्तानीय वेद , उपनिषद वेदांत के भरपूर ज्ञान से अखिल ब्रह्मांड के ज्ञान का दर्शन करा कर ,हिंदुस्तान की धर्म पताका को संपूर्ण विश्व में लहरा कर देश को गौरवान्वित कर दिया था। स्वामी विवेकानंद के ज्ञान से जहां सारा विश्व चमत्कृत हो उठा, वहीं गुलाम हिंदुस्तान को अति शीघ्र आजादी दिलाने के लिए अंग्रेजों को भी झकझोर कर रख दिया था। डॉ. पाठक ने छात्र-छात्राओं को स्वामी विवेकानंद के जीवन से प्रेरित होने का आह्वान किया। महाविद्यालय के हिंदी विभाग एवं एनएसएस के तत्वावधान में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने स्वामी विवेकानंद को युगादर्श बताया। हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो .अवधेश कुमार के संचालन एवं प्राचार्य डॉ. विपिन कुमार झा‌ की अध्यक्षता में आयोजित युवा दिवस जयंती सह कवि सम्मेलन में बेगुसराय जिला से आये समाज सुधार परक सुप्रसिद्ध हास्य गीत कार डा. सच्चिदानन्द पाठक के हास्य गीतों पर श्रोता लोट-पोट होते रहे। अपने गीतों दहेज लेकर होने वाले शादियों से उत्पन्न विकृतियां बताते हुए डॉ .पाठक ने कहमा से चलि ऐल हे राधिका,कहमा चलि जाय हो राम,कौने बाबा दरवजवा हे राधिका बाजैई छई मृदंग हो राम, मुर्दा जरै भाइ नई जरै,जिलेबी के चूल्हा,जरै के चाही, बाबा अबियौ ने हमरा कवरेज एरिया आदि गीतों से शमां बांध दिया। वहीं विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार सह गीतकार चांद मुसाफिर के ग़ज़ल एवं गीतों से शिक्षक एवं छात्र लोट पोट होते रहे। इसके पूर्व मुख्य अतिथि डॉ.सच्चिदानंद पाठक, विशिष्ट अतिथि चांद मुसाफिर,प्राचार्य डॉ. विपिन कुमार झा, पूर्व प्राचार्य डॉ .बैद्यनाथ चौधरी, शिक्षक प्रतिनिधि अभय कुमार झा,प्रो .नीलमणि झा, विभागाध्यक्ष प्रो. अवधेश कुमार झा एवं डॉ .उषा कुमारी द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया गया। प्राचार्य डॉ.विपिन कुमार झा एवं विभागाध्यक्ष प्रो .अवधेश कुमार झा के द्वारा मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि को चादर, माला,पाग,नव वर्ष का कैलेंडर,अंबर मणि पत्रिका एवं गुरु वंदना पुस्तक देकर सम्मानित किया गया। स्वामी विवेकानंद के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।संगीत विभागाध्यक्ष प्रो.विभा कुमारी एवं शोभा कुमारी के द्वारा जय जय भैरवी गीत से समारोह का शुभारंभ किया। छात्र अमन कुमार ने स्वागत गीत से अतिथियों का स्वागत किया।एनएसएस नोडल अधिकारी प्रो .रमेश कुमार,ने एनएसएस के द्वारा युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला।प्रो. मनोज कुमार झा, प्रो .शेखर प्रसाद चौधरी,छात्रा संध्या सुमन एवं दिव्या कुमारी ने स्वामी विवेकानंद के ओजस्वी चरित्र पर प्रकाश डाला।अंजना कुमारी ने विवेकानंद पर गीत प्रस्तुत किया, कुमारी कनक लता,अंशु कुमारी, रश्मि कुमारी,सत्यम कुमार,पायल कुमारी, रागिनी कुमारी, अनुष्का कुमारी, कंचन कुमारी आदि ने संबोधित किया। मौके पर डॉ.शर्देन्दु कुमार झा,डॉ. सुवंश कुमार चौधरी, डॉ. चंद्रशेखर झा,प्रो .पवन कुमार चौधरी,प्रो. प्रभात कुमार चौधरी,प्रो .मणि कांत चौधरी,प्रो. अशोक कुमार ठाकुर, प्रो. अनिल कुमार झा,डॉ .किरण कुमारी,प्रो .शबनम कुमारी,प्रो .वर्षा कुमारी, दयानंद झा, बबलू कुमार, विनय कुमार झा सहित महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक एवं कर्मी मौजूद थे।

