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February 4, 2025

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Chanakya Niti : चाणक्य के अनुसार, बुद्धिमान लोग कभी भी नहीं शेयर करते यह बातें

Chanakya Niti : महान कूटनीतिक और विद्वान आचार्य चाणक्य की नीतियां आज भी हमारे जीवन में काफी महत्व रखती हैं. आचार्य ने अपनी नीतियों में जीवन के हर पहलू पर गहरे विचार रखे हैं जिनमें सफलता के रहस्यों से लेकर हर स्थिति में क्या करना चाहिए इसका उल्लेख किया है. आचार्य ने बुद्धिमान लोगों की कुछ आदतों के बारे में भी बताया है जिन्हें अपनाकर कोई भी व्यक्ति जीवन में सफलता हासिल कर सकता है. आज हम आपको बताएंगे कि जीवन में सफल होने के लिये हम क्या करना चाहिए. आर्थिक तंगी का जिक्र नहीं करते आचार्य चाणक्य के अनुसार जो लोग वाकई बुद्धिमान होते हैं वे कभी अपनी आर्थिक तंगी को दूसरों के सामने नहीं आने देते हैं. खासकर दोस्तों और रिश्तेदारों से ये लोग अपनी वित्तीय समस्याओं को छिपाकर रखते हैं.आचार्य कहते हैं कि जब आप आर्थिक तंगी से गुजर रहे होते हैं तो उसे अपने तक सीमित रखें क्योंकि लोग केवल आपको इस स्थिति में नीचा दिखाते हैं और झूठी सांत्वना के अलावा कुछ नहीं करते हैं. पर्सनल समस्याएं नहीं साझा करते चाणक्य के मुताबिक बुद्धिमान लोग अपनी निजी परेशानियों को दूसरों से नहीं शेयर करते. जीवन में सुख-दुख और समस्याएं हर किसी के जीवन का हिस्सा होती हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप अपनी व्यक्तिगत परेशानियां हर किसी से साझा करें. लोग आपकी मदद कम और आपका मजाक बनाने में अधिक रुचि रखते हैं. बुद्धिमान लोग अपनी निजी जीवन की समस्याओं को खुद ही हल करने में विश्वास रखते हैं. पत्नी से जुड़ी बातें नहीं बताते आचार्य चाणक्य के अनुसार बुद्धिमान लोग अपनी पत्नी से जुड़ी बातें दूसरों से साझा नहीं करते हैं. आचार्य कहते हैं कि अपनी पत्नी के बारे में किसी से खुलकर बात करना रिश्तों और सम्मान को नुकसान पहुंचा सकता है. कभी भी छोटे-मोटे झगड़ों के कारण अपनी पत्नी की निंदा दूसरों के सामने नहीं करनी चाहिए. Also Read : Chanakya Niti: अगर आप भी बनना चाहते है अमीर तो इन जगहों से रहें दूर,मिलेगी तरक्की गरीबी का ढोल नहीं पीटते आचार्य चाणक्य ने यह भी कहा कि बुद्धिमान लोग अपनी गरीबी का बार-बार जिक्र नहीं करते हैं. ऐसे लोग मेहनत करते हैं और अपनी स्थिति सुधारने के लिए अपने दम पर काम करते हैं. दूसरों से सहानुभूति प्राप्त करने के लिए अपनी गरीबी का रोना नहीं रोते हैं. गरीबी कभी भी किसी व्यक्ति के आत्म-सम्मान को प्रभावित न करें इसके लिए उन्हें खुद पर विश्वास रखना चाहिए. Also Read : Chanakya Niti for Successful Life : चाणक्य की सफलता पाने के 3 रहस्यमयी मंत्र, जो बदल सकते हैं आपकी जिंदगी Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है. The post Chanakya Niti : चाणक्य के अनुसार, बुद्धिमान लोग कभी भी नहीं शेयर करते यह बातें appeared first on Naya Vichar.

