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January 31, 2025

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कैमूर में पानी भरे गड्ढे में मिला मधेपुरा के पुलिसकर्मी का शव, हत्या या हादसा जानने में जुटी पुलिस

Bihar News: कैमूर. भभुआ थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 14 में पानी भरे एक गड्ढे से शख्स का शव पुलिस ने बरामद कर लिया. ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस शव का पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम करने के लिए सदर अस्पताल भभुआ भेज दिया है. मृतक की पहचान को लेकर पुलिस ने सोशल मीडिया पर मृतक की तस्वीर साधा की थी, जिसके बाद मृतक के भाई ने उसकी पहचान की है. मृतक भगवानपुर थाना क्षेत्र के नवागांव के स्वर्गीय रामनाथ मिश्रा का पुत्र धर्मेंद्र कुमार मिश्रा बताये जा रहे हैं, जो फिलहाल भभुआ वार्ड नंबर 13 में रहते हैं. वहीं धर्मेंद्र कुमार मिश्रा की डेड बॉडी वार्ड नंबर 14 स्थित पानी भरे गड्ढे से बरामद हुई है. गायब होने के बाद चल रही थी खोज जानकारी के अनुसार भभुआ शहर के वार्ड नंबर 13 से पहुंचे रंजन मिश्रा ने धर्मेंद्र कुमार मिश्रा को अपना भाई बताया है. धर्मेंद्र कुमार मिश्रा मधेपुरा में पुलिस जवान के पद पर तैनात थे. धर्मेंद्र कुमार मिश्रा फिलहाल घर पर आए हुए थे. धर्मेंद्र कुमार मिश्रा के भाई रंजन कुमार मिश्रा ने बताया कि उनके भाई मधेपुरा में सिपाही के पद पर तैनात थे. गुरुवार को वो अचानक गायब हो गए. उनके गायब होने के बाद समाचार मिली कि एक डेड बॉडी पोस्टमार्टम करने के लिए सदर अस्पताल भभुआ आई है. जब उसे देखने पहुंचा तो वह धर्मेंद्र कुमार मिश्रा ही निकले. नहीं पता चला मौत का कारण पुलिस जवान की मौत कैसे हुई यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है. अभी तक कुछ भी स्पष्ट नहीं हो सका है. भभुआ पुलिस ने डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस ने मौत के सभी बिंदुओं पर अपनी जांच शुरू कर दी है. पुलिस जवान की हत्या की गई या फिर पानी भरे गड्ढे में गिरने से उनकी मौत हो गई, इस बात को लेकर पुलिस आगे की पड़ताल कर रही है. परिजनों का कहना है कि घर में किसी प्रकार की कोई चर्चा उन्होंने नहीं की थी. घरवाले भी इस बात को लेकर परेशान है कि आखिर मौत का कारण क्या है. Also Read: एक माह में तीन एनकाउंटर, चार अपराधी ढेर, नये डीजीपी के आते ही बिहार पुलिस ने बदले तेवर The post कैमूर में पानी भरे गड्ढे में मिला मधेपुरा के पुलिसकर्मी का शव, हत्या या हादसा जानने में जुटी पुलिस appeared first on Naya Vichar.

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Bihar Politics: ‘अब रानी के पेट से राजा नहीं पैदा होंगे, बल्कि…’, डिप्टी सीएम ने तेजस्वी यादव को बताया सामंती

