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January 22, 2025

बिहार

आपकी जमीन सरकारी है या रैयती? अब CO करेंगे फैसला, जानिए कैसे…

नया विचार – बिहार प्रशासन ने राज्य में जमीन के रिकार्ड को और अधिक व्यवस्थित करने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. अब राज्य में जमीन की जमाबंदी की वैधता की जांच की जाएगी और प्रशासनी पाए जाने पर उसे लॉक कर दिया जाएगा. ऐसी जमीन का उपयोग प्रशासनी कार्यों के लिए किया जाएगा. वहीं, अगर किसी जमीन की जमाबंदी की वैधता पर आपत्ति दर्ज कराई जाती है और जांच में वह रैयती (निजी) पाई जाती है तो उसे अनलॉक कर दिया जाएगा, ताकि रैयत उसका उपयोग कर सकें. अंचलाधिकारियों को दी गई जिम्मेदारी इस निर्देश का पालन सुनिश्चित करने के लिए चकबंदी निदेशक ने सभी समाहर्ताओं को पत्र लिखा है. इस पत्र के अनुसार अब जमाबंदी की वैधता की जांच करने और उसे लॉक या अनलॉक करने की पूरी जिम्मेदारी अंचलाधिकारी को दी गई है. जांच प्रक्रिया जमाबंदी की जांच के दौरान सभी संबंधित पक्षों की बात सुनी जाएगी. जांच में अगर जमाबंदी गलत पाई गई तो उसे रद्द कर दिया जाएगा. अन्यथा जमाबंदी अनलॉक रहेगी. दोनों ही स्थितियों में अंचल अधिकारी का आदेश उस जमाबंदी के साथ राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा. पहले की व्यवस्था पहले भूमि सुधार उपसमाहर्ता द्वारा डिजिटल जमाबंदी की वैधता की जांच करने का निर्देश था. सॉफ्टवेयर मॉड्यूल के माध्यम से जमाबंदी को लॉक या अनलॉक करने का काम भी उनके द्वारा ही किया जाता था. लेकिन अब नए नियम के तहत अंचलाधिकारी जमाबंदी को लॉक या अनलॉक करने का काम करेंगे. नई व्यवस्था की जरूरत क्यों पड़ी? समीक्षा में पाया गया कि पिछले कई वर्षों से अभियान जारी रहने के बावजूद बड़ी संख्या में प्रक्रियाएं लंबित हैं. जमाबंदी की वैधता की जांच और लॉक या अनलॉक करने की प्रक्रिया ठीक से नहीं हो रही है. भूमि सुधार उप समाहर्ता ने बैठकों में बताया था कि रैयती जमीन की जमाबंदी बनाने के लिए अंचल कार्यालय से आधार का साक्ष्य मिलने में कठिनाई हो रही है. इसलिए इस प्रक्रिया को सुगम बनाने और लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा करने के लिए यह नया निर्णय लिया गया है.

ताजा ख़बर, बिहार

कैबिनेट छोड़नेवाले बयान से मुकरे जीतनराम मांझी, मरते दम तक नरेंद्र मोदी के साथ रहेंगे