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Bihar Land Survey : सर्वे में रैयतों की क्या है जिम्मेदारी? विभाग ने शेयर की जानकारी…

Bihar Land Survey : बिहार में चल रही विशेष भूमि सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त की प्रक्रिया को लेकर राज्य प्रशासन के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने एक महत्वपूर्ण सूचना जारी की है. जिसमें बताया गया है कि ‘बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त’ में रैयतों की क्या जिम्मेदारी है और उन्हें क्या करना है. रैयतों की क्या जिम्मेदारी है? किस्तवार और खानापूरी से पहले रैयतों को अपनी जमीन का सीमांकन कर लेना चाहिए और उचित तरीके से बाउंड्री बनवा लेनी चाहिए. अपनी जमीन का विवरण बाउंड्री (चौहद्दी) सहित फॉर्म-2 में भरकर वेबसाइट पर अपलोड करना होगा या शिविर में व्यक्तिगत रूप से जमा करना होगा. यदि भूमि पुश्तैनी/खतियान है तो आपसी सहमति से उसका बंटवारा कर स्वयं द्वारा तैयार वंशावली के साथ वेबसाइट या शिविर में जमा करना होगा. खरीदी गई भूमि का दस्तावेज लगान रसीद के साथ स्वघोषणा पत्र (फॉर्म-2) भरकर जमा करना होगा. पुश्तैनी जमीन के साथ वंशावली, बंटवारा, लगान-रशीद, खतियान, कोर्ट का आदेश आदि सबूत के तौर पर जमा किए जाएंगे. भूमि सर्वेक्षण पूरा होने तक शिविर के संपर्क में रहें या वेबसाइट को नियमित रूप से देखें. खानापूरी, पर्चा वितरण, प्रारूप प्रकाशन और अंतिम अधिकार अभिलेख प्रकाशन में प्रदर्शित जानकारी की जांच करें, यदि कोई गलती मिले तो तुरंत आपत्ति दर्ज कराएं. Bihar land survey : सर्वे में रैयतों की क्या है जिम्मेदारी? विभाग ने शेयर की जानकारी… 12 खतियान की नकल कैसे प्राप्त करें? खतियान की नकल प्राप्त करने के लिए ‘भू-अभिलेख पोर्टल’ खोलें तथा प्रति पेज 10 रुपए का भुगतान कर स्कैन की हुई कॉपी प्राप्त करें. Also Read: पटना को ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने का प्लान हो गया तैयार, इन सड़कों पर सबसे पहले होगा सुधार कहां मिलेगी जमीन सर्वे की जानकारी? भूमि सर्वेक्षण से संबंधित नियमित जानकारी प्राप्त करने के लिए ‘बिहार सर्वेक्षण ट्रैकर’ ऐप डाउनलोड करें या dlrs.bihar.gov.in पर जाकर ‘भूमि सर्वेक्षण’ टैब पर क्लिक करें. किसी भी समस्या, शिकायत या सुझाव के लिए टोल फ्री नंबर 18003456215 पर संपर्क कर सकते हैं. Also Read: Bihar Crime: बेटिंग एप के जरिए 304 करोड़ की ठगी, पुलिस ने 24 लोगों को दबोचा The post Bihar Land Survey : सर्वे में रैयतों की क्या है जिम्मेदारी? विभाग ने शेयर की जानकारी… appeared first on Naya Vichar.

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Premanand Ji Maharaj ने बताया किस अंगुली में पहनें चांदी की अंगूठी, इससे दूर होता है चंद्र दोष

