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February 8, 2025

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Arvind Kejriwal Video : हार के बाद दुखी होकर क्या बोले अरविंद केजरीवाल, देखें वीडियो

Arvind Kejriwal Video : दिल्ली चुनाव परिणाम के बाद आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, ”जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करता हूं. मैं बीजेपी को उसकी जीत के लिए बधाई देता हूं. उम्मीद करता हूं कि वह लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरेगी. हमने पिछले 10 सालों में बहुत काम किया. हमें जनता ने मौका दिया था. शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी के क्षेत्र में हमने बहुत काम किया. हमने और भी क्षेत्र में काम किया. अब हमें जनता ने जो फैसला दिया है, उसके अनुरूप हम मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएंगे. हम जनता के सुख-दुख में साथ रहेंगे. हम सत्ता सुख के लिए नहीं आए थे.” उन्होंने कहा,”नेतृत्व को हम एक जरिया मानते हैं जिससे जनता की सेवा की जाती है. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मजबू ती के साथ चुनाव लड़ा.” देखें वीडियो pic.twitter.com/X2CKGVpE9G — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 8, 2025 केजरीवाल, सिसोदिया सहित कई दिग्गज हारे दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को जारी मतगणना के आए रुझानों से अब लगभग स्पष्ट हो गया है कि बीजेपी 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी करने जा रही है. अबतक आए परिणाम में आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री सौरभ भारद्वाज सहित सत्तारूढ़ दल के कई अन्य प्रमुख नेता चुनाव हार गए हैं. हालांकि, मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना कालकाजी विधानसभा सीट से जीत गई हैं. The post Arvind Kejriwal Video : हार के बाद दुखी होकर क्या बोले अरविंद केजरीवाल, देखें वीडियो appeared first on Naya Vichar.

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‘दिल्ली में सुशासन की हुई जीत’ नतीजों पर पीएम मोदी का आया रिएक्शन

PM Modi Reaction On Delhi Election: दिल्ली चुनाव के नतीजे अब साफ होते जा रहे हैं. बीजेपी ने इस बार दिल्ली में बंपर जीत हासिल की है. बीजेपी के जीत पर अब पीएम मोदी का रिएक्शन सामने आ रहे हैं. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि, उन्होंने लिखा, ‘जनशक्ति सर्वोपरि है. विकास जीतता है, सुशासन की जीत होती है. मैं बीजेपी को इस शानदार और ऐतिहासिक जनादेश देने के लिए दिल्ली की मेरी प्यारी बहनों और भाइयों को नमन करता हूं. यह हमारी गारंटी है कि हम दिल्ली को विकसित करने, लोगों के जीवन की समग्र गुणवत्ता में सुधार लाने और यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे कि विकसित हिंदुस्तान के निर्माण में दिल्ली की प्रमुख भूमिका हो.’ The post ‘दिल्ली में सुशासन की हुई जीत’ नतीजों पर पीएम मोदी का आया रिएक्शन appeared first on Naya Vichar.

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बिहार के स्कूल में छात्रा के साथ आपत्तिजनक हालत में धराया BPSC शिक्षक, गर्दन पकड़कर थाने ले गयी पुलिस