Bihar Politics: बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को विपक्षी नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उनके पास न तर्क है और न ही तथ्य है. उनकी सोच सामंती है. उन्होंने कहा कि यह संविधान ‘गौरव वर्ष’ मनाया जा रहा है और बाबा भीमराव अंबेडकर ने कहा था कि अब रानी के पेट से राजा नहीं पैदा होंगे, बल्कि जनता के बीच से एक सेवक के रूप में वह व्यक्ति सामने आएगा जो लोकतंत्र में उच्च पद पर होगा. तेजस्वी यादव को माफी मांगनी चाहिए- विजय कुमार सिन्हा विजय कुमार सिन्हा ने कहा, “तेजस्वी यादव ने हाल ही में छह हजार रुपये खाने के खर्च का मुद्दा उठाया था. लेकिन, उनके बयान में कोई सच्चाई नहीं है. मेरे पास इसका प्रमाण है, जो यह साबित करता है कि विधानसभा में छह सौ रुपये से भी कम में भोजन हुआ था. तेजस्वी यादव को इस पर माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि उनका आरोप गलत था.” तेजस्वी यादव के मंत्री रहते हुए अनियमितताएं हुई उप-मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि इसके अलावा, पथ निर्माण विभाग में मेरे खिलाफ सोशल मीडिया पर अभियान चलाया गया था और जब इसकी जांच हुई, तो यह पाया गया कि तेजस्वी यादव के मंत्री रहते हुए कुछ अनियमितताएं हुई थीं. उनके गैरेज के भुगतान का मामला भी सामने आया था, और उनका यह सवाल उठाना कि क्या वह मंत्री थे, संदेहास्पद है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता को अच्छे और ईमानदार नेतृत्व की आवश्यकता है, न कि भ्रष्टाचार और अपराध के माहौल में जीने वाले नेताओं की. बिहार की ताजा समाचारों के लिए क्लिक करें अगर हमसे कोई गलती हुई है तो… उप-मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने भ्रष्टाचार और अपराध मुक्त वातावरण बनाने का संकल्प लिया है और हमारा उद्देश्य हर मामले में पारदर्शिता रखना है. बिहार में नेताओं के गलत कार्यों की जांच होनी चाहिए और जिनके खिलाफ आरोप हैं, उन्हें जवाब देना होगा. हम यह चाहते हैं कि हर मुद्दे पर सही तथ्यों के साथ काम किया जाए, और किसी भी दोषी को बचाया न जाए.” विजय सिन्हा ने कहा कि जहां तक बालू, गिट्टी और पत्थर की चोरी का सवाल है, यह गलत है और इसके लिए जवाब देना पड़ेगा. जो लोग इसमें शामिल हैं, उन्हें न्यायालय में जवाब देना होगा. अगर हमारी ओर से कोई गलती हुई है, तो हम पूरी तरह से जांच के लिए तैयार हैं और उसके बाद जो फैसला होगा, हम उसे स्वीकार करेंगे. इसे भी पढ़ें: Bihar News: ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाले दलालों के खिलाफ डीएम का बड़ा एक्शन, दो धराये, मचा हड़कंप The post Bihar Politics: ‘अब रानी के पेट से राजा नहीं पैदा होंगे, बल्कि…’, डिप्टी सीएम ने तेजस्वी यादव को बताया सामंती appeared first on Naya Vichar.

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Economic Survey: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में पेश किया आर्थिक समीक्षा

Economic Survey: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद के बजट सत्र के पहले दिन लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 पेश किया. समीक्षा चालू वित्त वर्ष में वित्तीय स्थिति के प्रदर्शन के आकलन के साथ देश के समक्ष चुनौतियों को बयां करती है. वार्षिक दस्तावेज है आर्थिक समीक्षा आर्थिक समीक्षा एक वार्षिक दस्तावेज है, जिसे प्रशासन केंद्रीय बजट से पहले वित्तीय स्थिति की स्थिति की समीक्षा के लिए पेश करती है. यह सुधारों और विकास का खाका भी प्रदान करती है. यह अगले वित्त वर्ष के लिए दृष्टिकोण प्रदान करने के अलावा वित्तीय स्थिति और विभिन्न क्षेत्रों में विकास की रूपरेखा को बयां करती है. कौन तैयार करता है आर्थिक समीक्षा आर्थिक समीक्षा मुख्य आर्थिक सलाहकार की देखरेख में वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग का आर्थिक प्रकोष्ठ तैयार करता है. पहली आर्थिक समीक्षा 1950-51 में पेश की गयी थी. उस समय यह बजट दस्तावेज का हिस्सा होती थी. इसे 1960 के दशक में केंद्रीय बजट से अलग कर दिया गया और बजट से एक दिन पहले पेश किया जाने लगा. वित्त मंत्री सीतारमण शनिवार को 2025-26 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी. इसे भी पढ़ें: Budget 2025: 18वीं लोकसभा बजट सत्र में राष्ट्रपति का अभिभाषण, आदिवासी कल्याण,स्वास्थ्य और बैंकिंग सुधार पर जोर The post Economic Survey: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में पेश किया आर्थिक समीक्षा appeared first on Naya Vichar.