Premanand Ji Maharaj Sayings, Chandra Dosh Remedies: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए रत्न को किसी धातु की अंगूठी में पहनने की सिफारिश की जाती है. सभी नवग्रहों का किसी न किसी रत्न या धातु से संबंध होता है. उदाहरण के लिए, सोने को गुरु ग्रह से जोड़ा जाता है, जबकि चांदी का संबंध शुक्र और चंद्रमा से होता है. कुछ लोग ज्योतिषीय उपायों के तहत चांदी की अंगूठी पहनते हैं, लेकिन कई लोगों को यह जानकारी नहीं होती कि चांदी की अंगूठी किस अंगुली में पहननी चाहिए. आइए, जानते हैं इस विषय में आध्यात्मिक गुरु की क्या सलाह है. प्रेमानंद महाराज ने बताया चांदी की अंगूठी के फायदे आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज के अनुसार, चांदी की अंगूठी को बाएं हाथ की छोटी अंगुली (कनिष्ठा) में पहनना अत्यंत लाभकारी माना जाता है. इस प्रक्रिया से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और भाग्य में सुधार की संभावना बढ़ती है. कई आध्यात्मिक गुरु भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि चांदी की अंगूठी को बाएं हाथ की कनिष्ठा में पहनना उचित है. बाएं हाथ को ग्रहण करने वाला (रीसेप्टिव) हाथ माना जाता है, जबकि दाएं हाथ को सक्रियता का प्रतीक माना जाता है. बायाँ हाथ मानसिक और भावनात्मक लाभ के लिए अधिक उपयुक्त है. इसके अतिरिक्त, चांदी चंद्रमा का प्रतीक है, जो मानसिक शांति, भावनात्मक संतुलन और सकारात्मकता का प्रतिनिधित्व करता है. इसे पहनने से आत्मविश्वास और मनोबल में वृद्धि होती है. इन राशियों में होती है मेनिफेस्ट करने की तगड़ी क्षमता, यहां जानें  हालांकि सभी गुरु इसे कनिष्ठा अंगुली में पहनने की सलाह नहीं देते, कुछ गुरु इसे अनामिका अंगुली (रिंग फिंगर) में पहनने की सलाह देते हैं, विशेष रूप से चंद्र दोष के निवारण के लिए. ज्योतिष में अनामिका अंगुली को सूर्य और शुक्र से संबंधित माना जाता है. चांदी की अंगूठी पहनने से शुक्र की ऊर्जा संतुलित होती है, जिससे समृद्धि, सौंदर्य और संबंधों में सुधार होता है. The post Premanand Ji Maharaj ने बताया किस अंगुली में पहनें चांदी की अंगूठी, इससे दूर होता है चंद्र दोष appeared first on Naya Vichar.

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कभी झारखंड के DGP अनुराग गुप्ता को हेमंत सोरेन सरकार ने किया था सस्पेंड, जानें क्या था आरोप

रांची : झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता को हेमंत सोरेन प्रशासन ने स्थायी डीजीपी बना दिया है. इससे पहले उन्हें इसका अतिरिक्त प्रभार दिया गया था. गृह विभाग ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है. इसके साथ ही यह तय हो गया है कि उनके पास अब सीआईडी डीजी और एसीबी चीफ का पद नहीं रहेगा. लेकिन क्या आपको पता है राज्य के वर्तमान पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता को कभी वर्तमान प्रशासन ने निलंबित कर दिया था. वह तकरीबन 26 माह तक निलंबित रहे थे. जबकि 0सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल के नियमानुसार राज्य प्रशासन किसी को दो साल से अधिक समय तक निलंबित नहीं रख सकती. क्या था आरोप दरअसल वर्तमान डीजीपी अनुराग गुप्ता पर आरोप था कि साल 2016 के राज्यसभा चुनाव में उन्होंने बड़कागांव से उस वक्त की तत्कालीन विधायक निर्मला देवी को बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने के लिए लालच दिया था. जिसके बाद हेमंत सोरेन प्रशासन ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए साल 2020 में उन्हें सस्पेंड कर दिया था. साल 2022 में जब उन्हें वापस बहाल किया गया तो उन्हें गृह विभाग में योगदान देने को कहा गया. फिर साल 2024 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जब जेल से वापस आए तो उन्होंने उस वक्त के तत्कालीन डीजीपी अजय कुमार सिंह को हटाकर अनुराग गुप्ता को पुलिस महानिदेशक के अतिरिक्त प्रभार दे दिया. उस वक्त वह सीआईडी डीजी और एसीबी चीफ के महत्वपूर्ण पद संभाल रहे थे. कौन हैं अनुराग गुप्ता अनुराग गुप्ता 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वह मूल रूप से पंजाब के रहने वाले हैं. उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही उनकी रूझान के सिविल सर्विस के तरफ होने लगा था. इसलिए डिग्री लेने के बाद उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी थी. वर्ष 1990 में वे हिंदुस्तानीय पुलिस सेवा में शामिल हुए. अपने कार्यकाल में अनुराग गुप्ता रांची समेत कई जिलों के एसपी रह चुके हैं. बाद में उन्हें रांची का एसएसपी भी बनाया गया. इसके बाद उन्हें प्रोन्नति देकर बोकारो रेंज का डीआईजी बनाया गया. Also Read: मरीज को बेहतर सुविधा मिले, डॉक्टरों की सुरक्षा प्रशासन की जिम्मेदारी : मंत्री The post कभी झारखंड के DGP अनुराग गुप्ता को हेमंत सोरेन प्रशासन ने किया था सस्पेंड, जानें क्या था आरोप appeared first on Naya Vichar.