Bihar News: वेलेंटाइन वीक की शुरुआत हुई तो एक शिक्षक ने स्कूल के अंदर ही तमाम मर्यादा को तोड़ दिया. भागलपुर में एक BPSC शिक्षक को एक आठवीं कक्षा की छात्रा के साथ आपत्तिजनक स्थिति में ग्रामीणों ने पकड़ लिया. जिसके बाद विद्यालय में जमकर हंगामा मचा. शिक्षक को ग्रामीणों ने अपने कब्जे में लिया और पंचायत भवन लेकर गए. कुछ लोग शिक्षक को सजा देने पर उतारू हो गए लेकिन अन्य लोगों ने रोका. हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. शिक्षक को पुलिस अपने साथ लेकर थाने गयी. गोराडीह थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय गंगा करहरिया की यह घटना है. स्कूल में आठवीं क्लास की छात्रा के साथ आपत्तिजनक स्थिति में धराया शिक्षक मध्य विद्यालय गंगा करहरिया में एक शिक्षक को आठवीं क्लास की छात्रा के साथ आपत्तिजनक स्थिति में ग्रामीणों ने पकड़ा तो जमकर हंगामा हुआ. शिक्षक को स्कूल से लाकर ग्रामीणों ने दूसरे जगह पर बंधक बनाकर रखा. इस दौरान पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी शिक्षक को लेकर साथ जाने लगी. जिसका विरोध ग्रामीणों ने किया. इस दौरान शिक्षक ने कैमरे के सामने अपनी गलती को कबूला. आरोपी शिक्षक ने क्या कहा… आरोपी शिक्षक ने ग्रामीणों के सामने बताया कि स्कूल की एक लड़की से उसे प्रेम हो गया था. वो उसके अभिभावक के पास भी जाकर यह प्रस्ताव रखे थे कि वो उनकी बेटी से शादी करना चाहता है. इधर ग्रामीण भड़क गए और उन्होंने कहा कि एक नाबालिग छात्रा को प्रेम जाल में फंसाकर शिक्षक ने गुरु-शिष्य के रिश्ते को कलंक लगाया है. क्या वो स्कूल को मैरेज ब्यूरो समझ बैठे थे. ग्रामीणों ने कहा कि शिक्षक को छात्रा के साथ बाथरूम में गलत हालत में रंगे हाथों पकड़ा गया है. वहीं ग्रामीणों के बीच से शिक्षक को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया और थाने लेकर गयी. ALSO READ: ‘बिहार-यूपी वालों ने दिल्ली में बदला लिया, अरविंद केजरीवाल को सजा दी…’ बिहार के डिप्टी सीएम बोले छात्रा के बैग से मोबाइल बरामद हुआ घटना के बाद विद्यालय का पठन पाठन भी प्रभावित हो गया है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक तथा सभी शिक्षकों ने कहा कि इस घटना को लेकर हम लोग काफी शर्मसार हैं. वहीं कुछ ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक पर आरोप लगाया कि उनकी जानकारी में सब कुछ हो रहा था फिर भी वह शिक्षक को संरक्षण दे रहे थे. प्रधानाध्यापक कृष्ण कुमार ऋषि देव ने बताया कि छात्रा के बैग से मोबाइल बरामद हुआ है. बोले थानाध्यक्ष… इस संबंध में थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर संजय कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है, आवेदन मिलने पर शिक्षक पर कार्रवाई की जाएगी. तत्काल शिक्षक को थाना में रखा गया है. The post बिहार के स्कूल में छात्रा के साथ आपत्तिजनक हालत में धराया BPSC शिक्षक, गर्दन पकड़कर थाने ले गयी पुलिस appeared first on Naya Vichar.

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स्कूल के बाथरूम में छात्रा संग पकड़ाया BPSC टीचर: भीड़ ने बांधकर पीटा, बोला- मैं लड़की से प्यार करता हूं, शादी करूंगा