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नीतीश की यात्राएं-21 : प्रवास यात्रा में रहा धरोहर पर फोकस, तैयार हुआ था पर्यटन नीति का खाका

Nitish Kumar Yatra: प्रवास यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सारण जिले के एकमा पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने सारण और सीवान जिलों का दौरा किया. इन जिलों में तीन दिनों के प्रवास पर वे रहे. इस दौरान सारण जिले में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्म स्थली, सिताबदियारा का भ्रमण किया. प्रसिद्ध पुरातात्विक स्थल चिरांद का भ्रमण किया. सीवान जिले के सिसवन प्रखंड के मेंहदार ग्राम में आठ सौ साल पुराने बाबा महेंद्रनाथ शिवमंदिर और देशरत्न डा राजेंद्र्र प्रसाद की जन्मस्थली जीरादेई का भी भ्रमण किया. इसके साथ ही मौलाना मजहरूल हक की कर्मस्थली फरीदपुर की मिट्टी को नमन किया. चिरांद में संग्रहालय बनाने की योजना प्रवास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री सारण जिले के चिरांद पहुंचे थे. चिरांद में गंगा नदी के किनारे उन्होंने पुरातात्विक स्थलों का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी प्रसाद शोध जायसवाल संस्थान को भी चिरांद से संबंधित खुदाई को कहा गया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि चिरांद में भी एक अलग से संग्रहालय बनेगा. लोग यहां देखने आयेंगे, ठहरेंगे तो यहां की इकोनामी भी बदलेगी और अर्थतंत्र मजबूत होगा. लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा. चिरांद को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां प्राक एतिहासिक काल की चीजें मिली है. यहां हो रहे कटाव को रोकने की भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया. केंद्र से बात करने का दिलाया भरोसा मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंचाई विभाग को इसकी जिम्मेवारी दी गयी है. हजारों साल पुराना यहां इतिहास छिपा है. सभी चरणों के दौरे और भ्रमण के बाद केंद्र प्रशासन से बिहार के इस धरोहरों को लेकर बात करेंगे. वैशाली गढ़ को लेकर भी बात की जायेगी. यहां छोटे इलाके में कभी खुदाई की गयी. बौद्धकालीन मूर्तियां मिली. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ बिहार का ही इतिहास नहीं छिपा है, देश का इतिहास छिपा है. यह कहिये कि मानवता का इतिहास यहां दफन है. राज्य के अंदर और भी जगहें हैं, तेलहाड़ा, इसमें शामिल है. राज्य पुरातत्व निदेशालय को भी कहा गया है. जब खुदाई होगी, छिपा हुआ इतिहास सामने आयेगा तो दूनिया भर के लोग वहां देखने आयेंगे. The post नीतीश की यात्राएं-21 : प्रवास यात्रा में रहा धरोहर पर फोकस, तैयार हुआ था पर्यटन नीति का खाका appeared first on Naya Vichar.

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गया को मिली एक और सौगात, IIM बोधगया और GCE के लिए जीतन राम मांझी ने किया बड़ा ऐलान

