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February 8, 2025

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Bihar News: भागलपुर के 86 गांव के लोगों को इस गर्मी में नहीं मिल पायेगा शुद्ध पीने का पानी, जानें इसकी वजह

ब्रजेश/ Bihar News. भागलपुर में गंगा के पानी को ट्रीटमेंट कर आर्सेनिक प्रभावित 86 गांवों तक पहुंचाने की योजना की समय सीमा फेल हो गयी है. इस गर्मी भी लोगों की प्यास बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना के पानी से नहीं बुझ सकेगी. काम फाइनल करने के लिए मार्च 2025 तक का एक्सटेंशन मांगा गया था, तीन महीने बाद भी इसकी फाइल मुख्यालय में धूल फांक रही है. लेटलतीफी के कारण सबसे ज्यादा नाथनगर प्रखंड के आर्सेनिक प्रभावित इलाकों के लोगों को दिक्कत हो रही है. सुलतानगंज में गंगा किनारे कुछ गांव में जलापूर्ति होनी है. बाकी जलापूर्ति नाथनगर प्रखंड की छह पंचायत के आर्सेनिक प्रभावित गांवों में होगी. पांच जलमीनार का निर्माण हुआ है. ये सभी जलमीनार नाथनगर प्रखंड के दोगच्छी, अजमेरीपुर, शाहपुर आदि में बने हैं. एक्सटेंशन का आवेदन मुख्यालय में लंबित यहां बता दें कि बीते एक दशक से सुलतानगंज से नाथनगर तक के लोग इस योजना पर काम होते देख रहे हैं. प्यास बुझाने लायक पानी अब तक उन्हें नहीं मिल सका है. पीएचईडी पश्चिमी डिवीजन ने पूर्व में दावा किया था कि जून 2024 तक योजना पूरी हो जायेगी और जलापूर्ति होने लगेगी. सच्चाई यह है कि सिर्फ पंपिंग स्टेशन का काम 80 फीसदी तक करने में एक दशक लग गये हैं. अभी तो जेटी तैयार भी नहीं हुआ है. पाइपलाइन का काम भी बचा हुआ है. सुलतानगंज बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना साल 2012 में शुरू हुई थी. इसे हर हाल में 2015 तक पूरा करना था. योजना के अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए मुख्यालय ने 56.54 लाख रुपये आवंटित किये गये है. एजेंसी बदलने के बाद भी काम में तेजी नहीं विभाग ने सबसे पहले हैदराबाद की आइवीआरसीएल को योजना पर काम करने के लिए बहाल किया. साढ़े 14 महीने तक काम चला, लेकिन विभागीय अधिकारियों को पता चला कि काम तो सिर्फ नौ फीसदी हो पाया है. आश्चर्य यह कि विभाग को लेटलतीफी की जानकारी होने में 14 महीने लग गये. एग्रीमेंट के मुताबिक समय पर काम पूरा नहीं करने की स्थिति में एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई हुई. विभाग ने टेंडर रद्द कर एजेंसी को काली सूची में डाल दिया. काम ठप पड़ा रहा. वर्ष 2018 में री-टेंडर हुआ. कोलकाता की कंपनी मेसर्स रियान वाटर टेक प्राइवेट लिमिटेड को काम दिया गया. साथ ही तेजी से काम कराने के लिए विभाग ने और दो एजेंसी हाजीपुर की कंपनी मंगलम एग्रोकॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड एवं कटिहार के पवन चौबे को बहाल किया. वर्तमान में मेसर्स रियान वाटर टेक प्राइवेट काम कर रहा है, फिर भी काम में तेजी नहीं आयी है. Also Read: Bihar News: रेवेन्यू कोर्ट से अंतिम आदेश डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट के साथ होगा ऑनलाइन पारित एक नजर में… सुलतानगंज-नाथनगर बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना की लागत : 80.60 करोड़ रुपये कार्य प्रारंभ : वर्ष 2012 कार्य पूरा होने की तिथि : वर्ष 2015 चयनित एजेंसी : आइवीआरसीएल, हैदराबाद काम चला : 14 महीने तक काम हुआ : 09 फीसदी कार्रवाई : एजेंसी हुई ब्लैक लिस्टेड री-टेंडर : वर्ष 2018 चयनित एजेंसी : मेसर्स रियान वाटर टेक प्राइवेट लिमिटेड, कोलकाता काम में तेजी लाने के लिए और 02 एजेंसी की बहाली : पवन चौबे, कटिहार व मंगलम एग्रोकॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड भागलपुर पूर्वी लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण कार्य प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार सुमन ने बताया कि जलापूर्ति योजना का कार्य प्रगति पर है. 80 फीसदी कार्य पूरा हो गया है. मार्च तक योजना पूरी हो जायेगी. टाइम एक्सटेंशन के लिए मुख्यालय को फाइल भेजी गयी है. स्वीकृति नहीं मिली है, लेकिन काम पर इसका असर नहीं पड़ा है. काम चल रहा है. The post Bihar News: भागलपुर के 86 गांव के लोगों को इस गर्मी में नहीं मिल पायेगा शुद्ध पीने का पानी, जानें इसकी वजह appeared first on Naya Vichar.