नया विचार पटना– केंद्रीय मंत्री और हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी पिछले कुछ दिनों से काफी चर्चा में हैं. दिल्ली और झारखंड के चुनाव में सीटें ना मिलने पर जीतन राम मांझी की एनडीए से नाराजगी रह-रह कर सामने आ रही है. नेतृत्वक सौदेबाजी के माहिर खिलाड़ी रहे माझी को लेकर मंगलवार को कुछ मीडिया रिपोर्ट के हवाले से यह समाचार आई कि अब जीतन राम मांझी ने कैबिनेट छोड़ने की बात कह दी है, लेकिन केंद्रीय मंत्री ने इसपर सफाई दी है. केंद्रीय मंत्री ने साफ किया है कि वो मरते दम तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साथ नहीं छोड़ेंगे. कैबिनेट की बैठक छोड़ने की कही थी बात कैबिनेट छोड़ने की बात कहने को लेकर अपनी सफाई देते हुए जीतन राम मांझी ने कहा, ‘कुछ वेब पोर्टल और समाचार चैनलों के द्वारा भ्रमक ख़बर प्रचारित/प्रसारित किया गया है कि जीतन राम मांझी कैबिनेट से इस्तीफ़ा देंगे. मैंने मुंगेर की सभा में हो रही देरी को लेकर कहा था कि आप लोग लेट कर रहें हैं जिसके कारण मेरी फ्लाइट छूट जाएगी और मुझे कैबिनेट छोड़ना पड़ेगा. वैसे लोगों को मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि मैं मरते दम तक माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का साथ नहीं छोडूंगा.’ मीडिया को दी कड़ी चेतावनी मीडिया को चेतावनी देते हुए केंद्रीय मंत्री जीतनराम माझी ने कहा, ‘हम सब अभी देश और बिहार के हित का कार्यकर रहें हैं तो कुछ मिडिया घराना विपक्ष के इशारे पर हमें बांटने की कोशिश कर रहा है. मैं वैसे लोगों को चेतावनी देना चाहता हूँ कि वह सचेत हो जाएं अन्यथा मैं उनके ख़िलाफ़ न्यायालय की शरण लूंगा और प्रेस काउंसिल में उनकी शिकायत दर्ज कराऊंगा.’ क्या कहा था जीतन राम मांझी ने मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बिहार के मुंगेर जिले में भूइयां-मुसहर सम्मेलन को जीतन राम मांझी ने संबोधित किया था. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि झारखंड में चुनाव हुआ तो हमारी पार्टी को कोई सीट नहीं दी गई. दिल्ली में चुनाव है तो वहां भी हमें कोई सीट नहीं दी गयी है. ये तो अन्याय है. वो समझते हैं कि हमारा अस्तित्व नहीं है, इसलिए हमें सीट नहीं दी गई. मांझी ने आगे कहा था कि जब लोग हमारे साथ हैं. मेरे पास वोट है तो हमें सीट क्यों नहीं मिली. ये सवाल करना है. हमारा स्टैंड साफ है. जो हमारा अस्तित्व है, उसके मुताबिक सीट दो. मांझी ने आगे कहा था कि मेरी बात आगे बढ़ती है तो लग रहा है कि मुझे कैबिनेट छोड़ना पड़ेगा.

घटनाएँ, ताजा ख़बर

बस अड्डे में लगी आग, फायर ब्रिगेड की टीम पहुंचने तक 5 बसें खाक

नया विचार दरभंगा – जिले के दिल्ली मोर बस स्टैंड में देर रात आग लग गई, जिससे बस स्टैंड में काफी अफरा-तरफ मच गई। जबतक लोग आग पर काबू पाने की कोशिश करते तबतक आग ने पांच बसों को जला दिया। काफी मसक्कत के बाद अग्निशमन विभाग की टीम आग पर काबू पा सकी है। बस स्टैंड में खड़ी करीब आधा दर्जन बस जलकर खाक हो गया है। घटना देर रात बस स्टैंड में आग लगते ही अफरा-तफरी मच गई। साइड में खड़ी बसों को जल्दी जल्दी चालकों ने बस स्टैंड से निकाल कर सड़क पर लगा दिया। आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची अग्निशमन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाने में सफलता पा सकी, तबतक पांच बसें जलकर खाक हो चुकी थी। देर रात करीब 2 बजे पहले एक बस में शार्ट सर्किट से आग लगने की बात बताई जा रही है। जबतक स्थानीय लोग उस बस की आग को बुझा पाते तबतक एक साथ पांच बसों को आग ने अपने कब्जे में ले लिया। पूरे बस स्टैंड में अफरा तफरी मच गई। आग की तेज लपटें ऊंची ऊंची उठने लगी। आग बुझाने पहुंची अग्निशमन विभाग की टीम करीब 12 से 13 गाड़ियों ने मिलकर आज सुबह में करीब पांच घंटे बाद आग पर काबू पा सकी। तबतक सभी पांच बसें जल चुकी थी। इस संबंध में सदर थानाध्यक्ष अमृत कुमार साह ने बताया कि उन्हें देर रात पहले एक बस में आग लगने की जानकारी दी गई थी। लेकिन आग की चपेट पांच बसों को अपनी चपेट में ले लिया और सभी पांच बसें जल गई है। अग्निशमन विभाग की टीम ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा सकी है।

