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February 10, 2025

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Saif Ali Khan Attack: हमले के बाद सैफ ऑटो से अस्पताल क्यों गए थे? एक्टर बोले- जब तक कि आप रात में बाहर…

16 जनवरी को बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान के घर आधी रात को एक चोर घुस आया था. इस दौरान उस चोर ने उनपर हमला किया और इसमें एक्टर को छह जगह चोट आई थी. हमले के बाद एक्टर को लीलावती अस्पताल में एडमिट कराया गया था और वहां उनकी सर्जरी हुई थी. अब एक इंटरव्यू में सैफ ने बताया कि अटैक के बाद ऑटो से अस्पताल क्यों गए थे. सैफ अली खान के घर पर हमले के वक्त कोई ड्राइवर क्यों नहीं था? सैफ अली खान पर जब हमला हुआ तो वह ऑटो से लीलावती अस्पताल गए थे क्योंकि उनके घर पर ड्राइवर नहीं था. दिल्ली टाइम्स से बात करते हुए इसपर एक्टर ने कहा, ”पूरी रात घर पर कोई नहीं रूकता. सबको घर जाना होता है. हमारे घर में कुछ लोग रहते हैं, लेकिन ड्राइवर नहीं. जब तक कि आप रात में बाहर न जा रहे हों या कोई जरूरी काम न हो, तब आप उन्हें घर पर ही रहने के लिए कहते हैं. मैं गाड़ी चला लेता अगर मुझे चाभी मिल जाती. सौभाग्य से, मुझे ऐसा नहीं मिला. मुझे शायद अपनी पीठ को ज्यादा नहीं हिलाना चाहिए था. मैं पूरी तरह से होश में था. ड्राइवर को पहुंचने में समय लगता, इसलिए ऑटो लिया.” सैफ अली खान इतनी जल्दी कैसे ठीक हो गए? सैफ अली खान ने अपने जल्दी ठीक होने पर लोगों को हैरान होने पर बात की. एक्टर ने कहा, ”मुझे लगता है कि इस तरह की किसी भी चीज पर सबकी रिएक्शन होगी. कुछ लोग इसका मजाक उड़ाएंगे. कुछ लोग इसका विश्वास नहीं करेंगे, लोग मजाक उड़ाएंगे. मुझे लगता है कि ये ठीक है क्योंकि यही दुनिया को रंग देता है. ऐसा कुछ होने पर लोगों की सहानुभूतिपूर्ण होती, तो ये सपाट और नीरस होती. मैंने इसकी उम्मीद की और इसपर रिएक्ट करने की कोई जरूरत नहीं है.” यह भी पढ़े: Saif Ali Khan Attack: सैफ ने सुनाया उस खौफनाक रात की कहानी, बताया- जेह रो रहा था और नैनी चीख रही थी… यह भी पढ़े: Saif Ali Khan Attack: आधी रात में सैफ को जख्मी हालत में हॉस्पिटल पहुंचाने वाले ऑटो ड्राइवर को मिला कितने रुपये का इनाम? The post Saif Ali Khan Attack: हमले के बाद सैफ ऑटो से अस्पताल क्यों गए थे? एक्टर बोले- जब तक कि आप रात में बाहर… appeared first on Naya Vichar.

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Viral Video : बंधकों की रिहाई पर क्यों भड़का इजराइल, देखें क्या है वीडियो में

Viral Video : एक वीडियो इजराइल डिफेंस फोर्स ने जारी किया है. वीडियो शेयर करते हुए लिखा गया, ”हमास बंधकों की रिहाई कर रहा है, लेकिन वह दुष्प्रचार भी कर रहा है. देखिए कैसे वे अपने आतंकवाद की कहानी को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं. दुनिया को गुमराह करने के प्रयास में इसे मीडिया में जारी करते हैं. ” इस बीच, हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की हालत दयनीय होने से संबंधी नई रिपोर्ट सामने आई है. इसके बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर गाजा के साथ किए गए सीजफायर समझौते को आगे बढ़ाने का दबाव बढ़ गया है. देखें वीडियो To Hamas, a hostage release is a propaganda opportunity. Watch as they twist the story of their terrorism, and publish it in the media in an attempt to manipulate the world. pic.twitter.com/ICicwW6eHJ — Israel Defense Forces (@IDF) February 9, 2025 वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने उस रुख पर कायम हैं कि अमेरिका फिलिस्तीनी इलाके पर कब्जा करेगा. संघर्ष विराम की दूसरे चरण की बातचीत तीन फरवरी से शुरू होनी थी, लेकिन इजराइल और हमास के बीच कोई खास डेवलपमेंट देखने को नहीं मिला, जबकि इजराइली सेनाएं समझौते के तहत रविवार को गाजा गलियारे से हट गई हैं. The post Viral Video : बंधकों की रिहाई पर क्यों भड़का इजराइल, देखें क्या है वीडियो में appeared first on Naya Vichar.