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Bihar News: रेवेन्यू कोर्ट से अंतिम आदेश डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट के साथ होगा ऑनलाइन पारित

Bihar News: बिहार में रेवेन्यू कोर्ट से अंतिम आदेश अब डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट के साथ ऑनलाइन पारित होगा. इसका मकसद आदेश पारित होने की तिथि को ही संबंधित सभी पक्षों को इसकी जानकारी उपलब्ध करवाना है. इससे यदि किसी पक्ष को आदेश से आपत्ति होगी तो वे तय समय में ही आदेश के खिलाफ अपील कर सकेंगे. इससे न्याय प्राप्त करने में लोगों को सुविधा होगी, इसके साथ ही राजस्व न्यायालयों के कामकाज अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बन सकेंगे. इसे लेकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने राजस्व न्यायालय प्रबंधन प्रणाली (आरसीएमएस) पोर्टल से जुड़े सभी न्यायालयों को इस व्यवस्था का पालन करने का निर्देश दिया है. नया आदेश… नया आदेश अंचल अधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता, अपर समाहर्ता, समाहर्ता और आयुक्त के राजस्व न्यायालयों पर समान रूप से लागू होगा. सूत्रों के अनुसार पहले की व्यवस्था के तहत राजस्व न्यायालयों द्वारा सुनवाई के बाद दिये गये आदेश को ऑफलाइन पारित कर दिया जाता था. ऑफलाइन पारित आदेश पर कलम से दस्तखत करने के बाद पोर्टल पर ऑनलाइन करने की व्यवस्था थी. अब ऑनलाइन पोर्टल पर ही आदेश टाइप कर लिखने और इसे डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट से हस्ताक्षर के बाद पारित किया जायेगा. इस संबंध में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव जय सिंह ने सभी प्रमंडलीय आयुक्त और सभी समाहर्ताओं को इस संबंध में एक पत्र लिखकर पूरी जानकारी साझा की है. विभाग को मिली थी अनियमितता की जानकारी सूत्रों के अनुसार विभाग को राजस्व न्यायालयों से ऑफलाइन पारित आदेशों में अनियमितता की जानकारी मिली थी. कई मामलों में विभिन्न स्तर के राजस्व न्यायालयों के आदेशों को पूर्व की तिथि से ही हस्ताक्षर और निर्गत किया गया था. साथ ही आरसीएमएस पोर्टल पर बाद की तिथि में अपलोड किया गया था. इससे राजस्व वादों में संबंधित पक्षों को परेशानी हुई थी और राजस्व न्यायालयों की पारदर्शिता पर सवाल उठे थे. राजस्व न्यायालय प्रबंधन प्रणाली के तहत न्यायालय की सभी प्रक्रियाएं ऑनलाइन करने और सुनवाई की तिथि को पारित अंतरिम आदेश को डिजिटली ऑनलाइन दर्ज करने की व्यवस्था पहले से ही लागू है. इसके तहत सभी वादों को ऑनलाइन दायर करने, वादों की सुनवाई संबंधी काउज लिस्ट को ऑनलाइन किये जाने की व्यवस्था है. क्या कहते हैं मंत्री राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री डॉ दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि सभी राजस्व न्यायालयों को एकीकृत करके जून, 2024 में एक ही पोर्टल में समाहित कर दिया गया था. अगस्त, 2024 में इसमें समाहर्ता और आयुक्त के न्यायालय को जोड़ दिया गया था. नयी व्यवस्था में न्याय निर्णय होने और उसे प्रकाशित या प्रसारित होने के बीच का अंतराल खत्म हो जायेगा. Also Read: Bihar News: ड्रोन से डंप साइट पर जमा कचरे का अध्ययन करेंगी छह एजेंसियां, विभाग को रिपोर्ट करेगी चयनित एजेंसी The post Bihar News: रेवेन्यू कोर्ट से अंतिम आदेश डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट के साथ होगा ऑनलाइन पारित appeared first on Naya Vichar.