समस्तीपुर

अटल सरकार में हम मंत्री थे, भाजपा से संबंध 1995 से : मुख्यमंत्री

नया विचार समस्तीपुर– प्रगति यात्रा के दूसरे चरण के दौरान सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समस्तीपुर जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक की. समीक्षात्मक बैठक में जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने जिले के विकास कार्यों का प्रस्तुतिकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी. जिलाधिकारी ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली-नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु स्त्रीओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेली मेडिसिन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी तथा पंचायत प्रशासन भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी. इसके अलावा हर पंचायत में 10 प्लस 2 विद्यालय, ग्राम पंचायत, नगर पंचायत में स्पोर्ट्स-कूद को बढ़ावा देने हेतु स्पोर्ट्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में स्पोर्ट्स का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों का गठन, राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता, दाखिल खारिज,रिमार्जन , परिमार्जन प्लस एवं जल-जीवन-हरियाली के तहत जीर्णोद्धार कराये गये सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी. बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं. जनप्रतिनिधियों ने जो समस्याएं रखी है, उनका जल्द निराकरण करें अधिकारी समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बैठक में जनप्रतिनिधियों ने जो भी समस्याएं रखी हैं, उनका जल्द से जल्द निराकरण करें. मुख्य सचिव भी समस्याओं के समाधान को लेकर त्वरित कार्रवाई करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रगति यात्रा के क्रम में हम जिन जिलों में जा रहे हैं, वहां विकास कार्यों की जानकारी लेने के साथ ही जमीनी स्तर पर उसका जायजा भी लेते हैं. पिछले कैबिनेट की बैठक में प्रगति यात्रा के दौरान जो पहले घोषणाएं हुई हैं, उसकी मंजूरी दे दी गयी है. 24 नवंबर, 2005 से बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया. उस समय से हमलोग बिहार के विकास के लिए निरंतर काम कर रहे हैं. सभी क्षेत्रों और सभी वर्गों के लिए लगातार विकास का काम किया जा रहा है. वर्ष 2005 से पहले बिहार की हालत काफी खराब थी. शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे. अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था, सड़कें जर्जर थीं. शिक्षा की हालत ठीक नहीं थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा से हमारा संबंध वर्ष 1995 से है. अटल बिहारी वाजपेयी की प्रशासन में हम केंद्र में मंत्री थे. वे मुझे बहुत मानते थे. उन्होंने ही मुझे बिहार का मुख्यमंत्री बनाया. हम सब मिलकर बिहार के विकास के लिए काम करते रहेंगे, बिहार को और आगे बढ़ायेंगे. जब लोगों ने हमें काम करने का मौका दिया, तो बिहार की स्थिति बदली. जब बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया, तब से बिहार की स्थिति बदली है. हर क्षेत्र में विकास के काम किए जा रहे हैं. किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया है. हमलोग मिलकर लगातार बिहार को आगे बढ़ा रहे हैं. वर्ष 2006 से हमलोगों ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू करायी. अब तक आठ हजार से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है और 1247 कब्रिस्तानों को चिह्नित किया गया है. जिसमें 746 कब्रिस्तानों का काम लगभग पूरा हो गया है और शेष बचे कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई जा रही है. हमलोगों ने देखा कि मंदिरों से मूर्ति चोरी की घटनाएं हो रही है. इसको देखते हुए मंदिरों की चहारदीवारी के निर्माण का निर्णय लिया गया ताकि मंदिरों में चोरी की घटनाएं नहीं हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि संपूर्ण बिहार में विकास का काम हमलोग करा रहे हैं. बिहार का कोई भी इलाका विकास से अछूता नहीं है. हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है, जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने से पहले आठ घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर पांच घंटे किया गया है. इसके लिए हर प्रकार से काम किया जा रहा हैं. लड़कियों को देख लड़कों ने भी मांगें साइकिल- पोशाक, उन्हें भी दिया मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से प्रशासनी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए पोशाक योजना की शुरुआत की गई. वर्ष 2009 से लड़कियों के लिए साइकिल योजना शुरू की गई थी, लेकिन जब लड़कों ने मांग शुरू की तो वर्ष 2010 से उनके लिए भी साइकिल योजना शुरू की गई. पहले काफी कम संख्या में लड़कियां पढ़ने जाती थीं. लड़कियों को जब साइकिल दी गई तो वे समय पर स्कूल जाने लगीं और साथ ही शाम में अपने माता-पिता को भी बाजार ले जाती हैं.यह दृश्य देखकर काफी अच्छा लगता है. बिहार में बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की बहाली की गई है. स्कूल भवनों का निर्माण कराकर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का प्रयास किया गया है. बड़ी संख्या में प्रशासनी शिक्षकों की भी बहाली की जा रही है. इसके साथ ही नियोजित शिक्षकों को परीक्षा के माध्यम से प्रशासनी मान्यता प्रदान की जा रही है. मदरसों को भी प्रशासनी मान्यता प्रदान की गई और वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों को प्रशासनी शिक्षक के अनुरूप वेतन दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने आते थे. अब एक माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं. लगातार बढ़ रही है मेडिकल कॉलेजों की संख्या पहले बिहार में सिर्फ छह प्रशासनी मेडिकल कॉलेज थे. अब उनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है. सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. पीएमसीएच को 5400 बेड का वर्ल्ड क्लास अस्पताल बनाया जा रहा है. आईजीआईएमएस का भी विस्तारीकरण किया जा रहा है, यहां पर 3000 बेड की सुविधा होगी. इसके साथ ही हर घर नल का जल, हर घर पक्की गली एवं नाली का निर्माण, हर घर शौचालय, हर घर तक बिजली का कनेक्शन जैसी मूलभूत