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Numerology: ब्यूटी विद ब्रेन, इस दिन जन्में लोग बनाते हैं परफेक्ट कॉम्बिनेशन

Numerology: लोगों का स्वभाव, बुद्धि और खूबसूरती उनके जन्म के मूलांक के अनुसार निर्धारित होती है. इसी के आधार पर जन्म कुंडली भी तैयार की जाती है जिससे ग्रह-नक्षत्रों के प्रभाव का पता चलता है.अंक शास्त्र की दुनिया में जन्म तिथि के अंकों का विशेष महत्व है. मूलांक की गणना करने के लिए जन्म तिथि के अंकों को जोड़ते हैं ताकि एकल अंक 1 से 9 के बीच प्राप्त हो सके. इन मूलांकों का संबंध 9 ग्रहों से होता है जो हमें व्यक्ति के स्वभाव और व्यक्तित्व के बारे में गहराई से जानकारी प्रदान करते हैं. आज हम आपको ऐसे दो मूलांकों के बारे में बताएंगे जिनके तहत जन्मे लोग न केवल सुंदर होते हैं बल्कि बहुत बुद्धिमान भी होते हैं. मूलांक 2,11, 20, 29 तारीख पर जन्में लोग चांद जैसी खूबसूरती : जिन लोगों का मूलांक 2 होता है उन लोगों की खूबसूरती चांद जैसी होती है जो उनके चेहरे पर एक अनोखी चमक लाती है. दिल की सुंदरता : वे दिल के भी साफ और सुंदर होते हैं और इस वजह से वह जीवन में सफलता को प्राप्त करते हैं. रचनात्मक : मूलांक 2 वाले लोग रचनात्मक होते हैं और किसी भी समस्या का हल बहुत ही आसानी से कर लेते हैं. रोमांटिक स्वाभाव : ये रोमांटिक होते हैं और अपने प्रियजनों के प्रति बहुत ही संवेदनशील होते हैं. मददगार स्वाभाव : ये अपने मददगार स्वाभाव के लिए भी जाने जाते हैं और हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं. भावनात्मकता : मूलांक 2 वाले लोग बहुत ही जल्दी रो देते हैं और उनकी भावनाएं बहुत ही गहरी होती है. Also Read : Numerology Secrets: जानें किस तारीख पर जन्मे शिशु बनते हैं IAS-IPS और क्या है उनके सफलता का राज मूलांक 6, 15, 24 तारीख पर जन्में लोग आकर्षक पर्सनालिटी: मूलांक 6 वाले लोगों की पर्सनालिटी बहुत ही आकर्षक होती है जो उन्हें दूसरों के बीच खड़ा करती है. स्टाइल और फैशन: इन लोगों को स्टाइल की बहुत समझ होती है और वे फैशनेबल भी बहुत होते हैं. ये अपने कपड़ों और एक्सेसरीज का चयन बहुत ही सावधानी से करते हैं. सहज और दयालु: मूलांक 6 वाले लोग बहुत सहज होते हैं और किसी को दुखी नहीं देखना चाहते है. वे दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. रोमांटिक स्वभाव: ये लोग रोमांटिक होते हैं और अक्सर प्यार में पड़ जाते हैं. संगीत में प्रतिभा: मूलांक 6 वाले लोगों में संगीत की प्रतिभा होती है जो उन्हें भाग्यशाली बनाती है. इनपुट : शुभ्रा लक्ष्मी Also Read : Numerology: इस तारीख को जन्म हुआ है तो आपकी भी होगी लव मैरिज, समाज को बदलने की होती है ताकत Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है. The post Numerology: ब्यूटी विद ब्रेन, इस दिन जन्में लोग बनाते हैं परफेक्ट कॉम्बिनेशन appeared first on Naya Vichar.