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PM Modi US Visit: H-1B वीजा, टैरिफ और रक्षा सहयोग पर हो सकते हैं बड़े समझौते, 12 फरवरी से अहम दौरा

PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 फरवरी 2025 को अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस यात्रा के दौरान उनकी मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होगी. यह दौरा हिंदुस्तान-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने और व्यापारिक मुद्दों को सुलझाने की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है. दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, तकनीकी सहयोग और रक्षा जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है. व्यापारिक संबंधों में सुधार की उम्मीद हिंदुस्तान और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों में बीते कुछ वर्षों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. अमेरिका द्वारा लगाए गए कुछ टैरिफ और हिंदुस्तान की व्यापार नीतियों के कारण दोनों देशों के बीच व्यापार संतुलन प्रभावित हुआ था. इस दौरे के दौरान व्यापार शुल्क में राहत देने और नए समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है. टैरिफ और व्यापारिक बाधाओं में कमी अमेरिका चाहता है कि हिंदुस्तान अपने कुछ उत्पादों पर टैरिफ कम करे, जिससे अमेरिकी कंपनियों को हिंदुस्तानीय बाजार में अधिक पहुंच मिल सके. खासतौर पर, इलेक्ट्रॉनिक्स, चिकित्सा उपकरणों और कुछ रसायनों पर आयात शुल्क में कटौती करने पर बातचीत हो सकती है. इससे अमेरिका के लिए हिंदुस्तान में व्यापार करना आसान होगा और हिंदुस्तानीय कंपनियों को भी अमेरिकी बाजार में अधिक अवसर मिल सकते हैं. लघु व्यापार समझौते पर चर्चा हिंदुस्तान और अमेरिका एक सीमित व्यापार समझौते (Mini Trade Deal) पर चर्चा कर सकते हैं. इस समझौते से 2019 में खत्म किए गए जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंसेज (GSP) को फिर से लागू करने पर बात हो सकती है. GSP बहाल होने से हिंदुस्तानीय उत्पादों को अमेरिकी बाजार में कम शुल्क के साथ प्रवेश मिल सकता है, जिससे हिंदुस्तान के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा. रणनीतिक और रक्षा साझेदारी में विस्तार अमेरिका और हिंदुस्तान के बीच रक्षा और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा होगी. रक्षा क्षेत्र में हिंदुस्तान अमेरिकी कंपनियों से अत्याधुनिक हथियार और रक्षा तकनीक खरीद सकता है. इसके अलावा, हिंदुस्तान की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अमेरिका से तेल और गैस के आयात को लेकर नए करार भी हो सकते हैं. हिंदुस्तानीय पेशेवरों के लिए वीजा सुधार एच-1बी वीजा हिंदुस्तानीय आईटी पेशेवरों के लिए बेहद अहम है. अमेरिका में हिंदुस्तानीय आईटी पेशेवरों की बड़ी संख्या काम करती है, लेकिन बीते वर्षों में वीजा प्रक्रिया सख्त हो गई थी. इस दौरे में मोदी प्रशासन एच-1बी वीजा की प्रक्रिया को सरल बनाने और हिंदुस्तानीय पेशेवरों को अधिक अवसर दिलाने पर चर्चा कर सकती है. Also Read : मोदी प्रशासन आज ले सकती है बड़ा फैसला, नए आयकर विधेयक को मिल सकती है मंजूरी The post PM Modi US Visit: H-1B वीजा, टैरिफ और रक्षा सहयोग पर हो सकते हैं बड़े समझौते, 12 फरवरी से अहम दौरा appeared first on Naya Vichar.

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पाकिस्तान में लागू होगा आर्टिकल 245, आर्मी-रेंजर उतरेंगे जमीन पर, बदल जाएंगे नियम, लेकिन क्या इतिहास भी बदलेगा?