नया विचार भागलपुर – भागलपुर में शुक्रवार को लोगों ने एक BPSC टीचर को स्कूल के अंदर 8वीं की छात्रा के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया। शिक्षक बाथरूम के अंदर छात्रा के साथ था। लोगों की इसकी जानकारी लगी तो बाहर से कुंडी लगा दी। देखते-देखते वहां लोगों की भीड़ जुट गई। फिर दोनों को बाहर निकाला गया। छात्रा को वहां से उसके घर भेज दिया गया, लेकिन टीचर को स्कूल के ही ग्रिल वाले गेट से बांध दिया गया और उसकी पिटाई की गई। जब भीड़ ने टीचर को छात्रा के साथ पकड़ा तो उसने कहा, ‘मैं लड़की से प्यार करता हूं और उससे शादी भी करूंगा। मैं उसे पसंद करता हूं। शादी के लिए उसके माता-पिता से बात करूंगा।’ लोगों का कहना है कि ‘टीचर छात्रा के पीछे-पीछे बाथरूम तक गया था और मौका देखते ही अंदर चला गया।’ वहीं, एक ग्रामीण ने कहा, ‘ऐसे शिक्षक की समाज को कोई जरूरत नहीं है। छात्रा के साथ पकड़े गए टीचर का नाम तरुण कुमार तांती है। वो TRI-2 में BPSC से सिलेक्ट होकर टीचर बना था। आरोपी स्कूल में मैथ्स और साइंस पढ़ाता है। फिलहाल पुलिस टीचर को गिरफ्तार कर थाने ले गई है। मामला गोराडीह के एक प्रशासनी स्कूल का है टीचर के बारे में एक दो महीने से हमें ऐसी जानकारियां मिल रहीं थीं। लड़की की उम्र 12 से 13 साल है, जबकि आरोपी टीचर की उम्र 30 से 35 साल के बीच होगी। आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। राकेश, ग्रामीण प्रभारी प्रिंसिपल बोले- आरोपी सही, तो होनी चाहिए कानूनी कार्रवाई स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक ऋषिकेश ने बताया कि ‘अगर शिक्षक पर आरोप सही हैं, तो कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।’ BEO राजेश्वर पांडे ने कहा कि ‘शिक्षक को निलंबित करने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी से अनुशंसा की गई है।’ गोराडीह थानाध्यक्ष संजय सिंह ने बताया ‘लिखित आवेदन नहीं मिला है। अभी शिक्षक को थाने में रखा गया है। प्राथमिकी दर्ज होने पर कार्रवाई की जाएगी।’

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Awadh Ojha: दिल्ली चुनाव में हारने वाले अवध ओझा कितने संपत्ति के हैं मालिक?

Awadh Ojha: पटपड़गंज विधान सभा सीट से आम आदमी के उम्मीदवार अवध ओझा चुनाव हार गए हैं. अवध को हिंदुस्तानीय जनता पार्टी के रविंदर सिंह नेगी ने 28072 वोटों के अंतर से चुनाव हराया है. अवध ओझा के विधानसभा जाने का सपना फिलहाल तो टूट गया है. ऐसे में आइए जानते हैं अवध ओझा कितने संपत्ति के मालिक है? अवध ओझा की संपत्ति का विवरण उनके हलफनामे में सामने आया है, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि वह करोड़पति हैं, हालांकि उन पर कुछ कर्ज भी है. ओझा के पास कुल 4.85 करोड़ रुपये से अधिक की चल संपत्ति है, जबकि उनकी पत्नी के पास 59 लाख रुपये की चल संपत्ति है. उनके बच्चों के नाम भी लगभग 5 लाख रुपये की संपत्ति दर्ज है. नकद राशि की बात करें तो ओझा के पास 1.5 लाख रुपये, जबकि उनकी पत्नी के पास 28,500 रुपये नकद मौजूद हैं. इसके अलावा, ओझा के पास 9.67 लाख रुपये मूल्य का सोना है, जबकि उनकी पत्नी 20 लाख रुपये के सोने की मालकिन हैं. इसे भी पढ़ें: सोशल मीडिया पर मीम्स और रील्स की बाढ़, यूजर्स ले रहे आप-कांग्रेस के मजे वाहनों की बात करें तो ओझा के पास महिंद्रा स्कॉर्पियो, जबकि उनकी पत्नी के पास टाटा टियागो कार है. हालांकि, उनके पास कोई कृषि भूमि नहीं है. अचल संपत्तियों की बात करें तो ओझा के नाम पर ग्रेटर नोएडा में दो फ्लैट हैं, जबकि उनकी पत्नी के नाम पर लखनऊ, हरिद्वार और वजीराबाद में आवासीय संपत्तियां हैं. ओझा की कुल 1.45 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है, जबकि उनकी पत्नी की अचल संपत्ति 1.6 करोड़ रुपये के करीब है. हालांकि, ओझा पर 80 लाख रुपये का कर्ज है, जबकि उनकी पत्नी पर भी 4.38 लाख रुपये की देनदारी दर्ज है. इसे भी पढ़ें: राजा बनाने वाले अवध ओझा की हवा टाइट, जानें क्या हुआ? इसे भी पढ़ें: तिहाड़ जेल वापस जाएंगे अरविंद केजरीवाल?  इसे भी पढ़ें: तिहाड़ जेल वापस जाएंगे अरविंद केजरीवाल?  The post Awadh Ojha: दिल्ली चुनाव में हारने वाले अवध ओझा कितने संपत्ति के हैं मालिक? appeared first on Naya Vichar.