बिहार के गया जिले के दो शैक्षणिक संस्थानों गया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (GCE) और हिंदुस्तानीय प्रबंधन संस्थान (IIM) बोधगया को हिंदुस्तान प्रशासन के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) द्वारा एमएसएमई-होस्ट संस्थान के रूप में चुना गया है. इस पहल को गया के औद्योगिक और शैक्षणिक विकास में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर गया के लिए इस खुशसमाचारी की जानकारी दी. जीतन राम मांझी ने दी सोशल मीडिया पर जानकारी केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘लीजिए गया जी के लिए एक और खुशसमाचारी, हमारे MSME मंत्रालय ने गया जी के दो शिक्षण संस्थान गया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एवं IIM बोधगया को MSME होस्ट इंस्टिट्यूट बनाया है. आज इसको लेकर गया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के प्रिंसिपल डॉ राजन प्रशासन ने मुझसे मिलकर मार्गदर्शन हासिल किया और गया जी के लिए किए जा रहे कार्यों को लेकर आभार प्रकट किया.’ उन्होंने अपने पोस्ट के आखिर में लिखा, ‘HAM हर वादा पूरा करेंगें’. HAM जीतन राम आम मांझी की पार्टी का नाम है. लिजिए गया जी के लिए एक और ख़ुशख़बरी….हमारे मंत्रालय @minmsme ने गया जी के दो शिक्षक संस्थान गया कॉलेज आफ़ इंजीनियरिंग एवं IIM बोधगया को MSME होस्ट इंस्टिट्यूट बनाया है।आज इसको लेकर गया कॉलेज आफ़ इंजीनियरिंग के प्रिंसिपल डॉ राजन प्रशासन ने मुझसे मिलकर मार्गदर्शन हासिल किया और गया… pic.twitter.com/oSe9yhJ4tj — Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) January 31, 2025 प्राचार्य ने जताया आभार गया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के प्राचार्य डॉ. राजन प्रशासन ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी से मुलाकात कर इस नई पहल के लिए मार्गदर्शन मांगा. उन्होंने गया के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों के लिए केंद्रीय मंत्री का आभार जताया. Also Read : Bihar Education : अचानक नालंदा पहुंचे ACS एस सिद्धार्थ, विभागीय अधिकारियो में मची खलबली MSME होस्ट संस्थान का क्या है महत्व एमएसएमई होस्ट संस्थान बनने का मतलब है कि स्थानीय उद्यमियों और छात्रों को इन संस्थानों के माध्यम से उद्योग से जुड़ी सुविधाएं, तकनीकी प्रशिक्षण, स्टार्टअप इनक्यूबेशन और प्रशासनी योजनाओं का लाभ मिलेगा. इस पहल से गया के युवाओं के लिए रोजगार और उद्यमिता के नए अवसर पैदा होंगे. Also Read : महात्मा गांधी सेतु पर लगने वाले जाम का मिल गया समाधान, DM-SP ने बनाया मास्टर प्लान The post गया को मिली एक और सौगात, IIM बोधगया और GCE के लिए जीतन राम मांझी ने किया बड़ा ऐलान appeared first on Naya Vichar.

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इस वजह से किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर के पद से हटाई गईं ममता कुलकर्णी, ग्लैमर की दुनिया छोड़ महाकुंभ में बनी थी संन्यासी