ताजा ख़बर, बिहार

चिराग पासवान से पहले लोजपा कार्यालय पहुंचे नीतीश कुमार, दही-चूड़ा खाए बिना लौटे

नया विचार पटना- मकर संक्रांति पर चिराग पासवान की ओर से आयोजित चूड़ा-दही भोज में पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिना कुछ खाये ही लौट गये. मंत्री रत्नेश सदा के घर से मुख्यमंत्री सीधा लोजपा कार्यालय पहुंचे. चिराग पासवान के आने के पहले ही सीएम नीतीश कुमार के वहां पहुंचने से कार्यकर्ताओं के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया. लोजपा के प्रदेश कार्यालय में उस समय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ही मौजूद थे. नीतीश कुमार ने रामविलास पासवान के चलचित्र पर पुष्प अर्पित की और वहां से निकल गये. टाइम से पहले पहुंच गए सीएम नीतीश बताया जाता है कि लोजपा को यह सूचना मिली थी कि मुख्यमंत्री का आगमन 12 बजे होगा. पार्टी के लोग इस तैयारी में थे कि सीएम लोजपा रामविलास के कार्यालय 1व्हीलर रोड 12 बजे आएंगे. सीएम नीतीश कुमार के इस तरह अचानक टाइम से पहले पहुंचने को लेकर लोग हैरान हैं. चिराग पासवान नीतीश के निकलते तक भी पार्टी कार्यालय नहीं पहुंच पाए. मकर संक्रांति पर नीतीश कुमार LJPR के दफ्तर तो पहुंचे, लेकिन चिराग पासवान से मुलाकात नहीं हो पाई. चिराग पासवान से बिना मिले ही वो लौट गए. सभी दलों के नेता हैं आमंत्रित मकर संक्रांति के अवसर पर आज 14 जनवरी को बिहार में सियासी दिग्गजों के यहां दही-चूड़ा भोज का आयोजन है. इसी साल बिहार विधानसभा चुनाव भी है. ऐसे में सियासी दलों के जरिए चूड़ा दही भोज के दौरान सियासी समीकरणों को सेट करने की कोशिश की जाएगी. चिराग पासवान ने भी पार्टी दफ्तर में चूड़ा-दही भोज का आयोजन किया है, जिसमें लोजपा रामविलास के नेताओं के अलावा एनडीए से बीजेपी, जदयू, हम, आरएलएम नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है.