एक बंटवारा हुआ, नक्शे पर एक लकीर खींची गई और दो मुल्क वजूद में आ गए Article 245: दुनिया के अहले सफे पर 1947 में एक मुल्क तकसीम हुआ, नाम पड़ा पाकिस्तान. बनाने वालों ने करोड़ों खून की कुर्बानी पर अपनी जिद पूरी की और एक महान देश को छिन्न भिन्न कर दिया. इस चाह में कि कौम की तरक्की और इज्जत तभी बरकरार रहेगी जब हम अलग होंगे. लेकिन 20वीं सदी में दहशत की राख अब तक वहां उड़ रही है. हर साल मासूमों की जिंदगी बिना किसी निशान के अतीत बनते जा रहे है और हिंदुस्तानीय प्रायद्वीप में शांति की बाट जोहती रूहें दुनिया से रुखसत हो रही हैं. पाकिस्तान की तरक्की का आलम ये है कि उसे एक अदद अंतर्राष्ट्रीय आयोजन करवाने के लिए अपने आईन (संविधान) की सबसे कड़े नियम को लगाना पड़ रहा है. पाकिस्तान में हिंदुस्तान की ही तरह क्रिकेट का खुमार सबसे ज्यादा है. लेकिन दो विश्वकप (वनडे और टी20) जीत चुके इस देश को आईसीसी ने किसी आयोजन के लिए 28 साल बाद काबिल माना है. यानी 1996 के विश्वकप के बाद उसे दोबारा अब चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी का अवसर मिला है. लेकिन वह भी आधा-अधूरा, क्योंकि हमसाया मुल्क हिंदुस्तान ने अपनी टीम को खुद से अलग हुए देश में अपनी टीम भेजने से मना कर दिया है. कारण बना आतंक. पाकिस्तान परस्त आतंकवाद की मार से त्रस्त हिंदुस्तान ने 2006 के बाद से जिन्ना के बनाए ‘जन्नत’ में कदम नहीं रखा है. श्रीलंका के खिलाड़ियो के ऊपर 2009 में हुए जानलेवा हमले के बाद से उसका नाम और भी खराब हो गया. एक दशक तक कई टीमों ने वहां का दौरा नहीं किया. लेकिन अब ऐसा लगता है कि पाकिस्तान ने अपने इतिहास में अब बदलाव करने की ठानी है. चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान ने अपने संविधान के अनुच्छेद 245 को लागू करने का फैसला किया है. यह पाकिस्तान के आतंकवाद निरोधक अधिनियम, 1997 के तहत की जा रही है. क्योंकि उसे अब अपना नाम बेहतर करना है. पाकिस्तान के न्यूज टीवी जियो टीवी के अनुसार इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान अपनी आर्मी और रेंजर्स की तैनाती भी करेगा, इसके लिए केंद्रीय प्रशासन से अनुमति मिल गई है. शहबाज शरीफ की प्रशासन कुल 12,664 अधिकारियों को तैनात करेगी. इनमें से 7,618 अधिकारी लाहौर में तैनात होंगे, जबकि 4,535 अधिकारी रावलपिंडी में सुरक्षा का प्रबंधन करेंगे. इसके अलावा, विशेष शाखा के 411 अधिकारी परिचालन दक्षता बढ़ाएंगे. पाकिस्तान का अनुच्छेद 245 सेना की तैनाती और उसकी जिम्मेदारियों से जुड़ा है. यह प्रशासन को आंतरिक सुरक्षा और बाहरी खतरों से निपटने के लिए सेना बुलाने का अधिकार देता है. इसके तहत, सेना देश की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम कर सकती है. यदि सेना को किसी क्षेत्र में तैनात किया जाता है, तो वहां नागरिक अदालतों के अधिकार सीमित हो सकते हैं. पाकिस्तानी संविधान में अनुच्छेद 17 के तहत प्रदत्त स्वतंत्रता के अधिकार भी बहुत हद तक सीमित हो जाते हैं. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद भी इसे लगाया गया था. पाकिस्तान में इसका इस्तेमाल कोई नई बात नहीं है. लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी जैसे आयोजन के लिए भी उसे काफी मेहनत करनी पड़ रही है. 1947 में देश के गठन के बाद भारी हिंसा हुई थी और 1951 के बाद से कई बार सेना ने नियंत्रण अपने हाथ में लिया. पाकिस्तान में 1958-1971, 1977-1988 और 1999-2008 के दौरान सैन्य शासन रहा, जिससे कई दशक मिलिट्री रूल के अधीन गिने जाते हैं. हाल के महीनों में, वहां के राजनेता और नेता फिर से सैन्य शासन की आशंका जता रहे थे. लेकिन चुनाव के बाद इमरान खान की हार ने माहौल कुछ हद तक शांत रखा है. लेकिन यह चिंगारी कब सुलग जाए कहा नहीं जा सकता. पाकिस्तान के मशहूर शायर हबीब जालिब ने मुल्क की इसी व्यवस्था पर तंज करते हुए एक शेर लिखा, जो काफी प्रसिद्ध रहा था- हुक्मरां हो गए कमीने लोगख़ाक में मिल गए नगीने लोगहर मुहिब्ब-ए-वतन ज़लील हुआरात का फ़ासला तवील हुआ आमिरों के जो गीत गाते रहेवही नाम-ओ-दाद पाते रहेरहज़नों ने रहज़नी की थीरहबरों ने भी क्या कमी की थी यह शायरी समाज की सच्चाई को बयां करती है, जहां सत्ता में बैठे लोग बेईमान हो चुके हैं और ईमानदार लोग हाशिए पर चले गए हैं. देशभक्तों को अपमान सहना पड़ा और अंधकार की रात और लंबी हो गई. जो लोग ताकतवरों की प्रशंसा करते रहे, उन्हें ही शोहरत और सम्मान मिला. लुटेरों ने अपनी लूट जारी रखी, लेकिन सबसे बड़ा दुख यह था कि मार्गदर्शकों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी. पाकिस्तान का यह हश्र शायद इसी चापलूसी और जिद का फलसफा है. खैर, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) हाल ही में अंतिम समय तक तैयारियों को अधूरा छोड़ने के लिए आलोचनाओं का शिकार हुआ था. लेकिन शुक्रवार को भव्य उद्घाटन समारोह में पुनर्निर्मित गद्दाफी स्टेडियम को जनता के लिए खोल दिया. अगले दिन 8 फरवरी को पाकिस्तान ने पहले मैच में न्यूजीलैंड का सामना किया. त्रिकोणीय टूर्नामेंट के पहले मैच में उन्हें न्यूजीलैंड के हाथों 78 रनों से हार का सामना करना पड़ा. यह सारी कवायद चैंपियंस ट्रॉफी को सुरक्षित करवा लेने के लिए है ताकि किसी तरह इस मुल्क में शांति की बहाली हो सके. पाकिस्तान अपने इतिहास के नाजुक मोड़ पर खड़ा है, अगर यह आयोजन शांत और सुरक्षित बीत गया तो वाहवाही मिलेगी और अगर कोई चूक हुई तो मुल्क की डगर और भी मुश्किल होने वाली है. इस टूर्नामेंट में मेजबान और गत चैंपियन पाकिस्तान 19 फरवरी को न्यूजीलैंड के खिलाफ कर्टेन-रेजर के दौरान कराची के नेशनल बैंक स्टेडियम में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 अभियान की शुरुआत करेगा. इसके बाद पाकिस्तानी टीम दुबई जाएगी, जहां 23 फरवरी को उसका मुकाबला चिर प्रतिद्वंद्वी हिंदुस्तान से होगा. इस टूर्नामेंट में हिंदुस्तान अपना पहला मुकाबला 20 फरवरी को बांग्लादेश से करेगा. आईसीसी के हाथों में बंद क्रिकेट की नियति हर बार यही तय करती है कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान एक ही ग्रुप में रहें और इस बार भी यही हुआ है. आठ टीमों का यह टूर्नामेंट, जिसमें 15 मैच शामिल हैं, 19 फरवरी से 9 मार्च तक पाकिस्तान और दुबई में तीन स्थानों – कराची,