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बिहार के शराबी हेडमास्टर साहब सस्पेंड, वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग ने की कार्रवाई

Headmaster Viral Video: मुजफ्फरपुर के प्राथमिक विद्यालय, विशुनपुर जगदीश के प्रभारी प्रधानाध्यापक जय किशुन बैठा को शराब के नशे में स्कूल आने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार के निर्देश पर डीपीओ स्थापना इंद्र कुमार कर्ण ने यह कार्रवाई की है. औराई प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की जांच में यह साफ हुआ है कि जय किशुन बैठा अक्सर शराब के नशे में विद्यालय आते थे. प्रधानाध्यापक ने गैर हाजिरी की सूचना नहीं दी थी शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि निरीक्षण के दौरान वे स्कूल में अनुपस्थित पाए गए और उन्होंने न तो अपनी गैरहाजिरी की कोई सूचना दी थी और न ही किसी अन्य शिक्षक को विद्यालय संचालन की जिम्मेदारी सौंपी थी. जांच में यह भी सामने आया कि मध्याह्न भोजन भी मेनू के अनुरूप नहीं दिया जा रहा था. वीडियो में नशे में दिख रहे हैं हेडमास्टर साहब इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें हेडमास्टर नशे में दिख रहे हैं. वीडियो वायरल होते ही मामला तूल पकड़ने लगा और शिक्षा विभाग हरकत में आ गया. वायरल वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि हेडमास्टर जय किशुन बैठा नशे में झूमते हुए नजर आ रहे हैं. जब ग्रामीणों ने उनसे शराब पीने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने इसे यह कहते हुए टालने की कोशिश की कि वे छुट्टी पर हैं और प्रतिदिन शराब नहीं पीते, बल्कि कभी-कभी सेवन करते हैं. Also Read: शराब के नशे में धुत बिहार के हेडमास्टर का वीडियो देखिए, झूमते हुए पहुंचा स्कूल और कर दिया ये कांड The post बिहार के शराबी हेडमास्टर साहब सस्पेंड, वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग ने की कार्रवाई appeared first on Naya Vichar.

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पटना से सीधे जुड़ेगा 610 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे, झारखंड और बंगाल जाना होगा आसान

Bihar Expressway: पटना से 610 किलोमीटर लंबा वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे अब सीधे जुड़ने जा रहा है. इस फैसले से झारखंड, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश की यात्रा बेहद आसान हो जाएगी. इसके लिए पथ निर्माण विभाग ने पटना-गया-डोभी और पटना-आरा-सासाराम को वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे से जोड़ने का फैसला किया है. इसके लिए जल्द ही केंद्र प्रशासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा. इससे न सिर्फ राज्य के लोगों के लिए यात्रा आसान होगी, बल्कि व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा. एक्सप्रेसवे से कैसे जुड़ेगा पटना पटना-गया-डोभी रूट को गोसाईडीह के पास एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा. इसके लिए 11 किलोमीटर लंबी फोर लेन सड़क बनेगी. वहीं पटना-आरा-सासाराम रूट को तिलौथू में एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा. इसके लिए करीब 10 किलोमीटर नई फोर लेन सड़क बनेगी. एक तरफ पटना-गया-डोभी रूट से झारखंड और बंगाल जाना आसान हो जाएगा. वहीं दूसरी तरफ पटना-आरा-सासाराम रूट से उत्तर प्रदेश जाना भी आसान हो जाएगा. सफर आसान और तेज होगा वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे से यूपी, झारखंड और बंगाल की यात्रा आसान हो जाएगी. वाराणसी से कोलकाता की 14 घंटे की यात्रा सिर्फ 7 घंटे में पूरी की जा सकेगी. 6 लेन वाले इस एक्सप्रेसवे से हल्दिया बंदरगाह तक माल की आवाजाही आसान होगी, जिससे व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा. Also Read: पटना में दिनदहाड़े फायरिंग, बेटे को स्कूल छोड़ लौट रहे पिता को मारी दो गोली बिहार के चार जिलों से गुजरेगी वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे के निर्माण से बिहार का यूपी, झारखंड और बंगाल के साथ व्यापार बढ़ेगा. साथ ही स्थानीय किसानों और व्यापारियों को भी इसका लाभ मिलेगा. 610 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का निर्माण 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है. जिसका करीब 160 किलोमीटर हिस्सा बिहार में होगा. जो राज्य के चार जिलों गया, औरंगाबाद, सासाराम और कैमूर से होकर गुजरेगा. यह एक्सप्रेसवे चंदौली से शुरू होकर बिहार में प्रवेश करेगा. Also Read: Bihar News : CBI के रडार पर आए दिनेश अग्रवाल से ED कर सकती है पूछताछ, IRS अधिकारी और CA भी निशाने पर The post पटना से सीधे जुड़ेगा 610 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे, झारखंड और बंगाल जाना होगा आसान appeared first on Naya Vichar.