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इन राशियों में होती है मेनिफेस्ट करने की तगड़ी क्षमता, यहां जानें

Zodiac Signs Traits: कई लोग मेनिफेस्टेशन करना चाहते हैं, लेकिन इच्छाओं को पूरा करने में ब्रह्मांड केवल कुछ ही व्यक्तियों की सहायता करता है. ज्योतिष के अनुसार, कुछ राशियां अपनी भावनाओं, विचारों और अभिव्यक्तियों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में विशेष रूप से सक्षम होती हैं. ये राशियां उत्कृष्ट संचार कौशल से संपन्न होती हैं और अपने विचारों के माध्यम से दूसरों पर गहरा प्रभाव डालने की अद्भुत क्षमता रखती हैं. यही कारण है कि ब्रह्मांड इनकी इच्छाओं को स्पष्टता के साथ सुनता और स्वीकार करता है. आइए जानते हैं कि वे राशियां कौन सी हैं, जो मेनिफेस्टेशन में सबसे प्रभावी मानी जाती हैं और इसके पीछे का कारण क्या है. मिथुन मिथुन राशि का स्वामी ग्रह बुध है, जिसे बुद्धि और संचार का प्रतीक माना जाता है. इस ग्रह की विशेषता यह है कि मिथुन के लोग तेज दिमाग वाले और कुशल वक्ता होते हैं. वे किसी भी विषय पर सहजता से बात करने की क्षमता रखते हैं. इस राशि के लोग सोशल मीडिया, लेखन, पत्रकारिता और सार्वजनिक बोलने में विशेष दक्षता रखते हैं. विचारों की सही अभिव्यक्ति मेनिफेस्टेशन के लिए अत्यंत आवश्यक है, और मिथुन इस कार्य में माहिर होते हैं. इसलिए, उनकी इच्छाओं के पूरा होने की संभावना अधिक होती है. सिंह सिंह राशि का ग्रह स्वामी सूर्य है. इस राशि के व्यक्तियों में दूसरों को आकर्षित करने और उन पर प्रभाव डालने की अद्वितीय क्षमता होती है. ये अपनी प्रतिभा को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में माहिर होते हैं. सिंह राशि के लोग मंच पर बोलने में दक्ष होते हैं और उनका व्यक्तित्व करिश्माई होता है. इनकी कल्पनाओं और सपनों को साकार करने की शक्ति प्रबल होती है, जिससे ये मेनिफेस्टेशन में भी कुशल होते हैं. तुला तुला राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है. इस राशि के लोग दूसरों के विचारों को समझकर संतुलित उत्तर देने और कूटनीतिक संवाद में निपुण होते हैं. तुला राशि के व्यक्तियों की बातों में आकर्षण होता है, जिससे वे किसी भी बहस को सहजता से संभाल सकते हैं. इनमें ब्रह्मांड की ऊर्जा को आकर्षित करने और अपनी बात को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने की क्षमता होती है. धनु धनु राशि का स्वामी ग्रह गुरु है, जो बड़े विचारों और दृष्टिकोणों को साझा करने की विशेषता रखता है. धनु राशि के जातक अपने अनुभवों और ज्ञान को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करते हैं. वे उत्कृष्ट कहानीकार और प्रेरणादायक वक्ता होते हैं. धनु राशि के लोग अत्यंत आशावादी होते हैं और उन्हें विश्वास होता है कि वे जो चाहेंगे, उसे प्राप्त कर सकेंगे. उनका यह आत्मविश्वास उनके लक्ष्यों को हासिल करने में सहायक होता है. कुंभ कुंभ राशि के जातकों का स्वामी ग्रह शनि और यूरेनस है. इनमें अनोखे और नवीन विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने की क्षमता होती है. ये समाज सुधार और क्रांतिकारी विचारों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत कर सकते हैं. कुंभ राशि के लोग अपनी बातों के माध्यम से दूसरों के विचारों में परिवर्तन ला सकते हैं और नई सोच को उत्पन्न कर सकते हैं. उनकी यह विशेषता उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता करती है. The post इन राशियों में होती है मेनिफेस्ट करने की तगड़ी क्षमता, यहां जानें appeared first on Naya Vichar.