ताजा ख़बर, बिहार

अब मरीन ड्राइव के नजदीक प्रशांत किशोर का अनशन, प्रशासन से मिली इजाजत; एक शर्त भी लगाई

नया विचार पटना– जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पिछले कई दिनो से BPSC छात्रों की मांगों के समर्थन में आमरण अनशन कर रहे हैं। हाल ही में यह समाचार सामने आई थी कि अब प्रशांत किशोर पटना में गंगा किनारे मरीन ड्राइव के पास आमरण अनशन पर बैठेंगे। इसके लिए जन सुराज की तरफ से वहां तंबू-टेंट भी लगाए जा रहे थे। लेकिन प्रशासन ने इसपर रोक लगा दी थी। अब पटना जिला प्रशासन से जन सुराज पार्टी को मरीन ड्राइव के पास कैंप कार्यालय संचालन की अनुमति मिल गई है। जिसके बाद अब प्रशांत किशोर मरीन ड्राइव के नजदीक जल्द ही आमरण अनशन करते नजर आ सकते हैं। दरअसल जन सुराज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज हिंदुस्तानी की तरफ से जिलाधिकारी को पत्र दिया गया था। इस खत में कहा गया था कि सदर एसडीएम ने मरीन ड्राइव के नजदीक कैंप संचालन पर रोक लगाई है लिहाजा इस रोक को हटाया जाए। इसके बाद डीएम ने इस मामले में हस्तक्षेप किया। डीएम ने जन सुराज को इस शर्त पर कैंप संचालन की अनुमति दी है कि वहां विधि व्यवस्था भंग नहीं होनी चाहिए। आपको बता दें कि प्रशांत किशोर मरीन ड्राइव के पास कुर्जी में कैंप सह ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करना चाहते हैं। इस कैंप की तैयारियों को लेकर कुछ तस्वीरें सामने आई थीं जिसमें नजर आ रहा था कि वहां हाईटेक टेंट बनाए जा रहे हैं। टेंट के कई सामान वहां गिराए गए थे। जमीन को समतल भी किया गया था। लेकिन सदर एसडीएम ने इस जमीन को प्रशासनी भूमि बताकर कैंप लगाने पर रोक लगा दी थी। प्रशांत किशोर ने सोमवार को पटना में कुछ बीपीएससी अभ्यर्थियों के साथ बैठक की थी। दरअसल बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने पीके के अनशन को तोड़वाने की पहल करते हुए छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया था। अभ्यर्थियों की राज्यपाल से मुलाकात के पहले पीके ने छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की थी और कहा था कि उन्हें तथा छात्रों को उम्मीद है कि इस मुलाकात के बाद छात्रों की मांगों पर ध्यान दिया जाएगा। इसी के साथ प्रशांत किशोर ने यह भी ऐलान किया था कि उनका आमरण अनशन जारी रहेगा। बाद में छात्रों ने राज्यपाल से मुलाकात भी की थी।

ताजा ख़बर, बिहार

बाबा सिद्दीकी जैसा अंजाम होगा, अब नीतीश के मंत्री संतोष सिंह को लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर धमकी