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Gold-Silver Price: सोने-चांदी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी, जानें आज का ताजा भाव

Gold-Silver Price: फरवरी के महीने में सोने की कीमतें लगातार नए रिकॉर्ड बना रही हैं. हर दिन बढ़ती कीमतों से आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आज भी सोने के दाम उच्चतम स्तर पर बने हुए हैं. चांदी के दाम भी ऊंचाई पर चांदी की कीमतें भी स्थिर बनी हुई हैं और यह एक लाख रुपये प्रति किलो के करीब कारोबार कर रही है. हालांकि, सोने की तुलना में इसमें थोड़ी स्थिरता देखी जा रही है. आज का सोना-चांदी रेट (10 फरवरी 2025) 22 कैरेट सोना – ₹7,959 प्रति ग्राम 24 कैरेट सोना – ₹8,681 प्रति ग्राम चांदी – ₹99.40 प्रति ग्राम या ₹99,400 प्रति किलोग्राम देश के प्रमुख शहरों में सोने के दाम शहर 22 कैरेट सोना (₹/ग्राम) 24 कैरेट सोना (₹/ग्राम) नई दिल्ली 7,959 8,681 लखनऊ 7,959 8,681 पटना 7,949 8,671 मुंबई 7,944 8,666 कोलकाता 7,944 8,666 Also Read : जानें इतिहास के सबसे अमीर मुसलमान के बारे में, 18 टन सोना और 60,000 गुलामों के साथ किया था मक्का की यात्रा The post Gold-Silver Price: सोने-चांदी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी, जानें आज का ताजा भाव appeared first on Naya Vichar.