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PK का नीतीश कुमार पर तीखा हमला, बोले- नीतीश कुमार की ना तो दरोगा बात सुनते हैं, ना ही इंस्पेक्टर और ना ही बिहार के शिक्षक और बैंक

नया विचार – जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर उनकी ही प्रशासन के अधिकारियों द्वारा उनकी ही बात नहीं सुनने पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा आज बिहार में मुख्यमंत्री की ना तो दरोगा बात सुनते हैं, ना ही इंस्पेक्टर और ना ही बिहार के शिक्षक और बैंक। आज बिहार के लोगों की मेहनत से जमा किया हुआ पैसा, बैंकों द्वारा तमिलनाडू, गुजरात आदि राज्यों को दिया जा रहा हैं और उसका परिणाम यह हुआ की मजदूर बिहार के, पूँजी बिहार की जनता की लेकिन फैक्ट्री के मालिक तमिलनाडू और गुजरात के हैं। उसके बाद उन राज्यों में बनी वस्तु को बिहार में आयत किया जाता है और लोगों को महंगे दरों पर खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा हैं। यह उसी तरह है जैसे ब्रिटिश शासनकाल में कपास और नील की खेती बिहार में होती थी पर फैक्ट्री इंग्लैंड में थी जिससे हमारे ही कच्चे माल से बनी वस्तु को हमें ही उच्च दरों पर बेचा जाता था। यह दुर्भाग्य की बात है कि आज भी बिहार की वही स्थिति बनी हुई हैं। यदि बिहार के बैंक बिहार प्रशासन की बात सुनते या फिर RBI के नियमों का पालन करते तो केवल बिहार की जनता के पैसों से हर वर्ष बिहार में 2 लाख करोड़ का अतिरिक्त निवेश होता। जिससे बिहार के लोगों को दूसरे राज्यों में जाकर मजदूरी नहीं करनी पड़ती।

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पटना को ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने का प्लान हो गया तैयार, इन सड़कों पर सबसे पहले होगा सुधार

Patna News: राजधानी पटना में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए अधिकारियों ने खास योजना तैयार की है. पटना शहर के ट्रैफिक सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर पहले चरण में तीन प्रमुख सड़कों का चयन किया गया है. इसके तहत बेली रोड, अशोक राजपथ और कंकड़बाग मुख्य मार्ग में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए स्थायी उपाय किए जाएंगे. एक महीने में दिखने लगेगा बदलाव इन सड़कों पर जाम से निजात दिलाने के लिए तीन मुख्य सिफारिशें की गई हैं. इसमें सड़क और ट्रैफिक इंजीनियरिंग को बेहतर बनाया जाएगा. इसके अलावा अतिक्रमण हटाओ अभियान भी चलाया जाएगा, जिसके तहत मुख्य सड़क पर मौजूद सभी अवैध संरचनाओं यानि अतिक्रमण को हटाया जाएगा. करीब एक महीने में नए प्रयोग के तहत पटना की सड़कों पर कई अहम बदलाव देखने को मिलेंगे. जनवरी में हुआ था ट्रैफिक सर्वे पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक पटना को जाम मुक्त बनाने के लिए पिछले महीने जनवरी में ट्रैफिक सर्वे कराया गया था. इसमें वाहनों के दबाव से लेकर सड़क इंजीनियरिंग और अन्य बिंदुओं पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई है. फरीदाबाद स्थित ट्रैफिक इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञों के अलावा पटना में पदस्थापित सभी ट्रैफिक डीएसपी, पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक व अधीक्षण अभियंताओं व अन्य अधिकारियों ने सभी पहलुओं का बारीकी से अध्ययन कर यह रिपोर्ट तैयार की है. Also Read : बिहार में रोजगार की बहार, सीएम नीतीश ने 6837 इंजीनियरों को दिया नियुक्ति पत्र विकास आयुक्त से सामने पेश होगी रिपोर्ट विशेषज्ञों द्वारा तैयार यह अध्ययन रिपोर्ट जल्द ही विकास आयुक्त के सामने प्रस्तुत की जाएगी. इसके बाद इन सिफारिशों को लागू किया जाएगा. इस प्लान के लाग होने के बाद अगर अच्छे परिणाम मिले तो बाद में पटना की अन्य प्रमुख सड़कों पर भी इन सिफारिशों को लागू किया जाएगा. Also Read : बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा मामले में सुनवाई टली, पटना हाईकोर्ट में आज इस वजह से नहीं हुई हियरिंग The post पटना को ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने का प्लान हो गया तैयार, इन सड़कों पर सबसे पहले होगा सुधार appeared first on Naya Vichar.