नया विचार पटना– कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर अब बिहार प्रशासन के एक मंत्री को धमकी दी गई है। बिहार प्रशासन के मंत्री संतोष सिंह से 30 लाख रुपये की मांग की गई है। धमकी देने वाले ने यह भी कहा है कि बाबा सिद्दीकी की जिस तरह से हत्या हुई है उसी तरह का अंजाम भुगतने को तैयार रहो। इस धमकी के बाद मंत्री संतोष सिंह ने बिहार के डीजीपी से इसकी शिकायत की है। डीजीपी ने पूरे मामले में कार्रवाई की बात कही है और फोन नंबर की भी जांच की जा रही है। एक मीडिया चैनल से बातचीत में मंत्री संतोष सिंह ने कहा कि उनको कई बार फोन और मैसेज आए। बार-बार वो अंजान नंबर का फोन नहीं उठा रहे थे और फोन कट कर दे रहे थे। इसके बाद उन्हें लगातार मैसेज आने लगे। एक मैसेज में कहा गया था कि सतर्क रहना तुमको 24 घंटे के अंद पता चल जाएगा। संतोष सिंह ने बताया कि धमकी देने वाले ने उनकी निजी गाड़ी का नंबर भी बताया। इसके साथ ही उसने यह भी कहा कि तुम चाहे डीजीपी को भी कह दो लेकिन अगर पैसा नहीं मिले तो अंजाम भुगतने को तैयार रहो। संतोष सिंह बिहार प्रशासन के श्रम मंत्री हैं। संतोष सिंह ने यह भी कहा है कि यह किसी की शरारत भी हो सकती है। संतोष सिंह ने मीडिया को यह भी बताया कि जिस नंबर से उन्हें लगातार फोन आ रहा है और धमकी देकर पैसे मांगे जा रहे हैं वो नंबर शायद यहां का नहीं है। उन्होंने कहा कि धमकी देने वाले की आवाज भी काफी अलग थी। श्रम मंत्री ने बताया कि धमकी देने वाले ने कई मैसेज किए हैं और बाकायदा एक स्कैनर भी भेजा है जिसके जरिए 30 लाख रुपये भेजने की बात कही गई है। संतोष सिंह ने कहा कि उन्होंने फोन करने वाले शख्स से यह भी कहा कि तुम मेरे कार्यालय में आओ, मैं तुमसे डरने वाला नहीं हूं। कहा जा रहा है कि संतोष सिंह को जिस नंबर से फोन आ रहा है वो हिंदुस्तान से बाहर का है। फोन करने वाले ने मंत्री से कहा है कि 30 लाख रुपये दे दो नहीं तो ठीक नहीं होगा। इसके बाद मंत्री ने भी यह कहा कि जो करना है कर लो मैं किसी से नहीं डरता। आपको बता दें कि पिछले साल 12 अक्टूबर को एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या मुंबई में गोली मार कर कर दी गई थी। जांच में इस बात का पता चला था कि बाबा सिद्दीकी को गोली मारने से पहले शूटर लगातार गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के संपर्क में थे। पुलिस ने बताया था कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए तीन लोगों को सुपारी दी गई थी।

ताजा ख़बर, बिहार

नीतीश के लिए दरवाजे खुले हैं, राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं; मीसा भारती का बड़ा बयान

नया विचार – बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी एवं सांसद मीसा हिंदुस्तानी ने बड़ा बयान दिया है। नीतीश की महागठबंधन में वापसी के सवाल पर उन्होंने कहा कि नेतृत्व में कुछ भी असंभव नहीं है, मकर संक्रांति यानी खरमास के बाद ही शुभ कार्य शुरू होते हैं। उन्होंने नीतीश के लिए हमेशा राबड़ी आवास के दरवाजे खुले होने की बात भी कही। मीसा हिंदुस्तानी के इस बयान पर सियासी गलियारे में फिर से चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। हालांकि, पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पूर्व में कह चुके हैं कि नीतीश कुमार से हाथ मिलाना अपने पैरों पर ही कुल्हाड़ी मारने जैसा होगा। आरजेडी सांसद मीसा हिंदुस्तानी मंगलवार को पटना स्थित राबड़ी आवास में मकर संक्रांति पर आयोजित दही-चूड़ा भोज में शामिल होने पहुंचीं। इससे पहले उन्होंने मीडिया से बातचीत में लोगों को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दीं। पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि बिहार में सियासत के पलटने की चर्चाएं चल रही हैं, इस पर उनका क्या कहना है? मीसा ने कहा, “काफी दिनों से इस बात की चर्चा हो रही है। पहले भी मकर संक्रांति के बाद सियासी उलटफेर हो चुका है। लेकिन, मुझे ऐसा नहीं लग रहा है।” मीसा हिंदुस्तानी ने आगे कहा कि नेतृत्व में कुछ भी असंभव नहीं है। हालांकि, अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। आगे विधानसभा का चुनाव आ रहा है। खरमास के बाद ही शुभ कार्य शुरू होते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राबड़ी आवास पर आयोजित दही-चूड़ा भोज में शामिल नहीं होने पर उन्होंने कहा कि सीएम हमारे गार्जियन हैं। उनके लिए हमारे दरवाजे हमेशा खुले हुए हैं। नीतीश जब भी आना चाहें उनका स्वागत है। दूसरी ओर, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों जेडीयू से गठबंधन की संभावनाओं को सिरे से खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के लिए महागठबंधन के दरवाजे बंद हो चुके हैं। उनसे हाथ मिलाना अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा होगा।