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Bihar News: ड्रोन से डंप साइट पर जमा कचरे का अध्ययन करेंगी छह एजेंसियां, विभाग को रिपोर्ट करेगी चयनित एजेंसी

Bihar News: पटना. बिहार के सभी 19 नगर निगम सहित 45 नगर निकायों में डंप साइट पर बने कचरों के पहाड़ (लिगेसी वेस्ट) का सर्वे कर उसका अध्ययन होगा. सर्वे के आधार पर लिगेसी वेस्ट के उपचार व उसके निस्तारण को लेकर आवश्यक प्रोसेसिंग इकाइयां लगायी जायेंगी. नगर विकास एवं आवास विभाग ने इसको लेकर तकनीकी रूप से सक्षम और अनुभवी छह एजेंसियों का चयन करते हुए उनको जिम्मेदारी सौंप दी है. इसका उद्देश्य इन डंप साइटों का स्थानीय पर्यावरण पर पड़ रहे असर को समझना और उसे दूर करना है. मात्रा का आकलन कर विभाग को रिपोर्ट करेगी चयनित एजेंसी मिली जानकारी के मुताबिक चयनित एजेंसी ड्रोन सर्वेक्षण के माध्यम से अपशिष्ट की मात्रा का आकलन कर विभाग को रिपोर्ट करेगी. साथ ही इस कचरे के निबटान को लेकर अपना सुझाव देंगी. डंप साइटों के सर्वेक्षण के उपरांत उपलब्ध कचरे की मात्रा के हिसाब से नगर विकास एवं आवास विभाग उसकी प्रोसेसिंग कर नष्ट किये जाने या पुन: इस्तेमाल को लेकर योजना बनायेगी. डंप साइट से रिसाइकल होने वाली सामग्रियों यथा प्लास्टिक आदि को निकाल कर उसका पुन: इस्तेमाल हो सकेगा, जबकि प्रोसेसिंग के बाद बचे सूखे कचरे का इस्तेमाल खाद बनाने के साथ ही गड्ढे वाले क्षेत्रों को भरने के लिए किया जा सकेगा. अलग अलग रखने पर परेशानी होगी कम पर्यावरण विशेषज्ञों के मुताबिक डंप साइटों पर वर्षों से फेंके जा रहे कचरों में जैविक, औद्योगिक और नष्ट न होने वाली सामग्रियों का मिश्रण होता है. यह पर्यावरणीय और सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां बढ़ाता है. लैंडफिल स्थल मिट्टी और भूजल के प्रदूषण के लिए भी जिम्मेदार होते हैं. संग्रहित कचरे में सीसा और पारा जैसे भारी पदार्थ आसपास की मिट्टी और पानी में फैल जाता है. वहीं, लैंडफिल साइटों से निकलने वाले कचरे से उत्पन्न मीथेन कभी-कभी विस्फोट और आग का कारण बन जाता है. यह पक्षियों के प्रवास पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है. लैंडफिल साइटों से भोजन प्राप्त करते वाले पक्षी प्लास्टिक, एल्युमिनियम, जिप्सम और अन्य सामग्री निगल जाते हैं, जो घातक साबित हो सकते हैं. Also Read: बिहार में पुलिसकर्मियों का होगा तबादला, आठ साल से एक ही रेंज में जमे हैं तो रहिए तैयार The post Bihar News: ड्रोन से डंप साइट पर जमा कचरे का अध्ययन करेंगी छह एजेंसियां, विभाग को रिपोर्ट करेगी चयनित एजेंसी appeared first on Naya Vichar.

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Road Accident In UP: बनारस-प्रयागराज हाइवे पर हादसा, देवर और भाभी की मौत, छह जख्मी, महाकुंभ स्नान के लिए जा रहा था परिवार