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फाल्गुन मास इस दिन से होगा शुरू, यहां जानें जरूरी नियम

Falgun Month 2025 Start Date: फाल्गुन का महीना माघ की पूर्णिमा के बाद प्रारंभ होता है. हिंदू धर्म में फाल्गुन का महीना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस महीने में महाशिवरात्रि और होली जैसे प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं. इस अवधि में अनेक धार्मिक और मांगलिक कार्य संपन्न होते हैं. इस महीने का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि इसी समय भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. फाल्गुन माह 2025 की तिथि और समय पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह की प्रतिपदा तिथि 13 फरवरी की रात 08 बजकर 21 मिनट पर प्रारंभ हो रही है. इस प्रकार, फाल्गुन माह की शुरुआत 13 फरवरी से होगी. वहीं, इस माह का समापन 13 मार्च को होगा. कुंभ संक्रांति पर इन चीजों का ना करें दान, नहीं मिलेगा पुण्य के फल फाल्गुन मास में क्या करें फाल्गुन मास के दौरान भगवान शिव की पूजा अर्चना करना आवश्यक है. प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए. इस मास में प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करना अत्यंत महत्वपूर्ण है. भगवान शिव के स्रोत का पाठ भी इस समय शुभ माना जाता है. इसके अतिरिक्त, फाल्गुन मास में भगवान कृष्ण को नए वस्त्र अर्पित करना चाहिए. ऐसा करने से भगवान कृष्ण के साथ-साथ भगवान शिव की कृपा भी प्राप्त होती है. फाल्गुन मास में अन्न का दान करना सर्वोत्तम माना जाता है. इस महीने में किसी भी प्रकार का अन्न भगवान को दान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. अन्न का दान करने से घर में समृद्धि बनी रहती है. फाल्गुन माह में क्या न करें फाल्गुन माह में मांस, मदिरा और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए. इस माह में बुजुर्गों और स्त्रीओं का अपमान न करें. ऐसा करने से देवी-देवता नाराज हो सकते हैं. किसी के प्रति नकारात्मक विचार न रखें. घर और मंदिर को गंदा न करें. The post फाल्गुन मास इस दिन से होगा शुरू, यहां जानें जरूरी नियम appeared first on Naya Vichar.

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Mahakumbh Traffic Jam Video : प्रयागराज संगम स्टेशन बंद, सड़क पर घंटों फंसे रहे श्रद्धालु, महाकुंभ में जाम से लोग परेशान