Mamta Kulkarni Expelled From Kinnar Akhara: 90 के दशक की ग्लैमरस एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी ने हाल ही में सांसारिक जीवन त्यागकर अपनी आध्यात्मिक यात्रा शुरू की. ममता को महाकुंभ मेला 2025 में किन्नर अखाड़े ने महामंडलेश्वर की उपाधि दी. उनका नाम बदलकर श्री यामाई ममता नंदगिरी कर दिया गया. हालांकि उनके महामंडलेश्वर बनाए जाने पर कई लोगों ने आपत्ति जताई थी. इसमें एक नाम बाबा रामदेव का भी था. अब सुनने में आ रहा है कि किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया है. जी हां, आप ये सही पढ़ रहे हैं. किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर के पद से हटाई गईं ममता कुलकर्णी न्यूज एजेंसी एनएनआई ने बताया कि, किन्नर अखाड़े के संस्थापक अजय दास ने ममता कुलकर्णी को अखाड़े से निष्कासित कर दिया है. उन्होंने महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को भी किन्नर अखाड़े से निष्कासित कर दिया है.उन पर आरोप है कि उन्होंने देशद्रोह की आरोपी ममता कुलकर्णी को अखाड़े में शामिल किया और उनकी जानकारी के बिना उन्हें महामंडलेश्वर बना दिया. उनके अनुसार, आर्चाय महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी तथा कथित ने असवैधानिक ही नहीं अपितु सनातन धर्म व देश हित को छोड़कर ममता कुलकुर्णी जैसे देशद्रोह के मामले में लिप्त मिहला जो की फिल्मी ग्लैमर से जुड़ी हुई है. उसे बिना किसी धार्मिक व अखाड़े की परंपरा को मानते हुए वैराग्य की दिशा के बजाय सीधे महामंडलेश्वर की उपाधि व पट्टा अभिषेक कर दिया. जिस कारण से मुझे आज बेमन से मजबूर होकर देश हित सनातन एवं समाज हित में इन्हें पद मुक्त करना पड़ रहा है. Rishi Ajay Das, founder of Kinnar Akhara, expels Mamta Kulkarni from the Akhara. He has also expelled Mahamandaleshwar Laxminarayan Tripathi from the Kinnar Akhara for inducting Mamta Kulkarni, who is accused of treason, to the Akhara and designating her as Mahamandaleshwar… pic.twitter.com/Hhzezst49r — ANI (@ANI) January 31, 2025 ममता कुलकर्णी ने महामंडलेश्वर बनाए जाने पर कही थी ये बात ममता कुलकर्णी ने महामंडलेश्वर बनाए जाने पर कही थी ये बात ममता कुलकर्णी ने महामंडलेश्वर जाने पर कहा था, मैंने साल 2000 से ही तपस्या शुरू कर दी थी. मैंने लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को अपना पट्टागुरु चुना क्योंकि आज शुक्रवार है. आज का दिन महाकाली का है. आज मां शक्ति ने मुझे निर्देश दिया कि मैं लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को चुनूं क्योंकि वह इंसान साक्षात अर्धनारीश्वर का रूप है. यह भी पढ़ें– महाकुंभ में संन्यास लेने के बाद मूवीज में वापसी को लेकर ममता कुलकर्णी ने तोड़ी चुप्पी, कहा- फिल्म इंडस्ट्री में दोबारा से आना… यह भी पढ़ें– ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने बाबा रामदेव ने किया रिएक्ट, कहा- हमें संत बनने के लिए 50 साल… The post इस वजह से किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर के पद से हटाई गईं ममता कुलकर्णी, ग्लैमर की दुनिया छोड़ महाकुंभ में बनी थी संन्यासी appeared first on Naya Vichar.

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Budget 2025: मिडिल क्लास, किसान और साधु-संतों को बड़ी उम्मीदें, इनकम टैक्स में भी बदलाव की आस

Budget 2025: मध्यम वर्ग को उम्मीद है कि इस बार बजट में इनकम टैक्स के नियमों में कुछ बड़े बदलाव किए जा सकते हैं. हर साल टैक्स छूट को लेकर चर्चा होती है और इस बार भी लोगों को राहत मिलने की संभावना जताई जा रही है. किसानों के लिए बढ़ सकती है पीएम किसान निधि की राशि सूत्रों के अनुसार, केंद्र प्रशासन इस बार किसानों के लिए बजट में खास प्रावधान कर सकती है. लंबे समय से पीएम किसान सम्मान निधि की राशि बढ़ाने की मांग की जा रही है. इस योजना के तहत अभी किसानों को सालाना 6,000 रुपये दिए जाते हैं, जिसे बढ़ाकर 9,000 या 12,000 रुपये किए जाने की उम्मीद है. महाकुंभ में जुटे साधु-संतों को भी बजट से उम्मीदें प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ में देशभर से आए साधु-संतों को भी मोदी प्रशासन के बजट से बड़ी उम्मीदें हैं. उनका मानना है कि प्रशासन राष्ट्रहित को प्राथमिकता देती है, इसलिए यह बजट भी लोकहित और देश को मजबूत करने वाला होगा. रेल किराए और माल भाड़े में कटौती की मांग अखिल हिंदुस्तानीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने मांग की है कि प्रशासन रेल किराए और माल भाड़े में कटौती करे. उन्होंने कहा कि केंद्र प्रशासन ने धार्मिक स्थलों के विकास में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जैसे काशी कॉरिडोर, अयोध्या में भव्य राम मंदिर और उज्जैन महाकाल कॉरिडोर. उनका कहना है कि धार्मिक स्थलों के विकास से पर्यटन बढ़ता है, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होते हैं और वित्तीय स्थिति को मजबूती मिलती है. आर्थिक रूप से कमजोर संतों के लिए पेंशन योजना की मांग महंत रवींद्र पुरी ने प्रशासन से अपील की कि जो संत आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उनके लिए पेंशन की व्यवस्था की जाए. इससे वे सम्मानजनक जीवन जी सकेंगे और अपनी धार्मिक गतिविधियों को जारी रख सकेंगे. स्त्री संतों के लिए अलग प्रावधान की अपील निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर डॉ. अन्नपूर्णा हिंदुस्तानी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से आग्रह किया कि स्त्री संतों के लिए बजट में विशेष प्रावधान किया जाए. उन्होंने कहा कि यदि स्त्री संत आर्थिक रूप से सशक्त होंगी, तो वे सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में और अधिक योगदान दे सकेंगी. हर वर्ग को उम्मीदें, प्रशासन पर नजरें साधु-संतों और आम जनता को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह बजट 2025 हर वर्ग को लाभ पहुंचाने की कोशिश करेगा. इसके जरिए देश की आर्थिक स्थिति को और मजबूती मिलेगी और हिंदुस्तान को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में नए कदम उठाए जाएंगे. Also Read : Budget 2025: 18वीं लोकसभा बजट सत्र में राष्ट्रपति का अभिभाषण, आदिवासी कल्याण,स्वास्थ्य और बैंकिंग सुधार पर जोर The post Budget 2025: मिडिल क्लास, किसान और साधु-संतों को बड़ी उम्मीदें, इनकम टैक्स में भी बदलाव की आस appeared first on Naya Vichar.