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Vande Bharat Express: बिहार में शुरू होने वाली है पहली स्लीपर वंदे भारत, जानें लोकल पैसेंजरों को क्या मिलेगा लाभ

Vande Bharat Express बिहार में अब लोकल पैसेंजरों को भी वंदे हिंदुस्तान ट्रेन मिलने वाली है. यह बिहार के यात्रियों के लिए पहली पैसेंजर वंदे हिंदुस्तान ट्रेन होगी. इसमें सफर करने वाले याक्षियों को गर्मी और ठंड से राहत मिलेगी.रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि बिहार में अभी 12 वंदे हिंदुस्तान ट्रेनें चल रही हैं, जो कि बिहार के 15 जिलों से होकर गुजरती हैं. 90 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट रेल मंत्री ने कहा कि इस ट्रेन से कम दूरी वाले शहरों में आने जाने के लिए यात्रियों को भी सीधे सुविधा मिलेगी. इसके साथ ही 300 से 500 किमी प्रतिदिन सफर करने वाले यात्री को भी लाभ मिलेगा. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे ने बिहार में द्वारा लगभग 90 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट कर रही है. बिहार में अब चेयर कार कोच के बाद स्लीपर कोच वाली वंदे हिंदुस्तान का परिचालन भी किया जाएगा. इसमें 6 एसी कोच और 10 जनरल कोच भी होंगे. यह ट्रेन 140 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ेगी.बिहार में सांस्कृतिक पर्यटन और औद्योगिक सुविधाएं बढ़ी हैं. बिहार में चलेगी नमो ट्रेन बिहार में वंदे हिंदुस्तान की सफलता के बाद अब नमो ट्रेन की सुविधा भी राज्य के लोगों को मिलेगी. अश्विनी वैष्णव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बजट 2025-26 में हिंदुस्तानीय रेल के विकास के लिए रिकॉर्ड 252200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. जो कि पिछली यूपीए प्रशासन के समय से 9 गुना अधिक है. मलेशिया के पूरे रेल नेटवर्क के बराबर बिहार में हो रहा काम रेल मंत्री ने यूपीए प्रशासन के कार्यकाल की जानकारी शेयर करते हुए कहा कि वर्ष 2009 से 2014 तक प्रति वर्ष बिहार में औसतन 1132 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे. जबकि एनडीए प्रशासन की ओर से 2014 से अब तक बिहार में 1832 किलोमीटर नई रेल लाइन बिछाई जा चुकी है, यह मलेशिया के पूरे रेल नेटवर्क के बराबर है. वहीं 1783 किलोमीटर रेलवे ट्रैक पर कवच सिस्टम लगाने का काम भी चल रहा है. ये भी पढ़ें.. Indian Railway: वंदे हिंदुस्तान एक्सप्रेस ने भर दी प्रशासन की तिजोरी, एग्जिक्यूटिव क्लास में भी बढ़े यात्री The post Vande Bharat Express: बिहार में शुरू होने वाली है पहली स्लीपर वंदे हिंदुस्तान, जानें लोकल पैसेंजरों को क्या मिलेगा लाभ appeared first on Naya Vichar.