Mahakumbh Traffic Jam Video : प्रयागराज में रविवार को महाकुंभ मेले के मार्गों पर कई किलोमीटर तक टैफिक जाम नजर आया. प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन के बाहर बहुत ज्यादा भीड़ होने से स्टेशन बंद कर दिया गया. मेला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, रविवार शाम आठ बजे तक 1.57 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया. 13 जनवरी से नौ फरवरी तक 43.57 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं. श्रद्धालुओं के लिए इमरजेंसी व्यवस्था की जाए: अखिलेश यादव इसको लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रिएक्शन दिया. उन्होंने प्रशासन से फंसे हुए श्रद्धालुओं के लिए इमरजेंसी व्यवस्था करने को कहा. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जाम की स्थिति के संबंध में ‘एक्स’ पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, ‘‘प्रयागराज महाकुंभ में फंसे करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए तुरंत आपातकालीन व्यवस्था की जाए. हर तरफ जाम में भूखे-प्यासे, बेहाल और थके तीर्थयात्रियों को मानवीय दृष्टि से देखा जाए. आम श्रद्धालु क्या इंसान नहीं हैं?’’ प्रयागराज महाकुंभ में फँसे करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए तुरंत आपातकालीन व्यवस्था की जाए। हर तरफ़ से जाम में भूखे, प्यासे, बेहाल और थके तीर्थयात्रियों को मानवीय दृष्टि से देखा जाए। आम श्रद्धालु क्या इंसान नहीं है? प्रयागराज में प्रवेश के लिए लखनऊ की तरफ़ 30 किमी पहले से ही नवाबगंज… pic.twitter.com/1JXmzgDEGI — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 9, 2025 पैदल ही संगम घाट के लिए निकल रहे श्रद्धालु रायबरेली से आए श्रद्धालु राम कृपाल ने बताया कि लखनऊ-प्रयागराज राजमार्ग पर फाफामऊ से पहले वह 5 घंटे जाम में फंसे रहे. फिर किसी तरह बेला कछार में वाहन खड़ा कर पैदल ही वहां से संगम घाट के लिए निकल पड़े. वाहनों की संख्या बहुत अधिक : कुलदीप सिंह एडीसीपी (यातायात) कुलदीप सिंह ने कहा, “वाहनों की संख्या बहुत अधिक है. यात्री इस कोशिश में हैं कि वे नजदीक से नजदीक आएं. इसकी वजह से लंबा जाम लग रहा है. हमें मौनी अमावस्या वाली व्यवस्था लागू करनी पड़ रही है.” सिंह के अनुसार, मौनी अमावस्या पर जितनी भीड़ आई थी, लगभग उतनी ही भीड़ अब आ रही है. उन्होंने कहा कि मौनी अमावस्या पर मेला क्षेत्र के नजदीक की पार्किंग पहले भरी जा रही थी. उसके बाद दूर की पार्किंग भरी जा रही थी. Prayagraj: devotees rest at an abandoned railway station during the ongoing mahakumbh mela एडीसीपी (यातायात) ने बताया, “दूर की पार्किंग 50 प्रतिशत भर गई है. नजदीक वाली पार्किंग छोटी पार्किंग है, जबकि दूर वाली पार्किंग बड़ी है. उदाहरण के तौर पर आईईआरटी और बघाड़ा पार्किंग (मेला क्षेत्र के नजदीक) की क्षमता चार से पांच हजार वाहनों को खड़े करने की है, जबकि दूर की पार्किंग जैसे नेहरू पार्क और बेला कछार की पार्किंग में 20-25 हजार वाहन आ सकते हैं.” उन्होंने बताया कि स्नान पर्व पर स्थानीय लोगों के वाहन नहीं चलते हैं, लेकिन अभी सभी तरह के वाहन चल रहे हैं. अगले कुछ दिनों तक श्रद्धालुओं की भीड़ कम होने के आसार नहीं दिखते. प्रयागराज संगम स्टेशन बंद इस बीच, वरिष्ठ मंडलीय वाणिज्यिक प्रबंधक (उत्तर रेलवे), लखनऊ कुलदीप तिवारी ने कहा, “चूंकि प्रयागराज संगम स्टेशन के बाहर भारी भीड़ की वजह से यात्रियों को स्टेशन से बाहर निकलने में बाधा आ रही थी, ऐसे में प्रयागराज संगम स्टेशन को बंद करने का निर्णय लिया गया है.” वहीं, उत्तर मध्य रेलवे ने महाकुंभ 2025 में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रयागराज जंक्शन स्टेशन पर अग्रिम आदेश तक एकल दिशा में आवागमन की व्यवस्था लागू की है. ये भी पढ़ें : Mahakumbh Mela 2025 : महाकुंभ में पुलिस ने नहीं की लाठीचार्ज, झारखंड के पुराने वीडियो को वायरल करने वाले पर कार्रवाई उत्तर मध्य रेलवे के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा और सुगमता के लिए प्रवेश केवल शहर की ओर (प्लेटफ़ॉर्म नंबर 1 की ओर) से दिया जाएगा. निकासी केवल ‘सिविल लाइंस’ की तरफ से होगी. उन्होंने बताया कि अनारक्षित टिकट वाले यात्रियों को दिशावार यात्री आश्रय की ओर से प्रवेश दिया जाएगा. टिकट की व्यवस्था यात्री आश्रयों में अनारक्षित टिकट काउंटर, एटीवीएम और मोबाइल टिकटिंग के रूप में रहेगी. मालवीय के अनुसार, इसी प्रकार आरक्षित टिकट वाले यात्रियों को प्रवेश गेट संख्या पांच से दिया जाएगा और उन्हें ट्रेन आने से आधे घंटे पहले प्लेटफॉर्म पर जाने की अनुमति मिलेगी. Mahakumbh traffic jam video : प्रयागराज संगम स्टेशन बंद, सड़क पर घंटों फंसे रहे श्रद्धालु, महाकुंभ में जाम से लोग परेशान 3 The post Mahakumbh Traffic Jam Video : प्रयागराज संगम स्टेशन बंद, सड़क पर घंटों फंसे रहे श्रद्धालु, महाकुंभ में जाम से लोग परेशान appeared first on Naya Vichar.