Road Accident In UP: धनबाद-उत्तर प्रदेश के बनारस-प्रयागराज हाइवे के उरई में अज्ञात वाहन की टक्कर में धनबाद के बरटांड़ के रहने वाले सीपीडब्ल्यूडी कर्मी की पत्नी आशा पांडेय (38 वर्ष) और भाई दिलीप पांडेय (36 वर्ष) की मौत हो गयी. इस घटना में एक ही परिवार के छह सदस्य गंभीर रूप से घायल हैं. घटना के बाद स्थानीय पुलिस की मदद से सभी घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सूचना मिलने पर धनबाद में रहने वाले परिवार के अन्य सदस्य बनारस के उरई के लिए निकल गए. धनबाद का ये परिवार महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज जा रहा था. कार पंक्चर होने पर हाइवे के किनारे खड़ा था परिवार घटना के संबंध में बताया जाता है कि बरटांड़ निवासी सीपीडब्ल्यूडी कर्मी प्रदीप पांडेय अपनी पत्नी आशा पांडेय, बेटी ज्योति कुमारी व तन्नु कुमार, पिता कामेश्वर पांडेय, बहन अंजनी कुमारी व एक अन्य के साथ शुक्रवार को अपनी स्कॉर्पियो से कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज के लिए निकले थे. शनिवार की अहले सुबह बनारस-प्रयागराज हाइवे के उरई में उनकी कार पंक्चर हो गयी. परिवार के सभी सदस्य कार से बाहर निकल कर हाइवे के किनारे खड़े थे. इसी दौरान तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने सभी को रौंद दिया. इस घटना में सीपीडब्ल्यूडी कर्मी की पत्नी आशा पांडेय और भाई दिलीप पांडेय की मौके पर ही मौत हो गयी. वहीं अन्य गंभीर रूप से घायल है. हटिया महावीर मंदिर में पुजारी थे दिलीप मृतक दिलीप पांडेय हीरापुर हटिया स्थित महावीर मंदिर में बतौर पुजारी के रूप में काम करते थे. इससे पूर्व कुछ दिनों तक वे कोर्ट रोड स्थित जेबीवीएनएल के डिवीजन कार्यालय में आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से अपनी सेवा प्रदान की. दिलीप की मौत की सूचना पर हटिया में शोक की लहर है. ये भी पढ़ें: Crime News: पति ने खाना मांगा तो पत्नी ने टांगी से किया जख्मी, केरोसिन तेल छिड़ककर लगा दी आग, पिता-पुत्र RIMS रेफर The post Road Accident In UP: बनारस-प्रयागराज हाइवे पर हादसा, देवर और भाभी की मौत, छह जख्मी, महाकुंभ स्नान के लिए जा रहा था परिवार appeared first on Naya Vichar.

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चार वर्षों तक रिलेशनशिप के बाद शादी से इनकार, झारखंड की लड़की ने बिहार में प्रेमी के घर खायी जहर

Love Affair : आरा. शहर के नवादा थाना क्षेत्र केजी रोड मोहल्ले में शनिवार की दोपहर धनबाद निवासी प्रेमिका आरा प्रेमी के घर पहुंच उसके सामने ही जहर खा लिया. जिससे उसकी हालत काफी गंभीर हो गयी. इसके बाद डायल 112 नंबर पुलिस वाहन द्वारा उक्त युवती को इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया, जहां उसका इलाज कराया जा रहा है. इस मामले में स्त्री थाना प्रभारी नीतू प्रिया ने बताया कि ऑटो में एक लड़की को ले कर कुछ लोग आये थे. उसकी हालत को देख हम उनको पहले अस्पताल ले जाने की सलाह दिए हैं. लड़की का फिलहाल इलाज चल रहा है. अगर लड़की के तरफ से कोई आवेदन आता है, तो कानूनी कार्यवाई कर उसकी मदद की जायेगी. ट्रेन में हुई थी दोनों की मुलाकात जानकारी के अनुसार उक्त युवती झारखंड के धनबाद जिले की है. इधर युवती ने बताया कि चार वर्ष पूर्व अपने घर झारखंड से परीक्षा देने के लिए पटना आ रही थी. उसी दरमियान ट्रेन में उसके प्रेमी राजीव कुमार से पहली मुलाकात हुई थी. वह रिल्स बनाकर अपने फेसबुक पर भी डालती थी. उसके प्रेमी राजीव कुमार द्वारा उसके रिल्स को लाइक किया गया था. उसी दरमियान दोनों ने अपना नंबर आदान-प्रदान किया और बात करना शुरू कर दिया. देखते ही देखते बात दोस्ती से प्यार में बदल गयी. इसके बाद दोनों एक दूसरे के घर आने जाने लगे. चार वर्षों तक दोनों रहे रिलेशनशिप में करीब चार वर्षों तक दोनों रिलेशनशिप में रहे. तीन महीना पहले जब युवती ने अपने प्रेमी राजीव कुमार को शादी करने को कहा तो उसने साफ इनकार कर दिया. जिसके बाद उसके द्वारा स्त्री थाने में आवेदन भी दिया गया था. जिसके बाद लड़के के परिवार एवं लड़कों द्वारा दबाव डलवा कर उसे सुलाह करा दिया गया. इसके बाद वह वापस अपने घर धनबाद चली गयी. शनिवार को वह एक फिर आने प्रेमी राजीव कुमार के घर केजी रोड पहुंच गयी और उसके घर के बाहर अपने प्रेमी के सामने ही उसने जहर खा लिया. इसके बाद उसके प्रेमी ने उसे वहां से उठाकर स्त्री थाने के गेट के बाहर छोड़ वहां से फरार हो गया. लोगों ने पुलिस को बुलाया स्त्री गेट के बाहर पहुंचते ही उसकी तबीयत काफी गंभीर हो गयी और वह मुंह से झाग फेंकने लगी. जिसके बाद वहां मौजूद लोगों द्वारा डायल 112 नंबर पुलिस वाहन को वहां बुलाया गया. जिसके बाद डायल 112 नंबर पुलिस वहां वहां पहुंची और उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल ले आयी. वहीं दूसरी ओर उक्त युवती ने अपने प्रेमी राजीव कुमार पर अपना रिलेशनशिप में रहे कुछ प्राइवेट फोटो को वायरल करने एवं शादी करने से इनकार करने पर जहर खाकर आत्महत्या का सफल प्रयास करने का आरोप लगाया है. Also Read: एक माह में तीन एनकाउंटर, चार अपराधी ढेर, नये डीजीपी के आते ही बिहार पुलिस ने बदले तेवर The post चार वर्षों तक रिलेशनशिप के बाद शादी से इनकार, झारखंड की लड़की ने बिहार में प्रेमी के घर खायी जहर appeared first on Naya Vichar.