बिहार

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में दिखेगी बिहार की ज्ञान और शांति की झलक

नया विचार – दिल्ली के कर्तव्य पथ पर इस गणतंत्र दिवस पर बिहार की समृद्ध परंपरा, ज्ञान और शांति का अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिलेगा। रक्षा मंत्रालय द्वारा चुनी गई थीम ‘स्वर्णिम हिंदुस्तान: विरासत और विकास’ के अंतर्गत बिहार की झांकी को शामिल किया गया है। इस झांकी में भगवान बुद्ध की भव्य मूर्ति को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा, जो बिहार के राजगीर स्थित घोड़ाकटोरा जलाशय में स्थापित है। यह 70 फीट ऊंची मूर्ति 2018 में एक ही पत्थर से तैयार की गई थी और इको-टूरिज्म के क्षेत्र में एक विशेष आकर्षण बन चुकी है। हर साल लाखों पर्यटक इस स्थान की ओर आकर्षित होते हैं। बिहार प्रशासन की ओर से झांकी के माध्यम से नालंदा की प्राचीन विरासत और शिक्षा के क्षेत्र में इसके ऐतिहासिक योगदान को भी उजागर किया जाएगा। इसके साथ ही, नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना और राज्य को शिक्षा के वैश्विक मानचित्र पर पुनः स्थापित करने के प्रयास को भी झांकी में दर्शाया गया है। यह जानकारी सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी ने मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत में दी। उन्होंने कहा कि आठ वर्षों बाद बिहार की झांकी गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बन रही है, जो राज्य के लिए गर्व का विषय है।

ताजा ख़बर, बिहार

रेलवे क्लेम घोटाले में ED का बड़ा एक्शन, पटना समेत तीन शहरों में रेड

नया विचार पटना- बिहार में हुए रेलवे क्लेम घोटाला मामले में ED ने बड़ी कार्रवाई की है. केंद्रीय जांच एजेंसी ED ने बुधवार की सुबह ताबड़तोड़ छापेमारी की है, जिसकी वजह से खलबली मची हुई है. अब तक मिली जानकारी के अनुसार ED ने पटना समेत देश के तीन शहरों के पांच लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन चलाया है. बिहार की राजधानी पटना और नालंदा के अलावा बेंगलुरु में भी ED की छोपमारी चल रही है. पटना में 3, नालंदा में 1 और बेंगलुरु में 1 स्थान पर छापेमारी चलने की सूचना आ रही है. फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर मुआवजे का दावा रेलवे का यह घोटाला रेलवे में हादसे के बाद घायलों और मृतकों के नाम पर फर्जी तरीके से मुआवजा हासिल करने से संबंधित है. बताया जाता है कि इस मामले में रेलवे की आपत्ति के बाद शिकायत दर्ज की गई थी. शिकायत में कहा गया था कि बड़े पैमाने पर हादसों में फर्जी मौतों के नाम पर मुआवजे का दावा किया गया था. इस मामले में पटना में सीबीआई की टीम ने आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी समेत कुछ अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था. 100 करोड़ से अधिक का घोटाला बताया जा रहा है कि रेलवे कर्मचारियों के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए 100 करोड़ रुपये की हेराफरी की गई थी. इसमें रेलवे के न्यायिक अधिकारी, वकील और प्रशासनी कर्मचारियों की भूमिका की बात सामने आई थी. इस मामले में रेलवे न्यायिक अधिकारी आरके मित्तल को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है. अब सीबीआई की टीम आरके मित्तल और उनके वकील बीएन सिंह के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.