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Loveyapa Box Office Collection Day 3: वीकेंड में ही लवयापा का हुआ डब्बा बंद, 3 दिन में ही बजा बैंड, जानें कलेक्शन

Loveyapa Box Office Collection Day 3: वैलेंटाइन वीक की शुरुआत में आमिर खान के बेटे जुनैद खान और श्रीदेवी की बेटी खुशी कपूर की फिल्म लवयापा 7 फरवरी को रिलीज हुई. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर संघर्ष कर रही है. अद्वैत चंदन की ओर से निर्देशित .ये फिल्म 2022 की हिट फिल्म ‘लव टुडे’ की हिंदी रीमेक है.7 फरवरी को ही हिमेश रेशमिया की बैडएस रविकुमार रिलीज हुई. लवयापा से बेहतर बैडएस रविकुमार सिनेमाघरों में परफॉर्म कर रही है. स्टार किड्स की पहली फिल्म ने तीसरे दिन कितनी कमाई की, चलिए आपको बताते हैं. ‘लवयापा’ ने पहले रविवार को इतनी कमाई की ‘लवयापा’ को हिमेश रेशमिया की ‘बैडएस रविकुमार’ से कड़ी टक्कर मिल रही है. ओपनिंग डे पर फिल्म ने सिर्फ 1.15 करोड़ रुपये का बिजनेस किया था. सैकनिल्क रिपोर्ट के अनुसार, रविवार 9 फरवरी को फिल्म लवयापा ने 1.65 करोड़ रुपये का बिजनेस किया. पहले वीकेंड पर फिल्म की कमाई सिर्फ 4.45 करोड़ रुपये हुई. लवयापा बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पहला दिन-1.15 करोड़ रुपये लवयापा बॉक्स ऑफिस कलेक्शन दूसरा दिन- 1.65 करोड़ रुपये लवयापा बॉक्स ऑफिस कलेक्शन तीसरा दिन- 1.65 करोड़ रुपये लवयापा की कुल कमाई- 4.45 करोड़ रुपये लवयापा को लेकर आमिर खान ने कहा- मुझे यह फिल्म पसंद आई आमिर खान ने अपने बेटे जुनैद खान की फिल्म लवयापा को लेकर एएनआई से कहा, “मैंने रफ कट देखा है. मुझे यह फिल्म पसंद आई. यह बहुत मनोरंजक है. सेलफोन की वजह से आजकल हमारी जिंदगी किस तरह बदल गई है और इसकी वजह से हमारी जिंदगी में क्या-क्या दिलचस्प चीजें घटित होती हैं, यह सब इसमें दिखाया गया है. एक्टर्स ने अच्छा काम किया है. जब मैंने फिल्म देखी और खुशी कपूर को देखा, तो मुझे लगा कि मैं श्रीदेवी को देख रहा हूं. उनकी ऊर्जा वहां थी, मैं देख सकता था. मैं श्रीदेवी का बहुत बड़ा फैन हूं.” यह भी पढ़ें- Badass Ravikumar Box Office 3: हिमेश रेशमिया की बैडएस रविकुमार तीसरे दिन हिट हुई या फ्लॉप? रविवार को छापे इतने करोड़ यह भी पढ़ें- Loveyapa First Review: करण जौहर ने फिल्म लवयापा का किया पहला रिव्यू, कहा- 2025 की पहली प्रेम कहानी… The post Loveyapa Box Office Collection Day 3: वीकेंड में ही लवयापा का हुआ डब्बा बंद, 3 दिन में ही बजा बैंड, जानें कलेक्शन appeared first on Naya Vichar.

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BJP किसी महिला चेहरे को बना सकती है सीएम! आखिर क्यों लग रहे कयास