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बिहार में पुलिसकर्मियों का होगा तबादला, आठ साल से एक ही रेंज में जमे हैं तो रहिए तैयार

Transfer in Bihar: पटना. बिहार पुलिस मुख्यालय ने इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए बड़े पैमाने पर पुलिस पदाधिकारी व कर्मियों के तबादले की तैयारी शुरू कर दी है. मुख्यालय ने सभी क्षेत्रीय आइजी और डीआइजी को पत्र लिख कर 15 फरवरी तक ऐसे पुलिसकर्मियों की सूची तलब की है, जो पिछले आठ साल या उससे अधिक समय से किसी एक पुलिस क्षेत्र या रेंज में तैनात हैं. इनका तबादला एक से दूसरे रेंज में किया जायेगा. कट आफ की तिथि 31 मार्च 2025 निर्धारित पुलिस मुख्यालय के कार्मिक एवं कल्याण प्रभाग की ओर से जारी पत्र के मुताबिक सभी आइजी-डीआइजी अपने क्षेत्राधीन कार्यरत सिपाही से लेकर पुलिस निरीक्षक स्तर तक के ऐसे पुलिसकर्मी की कोटिवार सूची देंगे, जिनकी क्षेत्रावधि आठ वर्ष या इससे अधिक हो गई है. क्षेत्र अवधि की गणना के लिए कट आफ की तिथि 31 मार्च 2025 निर्धारित की गई है. इसके साथ ही यह प्रमाण-पत्र भी मांगा गया है कि निर्धारित अवधि के अंतर्गत जिले में किसी भी पुलिस पदाधिकारी या कर्मी का नाम शेष नहीं है. भविष्य में ऐसा कोई मामला प्रकाश में आता है, तो इसके लिए संबंधित पदाधिकारी जिम्मेदार होंगे. इस पत्र के साथ ही पुलिसकर्मियों की सूची बनाने के लिए एक निर्धारित फार्मेट भी दिया गया है. इसमें पुलिस पदाधिकारी व कर्मी का नाम, गृह जिला, जन्मतिथि, नियुक्ति तिथि, वर्तमान एवं पूर्व पदस्थापन की विवरणी आदि भेजनी है. 2022 में आया था तबादले पर नया आदेश पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों के स्थानांतरण को लेकर मुख्यालय ने वर्ष 2022 में नया आदेश जारी किया था. इसके अंतर्गत सेवानिवृत्ति की निकटता का आधार छोड़ कर किसी भी पदाधिकारी एवं कर्मी का पदस्थापन उनके गृह जिला में नहीं किया जायेगा. अगर किसी जिले या क्षेत्र में कोई पदाधिकारी पहले काम कर चुका है, तो दोबारा उसका तबादला उस जिले या क्षेत्र में नहीं होगा, चाहे वह कार्यकाल कितना भी छोटा क्यों न हो. इसके तहत एक जिले में अधिकतम पांच साल और क्षेत्र या इकाई मे समेकित रूप से आठ साल तक ही पदस्थापन किया जायेगा. अगर किसी पदाधिकारी ने दो या अधिक कार्यकालों में किसी इकाई या क्षेत्र में कार्य किया है, तो उसके सभी कार्यकाल को मिला कर गणना की जायेगी. Also Read: एक माह में तीन एनकाउंटर, चार अपराधी ढेर, नये डीजीपी के आते ही बिहार पुलिस ने बदले तेवर The post बिहार में पुलिसकर्मियों का होगा तबादला, आठ साल से एक ही रेंज में जमे हैं तो रहिए तैयार appeared first on Naya Vichar.