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Astro Tips: घर में रखी ये 5 चीजें आपको दिलाएंगी सुख और समृद्धि, धन और धान्य से भरा रहेगा जीवन

Astro Tips: सभी लोग चाहते हैं कि उनके घर सुख-समृद्धि और धन-धान्य बना रहे. ऐसे में हर कोई मेहनत कर तरक्की और सफलता को हासिल करता है. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि लाख कोशिशों के बाद भी उनको तरक्की और सफलता नहीं मिलती है जिसके कारण लोग अपने भाग्य को दोष देने लगते हैं पर यह हो सकता है कि आपके आसपास के नकारात्मक चीजों का प्रभाव हो या आपके ग्रह नक्षत्रों के फेर बदल का प्रभाव हो जो आपको आगे नही बढ़ने देता है. यह आपके सफलता के रास्ते में बाधा उतपन्न करता है. वहीं, जिस घर का वातावरण सकारात्मक होता है, उस घर की सुख समृद्धि और तरक्की हमेशा होती रहती है. ऐसे में आज हम आपको ऐसी 5 चीजों के बारे में बताने जा रहें हैं, जिनको घर में रखने से सुख-समृद्धि और धन-धान्य हमेशा बना रहता है. तिजोरी में रखें चांदी का सिक्का चांदी का सिक्का तिजोरी में रखना काफी शुभ माना जाता है. चांदी का संबंध चंद्रमा से माना जाता है, जो शांति का प्रतीक होता है. चांदी का सिक्का तिजोरी में रखने से घर में सुख शांति बनी रहेगी और आप सकारात्मक फैसला ले सकेंगे. जब भी आप तिजोरी या पैसे रखने वाले स्थान पर चांदी का सिक्का रखें तो उसमें रोली लगाकर मां लक्ष्मी का ध्यान करते हुए स्थापित करें. वास्तु टिप्स से जुड़ी ट्रेंडिंग समाचारें यहां पढ़ें ये भी पढ़ें: Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में बताये गए ये नियम दिलाएंगे आपको सुख-समृद्धि और पैसे, जरूर रखें ख्याल ये भी पढ़ें:  Vastu Tips: वैवाहिक जीवन में बार-बार आ रही परेशानी? वास्तु शास्त्र में बताये गए इन नियमों का करें पालन लक्ष्मी माता के पास रखें पांच कौड़ियां कौड़ियों का संबंध माता लक्ष्मी से माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि कौड़ियां समुद्र में उत्पन्न हुई थी. ऐसे में आप मंदिर में माता लक्ष्मी के सामने पांच कौड़ियों को हल्दी से तिलक लगाकर रखें. यह बहुत फलदाई माना जाता है और सुख समृद्धि बनी रहती है. तिजोरी में रखें हल्दी का गांठ वास्तु शास्त्र में हल्दी का संबंध भगवान विष्णु से माना जाता है और ऐसी मान्यता है कि, जहां विष्णु भगवान विष्णु का वास होता है वही माता लक्ष्मी का भी वास होता है. इसलिए तिजोरी या पैसे रखने वाले स्थान पर हल्दी का गांठ रखने से माता लक्ष्मी की कृपा आप पर सदैव बनी रहती है और धन-धान्य की प्राप्ति होती है. ये भी पढ़ें: Vastu Tips: इस दिन और समय में कपड़े धोने से जीवन में छा जाता है बर्बादी का साया, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे गलती घर में रखें श्रीमद्भागवत गीता घर में श्रीमद्भागवत गीता रखने से सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करने से व्यक्ति अपने जीवन मे तरक्की और सफलता को हसील करता है. श्रीमद्भागवत का पाठ करने से व्यक्ति का आत्मबल भी बढ़ता है, और वह धैर्य और संयम के साथ कठिनाईयों का सामना करता है. घर में लगाएं गुलाब का पौधा घर में गुलाब का पौधा लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और माता लक्ष्मी की कृपा आप पर सदैव बनी रहती है. ऐसी मान्यता है कि माता लक्ष्मी को कमल के साथ गुलाब भी बेहद पसंद है. आप गुलाब के पौधे को घर के अंदर लगाने की बजाय घर के बाहर या बालकनी में लगाएं क्योंकि गुलाब के पौधे में कांटे भी होते हैं. इनपुट: आस्था सिंह राजपूत ये भी पढ़ें: Vastu Tips: जीवन में कभी दरिद्रता का नहीं देखना पड़ेगा चेहरा, तुलसी के पास रख दें ये पौधा Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर बेस्ड है. नया विचार किसी भी तरह से इनकी पुष्टि नहीं करता है. The post Astro Tips: घर में रखी ये 5 चीजें आपको दिलाएंगी सुख और समृद्धि, धन और धान्य से भरा रहेगा जीवन appeared first on Naya Vichar.