BJP Delhi CM: दिल्ली में नतीजों के बाद बीजेपी के अंदर सीएम बनाने को लेकर कवायाद तेज हो गई है. इस बार कयास लगाया जा रहा है कि बीजेपी किसी स्त्री चेहरे को सीएम बना सकती है. लेकिन वो चेहरा कौन होगा इसको लेकर खूब चर्चा है. बीजेपी का प्लान दिल्ली में केजरीवाल के खिलाफ स्थाई तौर पर मजबूत चेहरा देने पर है. ऐसे कुछ नामों की चर्चा खूब हो रही आइए आपको बताते हैं. क्यों हो रही स्त्री स्त्री सीएम की बात देश में इस वक्त 15 से अधिक राज्यों में बीजेपी की प्रशासन है. किसी भी राज्य में बीजेपी ने कोई सीएम नहीं बनाया है. ऐसे में एक स्त्री को जिम्मेदारी देना पार्टी के लिए नेतृत्वक तौर पर बड़ा कदम माना जाएगा. दिल्ली में स्त्री वोटर्स ने अच्छी संख्या में बीजेपी को वोट किया है और ऐसे में अगर पार्टी सुषमा स्वराज के बाद दूसरा कोई स्त्री सीएम बनाएगी तो इसका फायदा मिल सकता है. वहीं अरविंद केजरीवाल के सामने बड़ी चुनौती बन सकती हैं. फिलहाल पार्टी के अंदर कई बड़े बड़े चेहरों पर चर्चा चल रही है. कई स्त्री चेहरों पर हो रही चर्चा दिल्ली में बीजेपी के स्त्री चेहरों कि बात करें तो ग्रेटर कैलाश सीट से चुनाव जीतकर आई शिखा राय का नाम आगे चल रहा है. शिखा राय पहले मेयर भी रह चुकी हैं. इसके अलावा बीजेपी विधायक रेखा गुप्ता और पूर्व संसाद मीनाक्षी लेखी भी चर्चा में हैं. सबसे ज्यादा चर्चित स्त्री चेहरे में चर्चा नई दिल्ली सीट से सांसद बांसुरी स्वराज की हो रही है. बांसुरी स्वराज पूर्व सीएम सुषमा स्वराज की बेटी हैं और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ खुलकर बोलती रही हैं. हालाकी अभी सिर्फ कयास ही है अंतिम निर्णय बीजेपी आलाकमान लेगी. यह भी पढ़ें.. स्त्री, सिख या फिर बिहारी फैक्टर… कौन बन सकता है दिल्ली का अगला सीएम? यह भी पढ़ें.. Delhi New Cabinet Formation: बीजेपी इन बड़े चेहरों को दे सकती है मंत्रिमंडल में जगह! देखें लिस्ट The post BJP किसी स्त्री चेहरे को बना सकती है सीएम! आखिर क्यों लग रहे कयास appeared first on Naya Vichar.

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कुंभ संक्रांति पर इन चीजों का ना करें दान, नहीं मिलेगा पुण्य के फल

Kumbh Sankranti 2025: कुंभ संक्रांति एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो सूर्य और शनि देव से संबंधित है. इस दिन सूर्य देव शनि की राशि कुंभ में प्रवेश करते हैं. यह दिन सूर्य के राशि परिवर्तन का प्रतीक है, जब वह मकर राशि से कुंभ राशि में आते हैं. संक्रांति तिथि का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व अत्यधिक है. इस दिन स्नान, दान, जप और पूजा-पाठ करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है. गंगा स्नान और दान करने से पापों का नाश होता है और सूर्य देव की कृपा से जीवन में सुख और समृद्धि आती है. कुंभ संक्रांति का शुभ मुहूर्त पंचांग के अनुसार, कुंभ संक्रांति का पवित्र समय 12 फरवरी को प्रातः 07:45 बजे से आरंभ होकर दोपहर 12:30 बजे तक रहेगा. इस अवधि में किए गए दान और पूजा का फल अत्यधिक लाभकारी होता है. महाशिवरात्रि के अवसर पर घर ले आएं ये चीजें, मिलेगा शुभफल कुंभ संक्रांति पर इन चीजों का नहीं करें दान कुंभ संक्रांति के अवसर पर सूर्य शनि की राशि कुंभ में प्रवेश करते हैं. इस दिन इन दोनों ग्रहों से संबंधित वस्तुओं का दान करना आवश्यक है. ऐसा करने से शनि के प्रभाव से छुटकारा मिलता है. कुंभ संक्रांति के अवसर पर कपड़ों का दान करना आवश्यक है, लेकिन यह सुनिश्चित करें कि कपड़े कहीं से भी कटे या फटे न हों. दान में सदैव उपयोगी, नई या स्वच्छ वस्तुएं होनी चाहिए. खराब वस्त्रों का दान करने से शनि देव नाराज होते हैं. कुंभ संक्रांति के दिन तेल का दान करना शुभ नहीं माना जाता है. शनि के नकारात्मक प्रभाव के कारण व्यक्ति की प्रगति, वैवाहिक जीवन और नौकरी में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. कुंभ संक्रांति पर लोहे की वस्तुओं का दान करने से बचना चाहिए. शास्त्रों में इसे अशुभ माना गया है. इसके स्थान पर तांबे या पीतल की वस्तुओं का दान करना अधिक उचित है. The post कुंभ संक्रांति पर इन चीजों का ना करें दान, नहीं मिलेगा पुण्य के फल appeared first on Naya Vichar.

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