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दिल्ली में चुनाव जीतकर 5 बिहारी बने विधायक, मधुबनी के संजीव झा ने बनायी हैट्रिक

Delhi Election Result : पटना. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में पांच बिहारी जीतकर विधायक बने हैं. इनमें से एक तो चौथी बार एमएलए बने हैं. दिल्ली विधानसभा चुनाव में बिहार मूल के पांच प्रत्याशियों ने परचम लहराया है. इनमें हिंदुस्तानीय जनता पार्टी (बीजेपी) से तीन और आम आदमी पार्टी (आप) से दो विधायक बने हैं. भाजपा से अभय वर्मा (दरभंगा), डॉ. पंकज कुमार सिंह (बक्सर) और चंदन कुमार चौधरी (खगड़िया) ने जीत दर्ज की है. वहीं, आप से अनिल झा (मधुबनी) और संजीव झा (मधुबनी) को सफलता मिली है. बुराड़ी से संजीव झा चौथी बार विधायक चुने गए. हालांकि आप के विनय मिश्रा द्वारका सीट से हार गए. वह दिग्गज नेता महाबल मिश्र के बेटे हैं. दरभंगा मधुबनी का जलवा दिल्ली की लक्ष्मी नगर विधानसभा सीट से जीतनेवाले अभय वर्मा मूल रूप से दरभंगा के रहनेवाले हैं. वह पेशे से वकील और दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष भी हैं. उन्हें लक्ष्मी नगर विधानसभा में 65858 वोट मिले. वर्मा ने आप के बीबी त्यागी को 11,542 मतों से हराया. मधुबनी जिले के बेनीपट्टी के बरहा गांव के निवासी अनिल झा (आप) ने किरारी विधानसभा सीट पर भाजपा के बजरंग शुक्ला को 21 हजार 871 वोटों से हराया. वह तीसरी बार जीते हैं. इससे पूर्व वह बीजेपी से दो बार इसी विधानसभा से विजयी हुए थे. पिछले चुनाव में पराजित होने के बाद इस बार आप पार्टी की टिकट पर किरारी विधानसभा से ही चुनाव लड़े. चंदन की जीत पर खगड़िया में जश्न खगड़िया के परबत्ता प्रखंड के चकप्रयाग निवासी चंदन कुमार चौधरी ने संगम विहार विधानसभा सीट पर भाजपा के टिकट पर 54049 वोट हासिल किए. उन्होंने आम आदमी पार्टी के दिनेश मोहनिया को 344 वोट से हराया. उनके परबत्ता प्रखंड स्थित पैतृक गांव चकप्रयाग में जश्न का माहौल है. गांव के लोगों ने स्थानीय महावीर मंदिर में मिठाई चढ़ाई और एक-दूसरे को अबीर लगाकर खुशी का इजहार किया. चंदन चौधरी, स्व. रासो चौधरी व कृष्णा देवी के इकलौते पुत्र हैं. चंदन की पत्नी नीलू चौधरी दिल्ली में ही भाजपा स्त्री मोर्चा की प्रवक्ता हैं. इसी प्रकार पंकज सिंह का पैतृक गांव बक्सर जिले के ब्रह्मपुर प्रखंड के धरौली में है. उनके बड़े भाई मनोज सिंह सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता हैं.पंकज सिंह को एक लाख 35 हजार से अधिक वोट मिले. उन्होंने करीब 13 हजार मतों से जीत मिली है. Also Read: बिहार में किसी से गठबंधन नहीं करेंगी मायावती, इतनी सीटों पर बसपा कर रही है तैयारी The post दिल्ली में चुनाव जीतकर 5 बिहारी बने विधायक, मधुबनी के संजीव झा ने बनायी हैट्रिक appeared first on Naya Vichar.