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NEET UG 2025 : एनटीए ने जारी की नीट यूजी 2025 परीक्षा की तिथि, 4 मई को होगी परीक्षा 

NEET UG 2025 : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से नीट यूजी 2025 परीक्षा की तिथि की घोषणा कर दी गयी है. मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा 4 मई 2025 को आयोजित की जायेगी. आवेदन प्रक्रिया 7 फरवरी से शुरू हो चुकी है और 7 मार्च, 2025 को समाप्त होगी. उम्मीदवार एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.   परीक्षा पैटर्न में किया गया है बदलाव नीट यूजी 2025 परीक्षा पेन-एंड-पेपर फॉर्मेट में ही आयोजित की जायेगी.हालांकि, परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया गया है. ऑप्शनल क्वेश्चंश को हटा दिया गया है, जिससे कुल प्रश्नों की संख्या 200 से घटाकर 180 कर दी गयी है. साथ ही, परीक्षा की कुल अवधि भी 200 मिनट से घटाकर 180 मिनट कर दी गयी है. नीट यूजी 2025: महत्वपूर्ण तिथियां आवेदन की अंतिम तिथि : 7 मार्च, 2025शहर सूचना पर्ची जारी होने की तिथि : 26 अप्रैल, 2025एडमिट कार्ड जारी होने की तिथि : 1 मई, 2025 या उससे पहलेपरीक्षा तिथि : 4 मई, 2025परिणाम की घोषणा : 14 जून, 2025 तककाउंसलिंग प्रक्रिया : जुलाई 2025 में शुरू होने की संभावना इसे भी पढ़ें : CBSE Board Exam 2025 : बोर्ड परीक्षा का काउंटडाउन शुरू, पॉजिटिव अप्रोच के साथ हो जाएं तैयार नीट यूजी के बारे में नीट यूजी हिंदुस्तान की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा है, जिसमें 2024 में 24 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे. यह परीक्षा देशभर के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीडीएस और आयुष पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है. 1.08 लाख एमबीबीएस सीटों में से लगभग 56,000 प्रशासनी कॉलेजों में हैं, जबकि बाकी सीटें निजी संस्थानों में उपलब्ध हैं. पिछले वर्ष नीट यूजी परीक्षा में अनियमितताओं के आरोप लगे थे, जिनमें पेपर लीक और कानूनी विवाद शामिल थे. इसके चलते प्रशासन ने पूर्व इसरो प्रमुख आर राधाकृष्णन के नेतृत्व में एक पैनल का गठन किया, जिसने परीक्षा में सुधारों की सिफारिश की. पैनल ने नीट यूजी के लिए बहु-चरणीय (मल्टी-स्टेज) परीक्षा का सुझाव दिया, लेकिन 2025 के लिए कोई बदलाव लागू नहीं किया गया है.  The post NEET UG 2025 : एनटीए ने जारी की नीट यूजी 2025 परीक्षा की तिथि, 4 मई को होगी परीक्षा  appeared first on Naya Vichar.