ताजा ख़बर, बिहार

दरभंगा एयरपोर्ट पर कोहरे की मार, पटना से भी वापस लौटी 2 विमान, विमानों की उड़ान पर लगा ब्रेक

नया विचार – बिहार में कोहरे की मार बीते दो दिनों से फिर एकबार बढ़ी है. मौसम में उतार-चढ़ाव जारी है और घना कुहासा छाए रहने की वजह से विमानों और ट्रेन व वाहनों पर ब्रेक लगा हुआ है. दरभंगा एयरपोर्ट से मंगलवार को मुंबई और बेंगलुरु रूट पर फ्लाइट की आवाजाही ठप रही. जबकि कई रूट पर विमानों का आवागमन काफी देर से हुआ.पटना एयरपोर्ट से दो फ्लाइट को डायवर्ट करना पड़ा. इधर कई ट्रेनें समय से काफी लेट चल रही हैं जबकि सड़कों पर भी वाहनों के रफ्तार पर ब्रेक लगा है. पटना के दो विमान डायवर्ट करने पड़े मंगलवार को घना कुहासा छाए होने की वजह से विजिबिलिटी बेहद कम रही. पटना एयरपोर्ट से दो विमानों को डाइवर्ट करना पड़ा. दोनों ही फ्लाइट इंडिगो की थी. फ्लाइट संख्या 6E 513 को पटना से लखनऊ डाइवर्ट किया गया. इस विमान को रात 8:30 बजे पटना एयरपोर्ट पर लैंड करना था. इसे लखन‍ऊ भेज दिया गया. जबकि फ्लाइट संख्या 6E 5008 को पटना से दिल्ली वापस डाइवर्ट कर दिया गया. बताया जा रहा है कि विजिबिलिटी कम होने के कारण इन दोनों फ्लाइट को डाइवर्ट कर दिया गया. दरभंगा एयरपोर्ट पर भी विमान सेवा चरमराई दरभंगा एयरपोर्ट से मंगलवार को मुंबई व बेंगलुरु रूट पर विमानों की आवाजाही ठप रही. वहीं कोलकाता व हैदराबाद रूट पर फ्लाइट का आवागमन करीब एक घंटा देरी से हुआ. इस कारण यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी. भीषण ठंड के कारण खासकर स्त्री, बुजुर्ग व बच्चों को दिक्कत हुई. जानकारी के अनुसार कम दृश्यता के कारण ऐसा हुआ. मंगलवार को यहां से केवल तीन रूटों पर विमान की सर्विस दी गयी. इसमें दिल्ली, कोलकाता व हैदराबाद रूट शामिल है. दिल्ली रूट पर सर्वाधिक चार विमान उड़े. कोलकाता व हैदराबाद के लिये दो-दो फ्लाइट की सेवा दी गयी. इस प्रकार कुल आठ विमानों का आवागमन हुआ, जिसमें 1106 यात्रियों ने सफर किया. जानकारी के अनुसार अगले दो दिनों तक मौसम खराब रहेगा. इस कारण विमान सेवा पर असर पड़ेगा.