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राजस्व विभाग में नहीं थम रहा नौकरी छोड़ने का सिलसिला, कैसे होगा भूमि सर्वेक्षण का काम

Bihar Land Survey: पटना. बिहार में पिछले छह माह से जमीन सर्वे का काम चल रहा है. इस काम में अमीन की महत्वपूर्ण भूमिका है. प्रशासन ने जमीन सर्वे का कार्य आरंभ करने से पूर्व बड़ी संख्या में अमीन के पद पर बहाली की, लेकिन पिछले छह माह के दौरान बिहार में भूमि सर्वेक्षण के बीच सैकड़ों विशेष सर्वेक्षण कर्मियों ने इस्तीफा दे दिया है. दूसरी जगह नौकरी मिलने या फिर अन्य कारणों से सर्वे कर्मियों ने नौकरी छोड़ दी. नौकरी छोड़ने का यह सिलसिला नहीं थम रहा है. 6 फरवरी को 47 विशेष सर्वेक्षण अमीनों ने नौकरी छोड़ी है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने या इस्तीफा मंजूर किया या उन्हें अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया है. नौकरी छोड़ने का सिलसिला जारी शेखपुरा बंदोबस्त कार्यालय में पदस्थापित विशेष सर्वेक्षण संविदा कर्मी को अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया गया है. बिहार तकनीकी सेवा आयोग द्वारा कनीय अभियंता के पद पर चयन होने के बाद बंदोबस्त पदाधिकारी शेखपुरा की अनुशंसा के आलोक में भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय ने श्रीमती राजनंदनी को अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत किया है .वहीं बांका बंदोबस्त कार्यालय में पदस्थापित दो विशेष सर्वेक्षण अमीनो ने त्यागपत्र दिया है. जिसे विभाग ने स्वीकृत कर लिया है. प्रदीप कुमार यादव और लवकुश कुमार विशेष सर्वेक्षण अमीन ने इस्तीफा दिया है. नालंदा के 38 सर्वेक्षण अमीनों ने एक दिन में मिला एनओसी बंदोबस्त पदाधिकारी दरभंगा की अनुशंसा के आलोक में पांच विशेष सर्वेक्षण अमीनो का त्यागपत्र स्वीकृत किया गया है .ये हैं अजीत कुमार, प्रवीण कुमार, निवेदिता कुमारी, दीपशिखा और श्रीकांत गुप्ता . पटना के बंदोबस्त पदाधिकारी की अनुशंसा के आलोक में विशेष सर्वेक्षण अमीन ज्योति कुमारी को अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत किया गया है. इनका चयन कनीय अभियंता के पद पर हुआ है. वहीं नालंदा के बंदोबस्त पदाधिकारी की अनुशंसा के आलोक में 38 विशेष सर्वेक्षण अमीन को अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत किया गया है. इस तरह से एक दिन 47 कर्मियों ने नौकरी छोड़ दी. Also Read: बिहार प्रशासन को सर्वे में मिली 17.86 लाख एकड़ बेलगानी जमीन, अधिकतर पर है लोगों का कब्जा The post राजस्व विभाग में नहीं थम रहा नौकरी छोड़ने का सिलसिला, कैसे होगा भूमि सर्वेक्षण का काम appeared first on Naya Vichar.

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गोड्डा-पीरपैंती रेललाइन का रास्ता साफ, झारखंड ने रेलवे को दी 150 एकड़ जमीन