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बिहार लौटे श्रद्धालुओं ने महाकुंभ भगदड़ के बारे में बताया, ग्रुप ने एक फैसला किया और बाल-बाल बच गए

मौनी अमावस्या पर्व पर प्रयागराज महाकुंभ में संगम नोज पर मंगलवार की देर रात को भगदड़ हुई जिसमें कई श्रद्धालुओं की मौत हो गयी. मृतकों में बिहार के भी कई लोग हैं. वहीं बांका जिले के भी एक शख्स की मौत इस हादसे में हुई है. वहीं दूसरी ओर भगदड़ स्थल से कुछ ही पीछे रहे बांका के दस श्रद्धालुओं का जत्था गुरुवार की देर शाम जब अपने घर लौटा तो हादसे से जुड़े वाक्ये को बताया. उन्होंने बताया कि वो किस तरह बाल-बाल बच गए. बांका लौटा श्रद्धालुओं का जत्था बांका के कटोरिया प्रखंड से दस श्रद्धालुओं का जत्था प्रयागराज पहुंचा था. हादसे के समय इस जत्थे के लोग भगदड़ स्थल से कुछ ही पीछे थे. गुरुवार की देर शाम सभी लोग सुरक्षित कटोरिया पहुंचे. महाकुंभ में भगदड़ से बचकर सकुशल घर लौटे श्रद्धालुओं ने कहा कि भोलेनाथ की कृपा से ही बाल-बाल बच पाए. ALSO READ: Photos: शनिवार को भागलपुर आएंगे नीतीश कुमार, 16 तस्वीरों में देखिए प्रगति यात्रा की तैयारी… श्रद्धालु ने घटना वाली रात की कहानी बतायी… जखाजोर गांव के श्रद्धालु संजय यादव ने बताया कि मंगलवार की रात को वे लोग भी अमृत स्नान के लिए संगम घाट नोज पर पहुंचकर रुकने वाले थे. लेकिन तभी आपस में निर्णय हुआ कि खाना खाकर ही आगे बढ़ा जाय. संगम घाट के निकट ही खाना खाने के कुछ देर बाद ही पता चला कि आगे एक किलोमीटर की दूरी पर भगदड़ हुई है. फिर अधिकारियों व एंबुलेंस का काफिला भी घटनास्थल के लिए बगल से ही रवाना हुआ. स्थिति सामान्य होने के बाद कटोरिया के श्रद्धालुओं के दल ने सुबह साढे सात बजे संगम नोज पर डुबकी लगायी. लंबी दूरी तय करना पड़ा कटोरिया से दो स्कॉर्पिओ पर सवार होकर दस श्रद्धालुओं का दल प्रयागराज महाकुंभ मेला गया था. उन्होंने बताया कि त्रिवेणी घाट से बहुत पहले ही स्कॉर्पिओ को रोक दिया गया. वहां से ब्रीज तक के लिए फ्री बस सेवा मिली. वहां से करीब पंद्रह किलोमीटर पैदल चलते हुए संगम घाट पहुंचे. स्नान के बाद दूसरे रास्ते से पच्चीस किलोमीटर पैदल चलते हुए लौटना पड़ा. The post बिहार लौटे श्रद्धालुओं ने महाकुंभ भगदड़ के बारे में बताया, ग्रुप ने एक फैसला किया और बाल-बाल बच गए appeared first on Naya Vichar.