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दवा, दारू, दर, दीन और कालिंदी, AAP के अरविंद केजरीवाल की हार की 5 बड़ी वजह

Arvind Kejriwal: दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की अप्रत्याशित हार ने कई नेतृत्वक विश्लेषकों को हैरान कर दिया है. आम आदमी पार्टी (AAP) जिसने एक समय दिल्ली की नेतृत्व में क्रांतिकारी बदलाव लाया था, अब सत्ता से बाहर हो चुकी है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 27 साल बाद सत्ता में वापसी की ओर कदम बढ़ा दिए हैं. पार्टी ने कई सीटों पर बढ़त बनाते हुए रुझानों में स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है. 2013 में अन्ना हजारे के आंदोलन से नेतृत्व में कदम रखने वाले अरविंद केजरीवाल को पहली बार चुनावी हार का सामना करना पड़ा है. चुनाव के दौरान ही हार के संकेत मिलने लगे थे, लेकिन केजरीवाल अपनी व्यक्तिगत लोकप्रियता के सहारे इसे जीत में बदलने की कोशिश करते रहे. इस हार के पीछे दवा, दारू, दर (शीशमहल), दीन (मुस्लिम वोट बैंक) और कालिंदी (यमुना नदी) जैसे पाँच प्रमुख कारण माने जा रहे हैं. अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली से खुद अपनी सीट से हार गए हैं. भाजपा के प्रवेश वर्मा ने उन्हें शिकस्त दी है. आइए जानते हैं, AAP की इस हार के 5 प्रमुख वजहें… 1. दवा: मोहल्ला क्लीनिक मॉडल की गिरती साख केजरीवाल प्रशासन ने मोहल्ला क्लीनिक और प्रशासनी अस्पतालों के मॉडल को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि के तौर पर पेश किया था. लेकिन चुनाव से पहले आई स्वास्थ्य सेवाओं की कमजोर स्थिति और मुफ्त दवाओं की अनुपलब्धता ने जनता को निराश किया. दिल्ली के प्रशासनी अस्पतालों में बदहाल सुविधाओं और डॉक्टरों की कमी के चलते कई मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ा. इससे आम जनता में AAP प्रशासन के प्रति नाराजगी बढ़ी, जिसका खामियाजा चुनाव में भुगतना पड़ा. 2. दारू: शराब नीति पर विवाद और भ्रष्टाचार के आरोप केजरीवाल प्रशासन की नई शराब नीति को लेकर विपक्ष ने जोरदार हमला किया. आरोप लगे कि नई नीति के तहत शराब के ठेकों की संख्या बढ़ा दी गई, जिससे दिल्ली में शराब की खपत बढ़ गई और कई इलाकों में कानून-व्यवस्था बिगड़ने लगी. इस मुद्दे ने स्त्री मतदाताओं को खासा नाराज किया, क्योंकि उन्हें लगा कि यह नीति सामाजिक बर्बादी को बढ़ावा दे रही है. इसी दौरान शराब नीति में भ्रष्टाचार को लेकर मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी और घोटाले के आरोपों ने AAP की छवि को गहरा धक्का पहुंचाया. इसके कारण अरविंद कुल 177 दिन जेल में रहे तो सिसोदिया ने 17 महीने जेल बिताए. यह सब उनकी नकारात्मक छवि में जुड़ता गया. 3. दर (शीशमहल): आलीशान बंगले पर विवाद केजरीवाल, जो खुद को आम आदमी के नेता के तौर पर पेश करते थे, उनके लग्जरी “शीशमहल” बंगले को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हुआ. जब यह सामने आया कि प्रशासनी फंड से 45 करोड़ रुपये खर्च कर मुख्यमंत्री आवास को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया, तो जनता के बीच “आम आदमी बनाम विशेष आदमी” की बहस छिड़ गई. विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाकर AAP प्रशासन को घेर लिया और जनता में भी यह धारणा बनी कि केजरीवाल अब साधारण नेता नहीं रहे. 