अपराध, समस्तीपुर

पुलिस वर्दी में आए कार सवार बदमाशों ने बैंक से महिला को अगवा कर लूट लिए ढाई लाख

नया विचार – समस्तीपुर नगर थानाक्षेत्र के काशीपुर स्थित एसबीआइ की मुख्य शाखा के समीप मंगलवार को पुलिस की वर्दी में आए बदमाशों ने एक स्त्री उपभोक्ता को झांसा देकर कार से अगवा कर लिया. रास्ते में उसके ढाई लाख रुपये लूट लिया. स्त्री को लावारिस अवस्था में सड़क किनारे छोड़ दिया. अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त होने के बाद पीड़िता ने परिजनों को घटना की जानकारी दी. पीडिता की पहचान मुफस्सिल थानाक्षेत्र के रामनाथपुर छतौना निवासी स्व राजकुमार ठाकुर की पत्नी अंजना देवी (65) के रूप में की गई है. जानकारी के अनुसार अंजना देवी घर से बैंक जाने के लिए बाजार की ओर निकली. परिजनों ने बताया कि दोपहर 12 बजे अंजना जितवारपुर लक्खी चौक स्थित बैंक आफ इंडिया से दो लाख 50 हजार रुपये निकासी की. रुपये जमा करने के लिए काशीपुर स्थित एसबीआइ मेन ब्रांच पहुंची. बैंक के अंदर करीब डेढ़ बजे काउंटर पर फार्म भर रही थी. इस दौरान पुलिस की वर्दी में एक व्यक्ति उसके पास आया. कहा,बाहर सर बुला रहे हैं. पीड़ित स्त्री झांसे में आकर उसके साथ निकल गयी. बैंक के सामने सड़क पर उजले रंग की स्विफ्ट कार थी. उसमें पहले एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में बैठा था. तीन सादे लिबास में थे. कार पर कुल पांच व्यक्ति थे. पैसा लूटने के बाद बीच सड़क पर छोड़कर फरार स्त्री को पूछताछ की बात कहकर जबरन कार के अंदर बैठा लिया. बदमाश उसे अगवा कर एनएच 28 के रास्ते मुजफ्फरपुर सीमा क्षेत्र के अंदर ले गए. रास्ते में बदमाशों ने स्त्री से ढाई लाख रुपये लूट लिया. लावारिस अवस्था में सड़क किनारे छोड़ दिया. इसके बाद भाग निकले. स्थानीय लोगों की मदद से पीड़िता ने परिजनों को तत्काल घटना की जानकारी दी. परिजनों ने बताया कि स्थानीय पुलिस को घटना की जानकारी दी गई है. एएसपी संजय पांडेय ने बताया कि मामले की जानकारी ली जा रही है.

मौसम, समस्तीपुर

बिहार के इस जिले में ठंड से शहरवासी घरों में हुए कैद हुए , इस दिन तक पड़ेगी ठंड

नया विचार – बिहार के समस्तीपुर जिला में मंगलवार को ठंड के कहर के कारण लोग अपने घरों में ही कैद रहे. शहर का न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस पर था. जबकि अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस पर था. इसके कारण ठंड की स्थिति काफी गंभीर थी. कुहासा चरम पर था. सोमवार की रात्रि से ही आसमान कुहासों से पटा रहा. स्थिति यह थी कि मंगलवार की सुबह 10 :00 बजे तक कुहासे के कारण सड़कों पर चलना मुश्किल हो रहा था. दृश्यता महज तीन से चार फुट तक ही थी. इससे एक तरफ वाहनों की रफ्तार ठहर सी गयी थी. वहीं, पैदल यात्रियों के लिए भी चलन काफी मुश्किल हो रहा था. ठंड की स्थिति ऐसी थी. मानो हवा नहीं पानी बह रहा हो. लोगों को जीने में परेशानी हो रही है. चरम पर पड़ रही ठंड के कारण गलन एवं कनकनी से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. घरों से बाहर निकलते ही लोगों को हवा के रूप में पानी का सामना करना पड़ रहा है. हिमालय के बर्फ की तरह वातावरण में ठंडक महसूस हो रहा है. लोग थरथर कांप रहे हैं.कई गर्म कपड़े पहनने के बाद भी ठंड को सहन कर पाना मुश्किल हो रहा है. इतना ही नहीं बाहर तो रहना मुश्किल हो नहीं रहा है घर में रहना भी मुश्किल हो रहा है. हालात ऐसी रही सुबह नौ बजे के पहले कोई भी अपने घरों से नहीं निकल पाया. ठंड से पूरा जिला कांप उठा. अधिकांश लोग घरों में ही पूरे दिन दुबके रहे. दोपहर में ही घरों को लौटने लगे शहर आये लोग : वहीं जो लोग काम से बाहर निकले थे उनमें अधिकांश लोग दोपहर बाद ही अपने घरों को वापस लौट गये. ठंड के कारण बाजार में शाम में ही सन्नाटा पसर जा रहा है. आम तौर पर रात नौ बजे तक खुला रहनेवाला बाजार शाम में बंद हो जा रहा है. शाम तक सड़कों पर काफी कम संख्या में लोग दिखाई दे रहे थे. सड़कें सुनसान लग रही थीं. जिले में आद्रता 85 % रही. वहीं, 5 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पछुआ हवा बह रही थी.

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