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Muzaffarpur News: महाकुंभ में स्नान नहीं कर पाया तो युवक ने रेलवे से कर दी 50 लाख की मांग, जानिए क्या है पूरा मामला?

Muzaffarpur News: मुजफ्फरपुर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां मौनी अमावस्या के मौके पर स्नान नहीं कर पाने पर मुजफ्फरपुर के एक अधिवक्ता ने रेलवे से 50 लाख रुपए का हर्जाना मांगा है. अधिवक्ता राजन झा ने कहा कि 27 जनवरी 2025 को प्रयागराज जाने के लिए उन्होंने मुजफ्फरपुर से स्वतंत्रता सेनानी ट्रेन के थर्ड एसी में तत्काल टिकट बुक कराया था. एसी कोच के B3 में सीट नंबर 45,46 और 47 में उनकी बुकिंग थी.  अंदर से बंद था कोच का दरवाजा ट्रेन रात के करीब साढ़े 9 बजे खुलने वाली थी. लेकिन, वह अपनी सास और ससुर के साथ मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर करीब ढाई घंटे यानी शाम के 7 बजे तक पहुंच गए थे. जब ट्रेन प्लेटफॉर्म पर आई तो जिस कोच में उनकी सीट थी, उसका दरवाजा अंदर से बंद था. प्लेटफॉर्म पर अन्य यात्रियों की भी भीड़ थी. चारों तरफ अफरातफरी का माहौल हो गया था. राजन ने रेलवे पर आरोप लगाते हुए कहा कि बदइंतजामी की वजह से मैं और मेरा परिवार अपनी सीट तक नहीं पहुंच पाए.  बिहार की ताजा समाचारों के लिए यहां क्लिक करें 50 लाख के जुर्माने की मांग राजन झा ने अब इस मामले में वकील एसके झा के जरिए रेलवे से हर्जाना मांगा है. इस मामले को लेकर वकील एसके झा ने बताया कि ये उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत सेवा में कमी का मामला है, जो रेलवे की लापरवाही को दर्शाता है. राजन झा को अपने परिजनों के साथ मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के लिए प्रयागराज जाना था, लेकिन ट्रेन की बोगी बंद रहने के कारण जा नहीं सके. इसलिए उन्होंने रेलवे से 50 लाख के जुर्माने की मांग की है. ALSO READ: Bihar News: बिहार के इस बड़े रेलवे स्टेशन को लगा 1.61 करोड़ का जुर्माना, जानिए क्या है पूरा मामला? The post Muzaffarpur News: महाकुंभ में स्नान नहीं कर पाया तो युवक ने रेलवे से कर दी 50 लाख की मांग, जानिए क्या है पूरा मामला? appeared first on Naya Vichar.

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