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मां सरस्वती के मूर्ति विसर्जन पर इन मंत्रों का जाप जरूरी

Saraswati Puja Visarjan 2025: बसंत पंचमी के अवसर पर मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करते है.इस साल बसंत पंचमी 03 फरवरी 2025, सोमवार के दिन पड़ रही है.साथ ही यह भी है कि सरस्वती पूजा के दिन ही शाही या अमृत स्नान का योग है. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार , जहां एक तरफ बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की प्रतिमा को घर में स्थापित किया जाता है. वहीं, दूसरी तरफ उसके अगले दिन मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन करने का विधि माना जाता है. सरस्वती विसर्जन शुभ मुहूर्त ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सरस्वती विसर्जन षष्ठी के दिन करना शुभ होता है.साथ ही ऐसे में षष्ठी तिथि का शुभारंभ 03 फरवरी 2025 को सुबह 09 बजकर 52 मिनट से होगा वहीं, इसका समापन 04 फरवरी 2025, दिन मंगलवार को रात 09 बजकर 49 मिनट पर होगा. ऐसे में सरस्वती विसर्जन के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 10 बजकर 13 मिनट से दोपहर 12 बजकर 15 मिनट तक होगा. महाहिंदुस्तान काल से है भीष्म अष्टमी का संबंध, यहां से जानें सरस्वती विसर्जन पूजा विधि विसर्जन के दिन सबसे पहले, मां सरस्वती की प्रतिमा को अच्छे से साफ करें और उनका 16 श्रृंगार कर उन्हें नए वस्त्र दान करें, साथ ही मां सरस्वती की प्रतिमा के पास सफेद या पीला फूल माला, तिल के तेल मे दीपक, अगरबत्ती और चंदन आदि से पूरी श्रद्धा से पूजा- आराधना करें.वहीं पूजा के समय विशेष रूप से मां सरस्वती के मंत्रों का उच्चारण पूरी भक्ति भाव से करते रहें.फिर एक लाल वस्त्र में मां को थोड़े पीले चावल,दुभ,पैसे उन्हें दान करें फिर हवन आहुति पूर्ण करने के बाद प्रतिमा को रखें और पवित्र नदी में विसर्जित कर देना चाहिए. सरस्वती विसर्जन मंत्र जाप माता सरस्वती के विसर्जन के दौरान इन मंत्रों का जाप करना अत्यधिक शुभदायक होता है.इससे मां के जाने के बाद भी उनकी ऊर्जा और दिव्यता से घर में सकारात्मकता का वास बना रहता है. मां सरस्वती का विसर्जन करते समय अपने हाथ में शुद्ध जल लेकर और श्रद्धा से बोलें से इन मंत्रों का जाप करते रहना चाहिए. ओम सांग-सवाहन-सपरिवार भूर्भुवःस्वः श्रीसरस्वती पूजितासि प्रसीद प्रसन्ना. माता का विसर्जन करने के बाद इस मंत्र का उच्चारण करें क्षमस्व स्वस्थानं गच्छ,इसके अलावा, ‘ओम गं गणपति पूजितोसि-प्रसीद-प्रसनो-भव-क्षमस्व स्वस्थानं गच्छ. , ‘ओम सूर्यादि नवग्रहाः पूजितोसि-प्रसीद-प्रसनो-भव-क्षमस्व स्वस्थानं गच्छ. ‘ओम इन्द्रादि दशदिक्पालाः प्रसीद-प्रसनो-भव-क्षमस्व स्वस्थानं गच्छ. मंत्र का एक-एक कर जाप करें. The post मां सरस्वती के मूर्ति विसर्जन पर इन मंत्रों का जाप जरूरी appeared first on Naya Vichar.

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