4. दीन: मुस्लिम वोट बैंक में सेंध AAP को हमेशा से मुस्लिम वोटरों का समर्थन मिलता रहा है, लेकिन इस बार इस वोट बैंक में दरार पड़ गई. हाल के वर्षों में कई मुस्लिम समुदायों ने कांग्रेस और अन्य दलों की ओर रुख कर लिया. दिल्ली दंगों, शाहीन बाग आंदोलन और AAP की केंद्र के प्रति नरम नीति को लेकर मुस्लिम मतदाता असमंजस में रहे. यही वजह रही कि AAP को अपने पारंपरिक वोट बैंक का पूरा समर्थन नहीं मिला और इसका सीधा फायदा विपक्षी दलों को हुआ. केजरीवाल ने 2020 में हुए दिल्ली दंगों में मुस्लिम जनता का उस तरह से साथ नहीं दिया, जितनी उस समाज की अपेक्षा थी. यह भी उनकी हार के प्रमुख कारणों में रहा. 5. कालिंदी (यमुना नदी): जल संकट और प्रदूषण दिल्ली में यमुना नदी की सफाई को लेकर बड़े-बड़े वादे किए गए थे, लेकिन हालात जस के तस बने रहे. चुनाव से पहले आई झाग से भरी यमुना नदी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, जिससे AAP प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठे. जल संकट, बढ़ता प्रदूषण और खराब सीवरेज सिस्टम ने लोगों को नाराज कर दिया, खासकर उन इलाकों में जहां पानी की किल्लत सबसे ज्यादा थी. केजरीवाल ने चुनाव प्रचार के दौरान यहां तक कह गए कि यह चुनाव जिताने वाला मुद्दा नहीं है. इतना ही नहीं बीच चुनाव के दौरान हरियाणा के मुख्यमंंत्री के साथ पानी भरा गिलास भी छाया रहा. सत्ता से बाहर हुई AAP दिल्ली चुनाव में अरविंद केजरीवाल की रेवड़ी संस्कृति बनाम भाजपा के बुनियादी विकास मॉडल की टक्कर देखने को मिली. जहां AAP लगातार मुफ्त सुविधाओं की घोषणाएं करती रही, वहीं भाजपा ने सड़कों और पानी की समस्याओं को प्रमुख मुद्दा बनाया. बुराड़ी से संगम विहार और पटपड़गंज से उत्तम नगर तक टूटी सड़कों और अधूरी मरम्मत को लेकर भाजपा ने लगातार हमले किए. आरोप लगे कि जल बोर्ड ने कई जगह सड़कें तोड़ दीं, लेकिन उनकी मरम्मत नहीं हुई, जिससे जनता को परेशानी हुई. खुद केजरीवाल ने भी सड़कों की बदहाली को स्वीकार किया था. इसके अलावा, पानी की किल्लत और टैंकर माफिया की समस्या ने जनता को झकझोर दिया. गर्मियों में पानी की कमी एक बड़ी चिंता बनी रही, जिससे AAP की मुफ्त योजनाओं पर भी सवाल उठे. भाजपा ने जहां फ्री स्कीम जारी रखने का वादा किया, वहीं सड़कों और पानी की समस्या के समाधान का भरोसा भी दिलाया. माना जा रहा है कि दिल्ली की जनता ने इन्हीं मुद्दों पर भाजपा को मौका देने का फैसला किया. दिल्ली चुनाव में AAP की हार कोई एक दिन में नहीं हुई, बल्कि इसके पीछे कई कारण हैं. स्वास्थ्य सेवाओं में गिरावट, शराब नीति पर विवाद, मुख्यमंत्री आवास का खर्च, मुस्लिम वोट बैंक की सेंध और जल संकट जैसे मुद्दों ने केजरीवाल प्रशासन की लोकप्रियता को कम कर दिया. जनता ने बदलाव का फैसला किया, और इसका सीधा असर चुनावी नतीजों में दिखा. वहीं भाजपा इस जीत से पूरी तरह बम-बम है. The post दवा, दारू, दर, दीन और कालिंदी, AAP के अरविंद केजरीवाल की हार की 5 बड़ी वजह appeared first on Naya Vichar.

