Trade War: अमेरिका-चीन ट्रेड वार से चांदी कूटेंगे भारत के निर्यातक, जानें कैसे
Trade War: अमेरिका और चीन के बीच जारी ट्रेड वार हिंदुस्तानीय निर्यातकों के लिए एक बड़ी आर्थिक अवसर साबित हो सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका में चीनी उत्पादों पर ऊंचे टैरिफ (Import Duty) से हिंदुस्तानीय उत्पादों की मांग बढ़ सकती है, जिससे हिंदुस्तान का निर्यात (Export) बढ़ने की उम्मीद है. कैसे फायदेमंद होगा ट्रेड वार? अमेरिका में हिंदुस्तानीय उत्पादों की डिमांड बढ़ेगी. चीनी सामान महंगा होने से हिंदुस्तान को प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिलेगा. अमेरिकी खरीदार नए आपूर्तिकर्ताओं की तलाश करेंगे. टैक्स और टैरिफ के अंतर से हिंदुस्तान को रणनीतिक फायदा मिलेगा. ट्रेड वॉर में हिंदुस्तान को कितना फायदा? पहले भी हिंदुस्तान को हुआ था बड़ा लाभ: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इससे पहले के कार्यकाल में जब चीन पर ऊंचा आयात शुल्क लगाया गया, तब हिंदुस्तान चौथा सबसे अधिक लाभ पाने वाला देश बना था. अब फिर बढ़ सकता है हिंदुस्तानीय निर्यात: मौजूदा ट्रेड वार में भी हिंदुस्तान के निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना है. हिंदुस्तानीय निर्यातक संगठन (FIEO) के महानिदेशक अजय सहाय का कहना है कि अमेरिका द्वारा चीनी उत्पादों पर अधिक शुल्क लगाने से हिंदुस्तानीय उत्पादों को प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिल सकती है. किन क्षेत्रों में हिंदुस्तान को मिलेगा फायदा? टेक्सटाइल (Textile) और गारमेंट इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल पार्ट्स फार्मास्युटिकल्स (Pharmaceuticals) जेम्स एंड ज्वैलरी (Gems & Jewelry) स्टील और मेटल इंडस्ट्री विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका के 100 सबसे बड़े आयातित उत्पादों में से 75% हिंदुस्तानीय निर्यात में शामिल हैं. इसका मतलब है कि हिंदुस्तान के पास अमेरिकी बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का सुनहरा मौका है. कम टैरिफ का मिलेगा फायदा? हिंदुस्तान का औसत आयात शुल्क 17% है, लेकिन अमेरिकी आयातित सामान पर वास्तविक शुल्क बहुत कम है. पेट्रोलियम क्रूड (Crude Oil) पर मात्र 1 रुपये प्रति टन शुल्क लगता है. पॉलिश किए गए हीरों पर 0% टैक्स लगाया जाता है, जिससे जेम्स एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री को लाभ होगा. इसे भी पढ़ें: रतन टाटा के दोस्त शांतनु नायडू को मिली अहम जिम्मेदारी, सोशल मीडिया पर हुए भावुक अमेरिका-चीन ट्रेड वार हिंदुस्तान के लिए एक बड़ा अवसर ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) के संस्थापक अजय श्रीवास्तव का कहना है कि कम टैरिफ और बेहतर सप्लाई चेन के कारण हिंदुस्तानीय निर्यातकों को अमेरिका में अधिक ऑर्डर मिल सकते हैं. अमेरिका-चीन ट्रेड वार हिंदुस्तान के लिए एक बड़ा अवसर है. अमेरिकी बाजार में हिंदुस्तानीय निर्यातकों की हिस्सेदारी बढ़ सकती है. टेक्सटाइल, फार्मा, इलेक्ट्रॉनिक्स, स्टील और ज्वैलरी इंडस्ट्री को सीधा लाभ मिलेगा. कम टैरिफ और मजबूत सप्लाई चेन से हिंदुस्तान को प्रतिस्पर्धात्मक फायदा मिलेगा. इसे भी पढ़ें: खत्म हो जाएगी पुरानी कर व्यवस्था? राजस्व सचिव टैक्स रीजिम पर कही बड़ी बात The post Trade War: अमेरिका-चीन ट्रेड वार से चांदी कूटेंगे हिंदुस्तान के निर्यातक, जानें कैसे appeared first on Naya Vichar.