Indian Railways: भागलपुर, ललित किशोर मिश्र. गोड्डा-पीरपैंती रेललाइन का रास्ता साफ हो गया है. गोड्डा से पीरपैंती के बीच 62 किलोमीटर लंबी रेल लाइन योजना के लिए झारखंड प्रशासन ने रेलवे को 150 एकड़ जमीन उपलब्ध करा दी है. गोड्डा भू अर्जन पदाधिकारी ने शनिवार को पूर्व रेलवे के डिप्टी चीफ कंस्ट्रक्शन कुमार हेमंत को जमीन का कागजात सौंप दिया है. बताया जा रहा है कि रेलवे के स्वामित्व में जमीन आने के साथ ही इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम शुरू हो जायेगा. 1393 करोड़ की है योजना, दो फेज में होना है काम इस नयी रेल परियोजना पर 1393 करोड़ रुपये खर्च अनुमानित है. इसके लिए लगभग 420 एकड़ जमीन की आवश्यकता है. झारखंड प्रशासन ने 150 एकड़ जमीन उपलब्ध कर दी है. इस योजना पर दो फेज में काम होना है. पहले फेज में गोड्डा-महागामा व दूसरे फेज के लिए महागामा से पीरपैंती तक काम होना है. फिलहाल गोड्डा व पीरपैंती रेलमार्ग से जुड़ा नहीं है. परियोजना के पूरा होने से लोगों को रेल की सुविधा मिलेगी. इससे नार्थ इस्ट से आने वाली ट्रेनों का सीधा जुड़ाव इस रेलखंड से हो जायेगा. कोयले की आपूर्ति में होगा फायदा इस रेलखंड के निर्माण के बाद एनटीपीसी फरक्का को ललमटिया से कोयला लाने में काफी सहूलियत होगी. अभी कहलगांव होकर जाता है. साथ ही मिर्जाचौकी, पाकुड़ व साहेबगंज का स्टोन चिप्स जाने के लिए यह रास्ता सही होगा. वहीं पीरपैंती में घोषित पावर प्लांट के लिए भी यह मार्ग उपयोगी साबित होगा. पूर्व रेलवे के डिप्टी चीफ कंस्ट्रक्शन कुमार हेमंत ने कहा कि कंस्ट्रक्शन विभाग के अधिकारी जमीन हस्तांतरण के काम में कई दिनों से लगे थे. गोड्डा के भू अर्जन पदाधिकारी ने चिट्ठी सौंप दी है. जाहिर है इस परियोजना पर अब काम आगे बढ़ेगा. Also Read: बिहार प्रशासन को सर्वे में मिली 17.86 लाख एकड़ बेलगानी जमीन, अधिकतर पर है लोगों का कब्जा The post गोड्डा-पीरपैंती रेललाइन का रास्ता साफ, झारखंड ने रेलवे को दी 150 एकड़ जमीन appeared first on Naya Vichar.

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Bihar Ips Transfer: बिहार में 5 आईपीएस का ट्रांसफर, सारण के ग्रामीण एसपी बने शिखर चौधरी

Bihar Ips Transfer: पटना. बिहार प्रशासन ने हिंदुस्तानीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पांच अधिकारियों का ट्रांसफर किया है, जबकि दो को अतिरिक्त प्रभार सौंपा है. सारण में शिखर चौधरी को ग्रामीण एसपी बनाया गया है. मोतिहारी, बगहा में भी नए एसडीपीएओ और एएसपी की तैनाती की गई है. राज्य गृह विभाग ने इस संबंध में शनिवार को अधिसूचना जारी की. अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) सुधांशु कुमार को राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो एवं आधुनिकीकरण का एडीजी बनाते हुए एडीजी (यातायात) का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. कन्नन को आईजी आधुनिकीकरण का अतिरिक्त प्रभार रेल आईजी पी कन्नन को आईजी आधुनिकीकरण का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. मोतिहारी सदर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-1 शिखर चौधरी को सारण का एसपी (ग्रामीण) बनाया गया है. इसके अलावा सीआईडी की सहायक पुलिस अधीक्षक दीक्षा को पटना नगर एसडीपीओ-1, सारण के सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) मोहिबुल्लाह अंसारी को मोतिहारी के पकड़ीदयाल का एसडीपीओ नियुक्त किया गया है. दिव्यांजलि का बगहा तबादला नालंदा की सहायक पुलिस अधीक्षक दिव्यांजलि जायसवाल का बगहा ट्रांसफर कर दिया गया है. यहां उन्हें रामनगर का एसडीपीओ बनाया गया है. इसके अलावा गया के सहायक पुलिस अधीक्षक शिवम धाकड़ को मोतिहारी भेजा गया है. उन्हें सदर एसडीपीओ-1 के पद पर तैनाती दी गई है. सुश्री दिव्यांजलि जायसवाल और शिवम धाकड़ दोनों 2022 बैच के आईपीएस अफसर हैं. तबादले की पूरी लिस्ट देखिये.. Bihar ips transfer: बिहार में 5 आईपीएस का ट्रांसफर, सारण के ग्रामीण एसपी बने शिखर चौधरी 3 Bihar ips transfer: बिहार में 5 आईपीएस का ट्रांसफर, सारण के ग्रामीण एसपी बने शिखर चौधरी 4 Also Read: एक माह में तीन एनकाउंटर, चार अपराधी ढेर, नये डीजीपी के आते ही बिहार पुलिस ने बदले तेवर The post Bihar Ips Transfer: बिहार में 5 आईपीएस का ट्रांसफर, सारण के ग्रामीण एसपी बने शिखर चौधरी appeared first on Naya Vichar.

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