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Relationship Tips: गर्लफ्रेंड के सामने खाना ऑर्डर करते समय याद रखें ये 5 बातें, बढ़ेगा इंप्रेशन

Relationship Tips: जब आप अपनी गर्लफ्रेंड के साथ डेट पर जाते हैं, तो खाने का ऑर्डर करना सिर्फ एक सामान्य काम नहीं होता, बल्कि यह आपके व्यक्तित्व और समझदारी को भी दर्शाता है. गलत ऑर्डरिंग से आपका इंप्रेशन खराब हो सकता है, जबकि स्मार्ट तरीके से ऑर्डर देने पर आपकी छवि निखर सकती है. अगर आप पहली बार गर्लफ्रेंड के साथ बाहर खाना खाने जा रहे हैं, तो इन 5 बातों का जरूर ध्यान रखें (things to remember while ordering food). Relationship tips: गर्लफ्रेंड के सामने खाना ऑर्डर करते समय याद रखें ये 5 बातें, बढ़ेगा इंप्रेशन 1. उसकी पसंद को पहले समझें खाने का ऑर्डर देने से पहले यह जान लें कि आपकी गर्लफ्रेंड को क्या पसंद है. अगर वह शाकाहारी है और आप नॉनवेज ऑर्डर कर दें, तो यह अजीब स्थिति पैदा कर सकता है. इसलिए बातचीत में उसकी पसंद-नापसंद का ध्यान रखें और उसी के अनुसार मेन्यू से डिश चुनें. 2. बहुत ज्यादा महंगा या सस्ता ऑर्डर करने से बचें अगर आप बहुत महंगा ऑर्डर करेंगे, तो हो सकता है कि आपकी गर्लफ्रेंड असहज महसूस करे और बहुत सस्ता ऑर्डर करने से आप कंजूस लग सकते हैं. बैलेंस बनाकर ऐसा ऑर्डर करें जो क्वालिटी और बजट दोनों के हिसाब से सही हो. 3. एक्सपेरिमेंट करने से बचें अगर आप किसी नई डिश को ट्राई करने का सोच रहे हैं, तो पहले गर्लफ्रेंड की राय जरूर लें. कई बार एक्सपेरिमेंटल फूड पसंद नहीं आता और पूरा मूड खराब हो सकता है. बेहतर होगा कि ऐसी डिश ऑर्डर करें जो दोनों को पसंद हो और जिसे आप पहले भी खा चुके हों. 4. जरूरत से ज्यादा ऑर्डर न करें अगर आप जरूरत से ज्यादा खाना ऑर्डर कर देंगे और उसे खत्म नहीं कर पाएंगे, तो यह वेस्टेज लगेगा और आपके प्लानिंग स्किल्स पर सवाल खड़े कर सकता है. इसलिए सोच-समझकर उतना ही ऑर्डर करें, जितना खाया जा सके. 5. अच्छे से बिहेव करें और ऑर्डर करने का तरीका सही रखें ऑर्डर देते समय स्टाफ से अच्छे से बात करें, क्योंकि आपका व्यवहार आपकी गर्लफ्रेंड पर गहरा प्रभाव डाल सकता है. अगर आप वेटर से रुखे तरीके से बात करेंगे या ऑर्डर देते समय जल्दबाजी करेंगे, तो यह आपके नेचर को दर्शाएगा. शांत और विनम्र होकर ऑर्डर दें ताकि आप एक जेंटलमैन लगें. गर्लफ्रेंड के सामने खाना ऑर्डर करना सिर्फ खाने से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह आपकी समझदारी और केयरिंग नेचर को भी दिखाता है. अगर आप इन 5 टिप्स को ध्यान में रखेंगे, तो आपका इंप्रेशन अच्छा बनेगा और आपकी डेट का अनुभव और भी शानदार हो जाएगा. Also Read: Valentine’s Day Gift Ideas: अपनी गर्लफ्रेंड को बिल्कुल गिफ्ट न करें ये 3 चीजें Also Read: Do you know: लड़कियों को नहीं पसंद होती लड़कों की ये 10 आदतें The post Relationship Tips: गर्लफ्रेंड के सामने खाना ऑर्डर करते समय याद रखें ये 5 बातें, बढ़ेगा इंप्रेशन appeared first on Naya Vichar.

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