बिहार के महान नाटककार डॉ.चतुर्भुज की जयंती मुकेश कुमार की अध्यक्षता गूगल मीट के माध्यम से की गई।
नया विचार समस्तीपुर : मुकेश आर्ट एंड कल्चर के बैनर तले मुकेश कुमार की अध्यक्षता में महान नाटककार डाक्टर चतुर्भुज की जयंती गूगल मीट के माध्यम से आयोजित किया गया।वर्चुअल बैठक की शुरुआत संगीतज्ञ मंगलेश कुमार के द्वारा किया गया। इस अवसर पर विषय प्रवेश करते हुए कुमार अनुपम ने कहा कि बिहार के नाट्य जगत में डॉ.चतुर्भुज गुरु जी के नाम से विख्यात थे।उन्होंने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के एम.ए. के कोर्स में नाट्य शास्त्र की पढ़ाई की शुरुआत करवाया। वहीं महान रंगकर्मी,शिक्षाविद और फिल्म निर्माता अनिल पतंग ने कहा की गुरु जी बचपन से ही रंगमंच को जिया। वे हम लोग के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं।रंगकर्मी विनय सिन्हा ने गुरु जी के जीवन को अनुकरणीय बताया। जबकी किस्सा जाफरी इमाम जबकि साहित्यकार व शिक्षाविद् शाह जाफर इमाम ने स्वयं के द्वारा डाक्टर चतुर्भुज के नाटकों के मंचन के दिनों को याद कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए डाक्टर चतुर्भुज के बड़े पुत्र रंगकर्मी, साहित्यकार, उद्घोषक डॉ.अशोक प्रियदर्शी ने गुरु जी के जीवन के जाने अनजाने पहलुओं को पटल पर रखा। उन्होंने कहा कि वेबसाइट पर चतुर्भुज ड्रामा डॉट कॉम पर उनकी रचनाओं, नाट्य शिल्प विज्ञान, चतुर्भुज रचनावली,उपन्यास आदि पढ़ा जा सकता है।मौके पर शिक्षाविद यशवंत चौधरी,अरुण कुमार राम,मणि भूषण प्रसाद, नरेश कुमार आदि ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाने ने सहयोग किया।अंत में धन्यवाद ज्ञापन शिक्षाविद कौशल किशोर क्रांति ने किया।