अपराध, ताजा ख़बर

गया के विष्णुपद इलाके में गैंगवार, एक की मौत, जांच में जुटी पुलिस

नया विचार – गया जिले के विष्णुपद थाना क्षेत्र में हत्या का वारदात हुई है. विष्णुपद थाना क्षेत्र स्थित लखनपुरा मुहल्ले में गैंगवार होने की बात कही जा रही है. सोमवार की देर रात हुए इस गैंगवार में एक व्यक्ति की मौत होने की सूचना है. बताया जाता है कि गैंगवार में प्रेम केवट के 20 वर्षीय बेटे मौसम केवट को गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. मौके पर पुलिस कैंप कर रही है. अब तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है. जांच में जुटी पुलिस घटना की जानकारी मिलते ही सिटी एसपी रामानंद कुमार कौशल, सिटी एएसपी पारसनाथ साहू व विष्णुपद के अपर थानाध्यक्ष मनोरंजन कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी वहां पहुंचे. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. शव को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज भेज दिया. इस मामले की वैज्ञानिक अनुसंधान को लेकर फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी-एफएसएल और डाग स्कायड की टीम को बुलाया गया है, ताकि घटनास्थल से मर्डर से संबंधित सबूत एकत्रित किया जा सके. अपराध से था पुराना रिश्ता जानकारी के अनुसार, विष्णुपद थाना क्षेत्र के लखनपुरा मुहल्ले में रहनेवाला प्रदूमन आपराधिक प्रवृति का युवक है. उसके विगत कई वर्षों से क्राइम कई दुनिया से जुड़ा है. उसके विरुद्ध विष्णुपद थाने में लूट, चोरी सहित अन्य आपराधिक मामले से जड़े कई प्राथमिकी दर्ज हैं. हाल ही में वह लूट के मामले में जमानत पर जेल से छूट कर आया था. सोमवार की रात वह अपने दोस्त मौसम केवट के साथ अपने मुहल्ले कई गली में कुछ पी रहा था. अधिक खून बहने से हुई मौत बैठक के दौरान ही किसी बात को लेकर मौसम केवट और प्रदूमन केवट के बीच बहस होने लगी. मामला धीरे-धीरे बढ़ता चला गया और प्रदूमन ने मौसम केवट को गोली मार दी. इससे लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पङा. गोली की आवाज सुन मुहल्ले के लोग वहां जुटे. तब तक विष्णुपद थाने भी वहां पहुंच गयी और घायल मौसम केवट को मगध मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन, अधिक खून बहने के कारण उसकी मौत हो गयी. क्या कहते हैं सिटी एएसपी सिटी एएसपी पारसनाथ साहू ने बताया कि गोली लगने से मौसम केवट की मौत हो गयी है. मौसम के माता-पिता नहीं हैं. उसके भाई व बहन मल्लाह टोली में मछली बेचते हैं और वहीं रहते हैं. मौसम केवट टूअर की तरह लखनपुरा मुहल्ले में रहता था. अब तक छानबीन में पता चला है कि मौसम को कुख्यात प्रदूमन ने गोली मारी है. वह अपने घर से फरार हो गया है. पुलिस टीम उसे गिरफ्तार करने को लेकर उसके ठिकाने पर छापेमारी की जा रही है.

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