PM Modi US Visit: पीएम मोदी अमेरिका दौरे पर, ट्रंप से मुलाकात में उठेंगे कई अहम मुद्दे
PM Modi US Visit: हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय अमेरिका की यात्रा पर हैं और कुछ ही घंटों में वॉशिंगटन पहुंचने वाले हैं. यह यात्रा इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि यह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद पीएम मोदी का पहला दौरा है. ट्रंप द्वारा इतने कम समय में मोदी को आमंत्रित करना यह संकेत देता है कि दोनों देशों के बीच संबंधों को नई दिशा दी जा सकती है. हालांकि, इस दौरे में पीएम मोदी के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी कि वे ट्रंप को हिंदुस्तान के आर्थिक और सामरिक हितों को नुकसान पहुंचाने से कैसे रोकते हैं. किन मुद्दों पर होगी बातचीत? पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच होने वाली बैठक में व्यापार संतुलन, रक्षा सहयोग, आतंकवाद, हिंदुस्तान-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता, चीन की बढ़ती आक्रामकता, रूस-यूक्रेन युद्ध, H1B वीजा और अंतरराष्ट्रीय अपराध जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है. ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने कई देशों पर सख्त रवैया अपनाया है. वे गाजा संकट पर हमास को अल्टीमेटम दे चुके हैं, वहीं गाजावासियों को मिस्र और जॉर्डन में बसने का सुझाव देकर इन देशों को भी चुनौती दे चुके हैं. उनकी नीतियों से कई देश असहज महसूस कर रहे हैं. हाल ही में जॉर्डन के किंग को भी ट्रंप की सख्त नीतियों का सामना करना पड़ा. ऐसे में अब दुनिया की नजरें पीएम मोदी पर टिकी हैं, जो फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की तरह ट्रंप के करीबी दोस्त माने जाते हैं. अमेरिका रवाना होने से पहले पीएम मोदी और मैक्रों की मुलाकात हुई थी, जिसमें दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से एक-दूसरे को विदाई दी. इसे भी पढ़ें: फूट-फूटकर रोने लगे रणवीर इलाहाबादिया, वीडियो वायरल क्या ट्रंप का रवैया हिंदुस्तान के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है? प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप के बीच दोस्ती जगजाहिर है. चुनाव प्रचार के दौरान भी ट्रंप ने मोदी की जमकर तारीफ की थी, लेकिन उसी दौरान उन्होंने हिंदुस्तान को “टैरिफ किंग” भी कहा था. हाल ही में अमेरिका ने 104 हिंदुस्तानीयों को निर्वासित कर अमृतसर भेजा था, जिनके हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां थीं. यह दर्शाता है कि ट्रंप प्रशासन का हिंदुस्तान को लेकर रुख कुछ मामलों में सख्त भी हो सकता है. ट्रंप पहले ही कई देशों पर भारी कर लगा चुके हैं, ऐसे में सवाल उठता है कि वे हिंदुस्तान के साथ कैसा व्यवहार करेंगे? ट्रंप की बयानबाजी और नीतियां कभी-कभी अस्थिर होती हैं, जिससे उनके फैसलों का पूर्वानुमान लगाना मुश्किल हो जाता है. हिंदुस्तान कैसे साध सकता है ट्रंप को? पीएम मोदी इस सच्चाई को भलीभांति समझते हैं, इसलिए उन्होंने अमेरिका जाने से पहले अमेरिकी बाइक कंपनी हार्ले डेविडसन पर लगने वाले टैक्स को कम करने का ऐलान किया था. जानकारों का मानना है कि हिंदुस्तान ट्रंप को यह समझाने की कोशिश करेगा कि हिंदुस्तान अमेरिकी उत्पादों पर न्यूनतम टैक्स लगाता है, जबकि चीन इस मामले में काफी सख्त है. हिंदुस्तान ने हाल के वर्षों में अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियों को अपने बाजार में बड़ा स्थान दिया है. अमेज़न, माइक्रोसॉफ्ट, ओपन एआई जैसी कंपनियां हिंदुस्तान में अपने व्यापार का विस्तार कर रही हैं. वहीं, चीन ने अमेरिकी कंपनियों को अपनी वित्तीय स्थिति में इतना स्वतंत्र रूप से प्रवेश नहीं करने दिया. साथ ही, हिंदुस्तान ने अपनी परमाणु ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने के लिए अमेरिकी कंपनियों को कई अवसर प्रदान किए हैं. हिंदुस्तान और अमेरिका की रक्षा साझेदारी भी मजबूत हो रही है. हिंदुस्तान ने रूस पर अपनी सैन्य निर्भरता को धीरे-धीरे कम किया है और अमेरिका के साथ सैन्य सहयोग को बढ़ावा दिया है. ट्रंप के साथ बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है. इसे भी पढ़ें: रूस-यूक्रेन युद्ध अब होगा खत्म? डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन और जेलेंस्की से की बात गैंगस्टर्स के खिलाफ हिंदुस्तान-अमेरिका की संयुक्त कार्रवाई पीएम मोदी की यह यात्रा हिंदुस्तानीय गैंगस्टर्स के खिलाफ भी कड़ा संदेश दे सकती है. हिंदुस्तानीय सुरक्षा एजेंसियां जल्द ही अमेरिका में रह रहे कुख्यात अपराधियों की सूची अमेरिकी एजेंसियों को सौंप सकती हैं. इस सूची में गोल्डी बराड़, अनमोल बिश्नोई सहित 10 गैंगस्टर शामिल हो सकते हैं. हिंदुस्तान और अमेरिका के बीच हुए समझौते के तहत दोनों देश एक-दूसरे के यहां छिपे अपराधियों पर कार्रवाई करने में सहयोग करेंगे. पिछले आठ महीनों में इस विषय पर दोनों देशों के वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के बीच कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं. कौन हैं गोल्डी बराड़ और अनमोल बिश्नोई? अनमोल बिश्नोई, कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई है, जो इस समय अमेरिकी डिटेंशन सेंटर में बंद है. वह हिंदुस्तानीय एजेंसियों द्वारा वांटेड है और बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में शामिल माना जाता है. वहीं, गोल्डी बराड़ लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी है और उसका नाम पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या से जुड़ा हुआ है. जनवरी 2024 में उसे हिंदुस्तान में आतंकवादी घोषित किया गया था. इसे भी पढ़ें: सांप के फन को मुंह में दबाया! जानें फिर क्या हुआ? देखें वीडियो ट्रंप को हिंदुस्तान-अमेरिका रिश्तों को नई दिशा देनी होगी ट्रंप को यह समझना होगा कि हिंदुस्तान और अमेरिका के संबंध सिर्फ व्यापार तक सीमित नहीं हैं. हाल के वर्षों में हिंदुस्तान ने अमेरिका को कई आर्थिक और सामरिक लाभ दिए हैं, जिनमें अमेरिकी सैन्य उपकरणों की खरीद, परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग और अमेरिकी टेक कंपनियों को व्यापार अवसर देना शामिल हैं. हिंदुस्तान और अमेरिका के बीच बढ़ते सहयोग से दोनों देशों को फायदा होगा, और ट्रंप को अपनी नीतियों में इस संतुलन को बनाए रखना होगा. पीएम मोदी की यह यात्रा हिंदुस्तान-अमेरिका संबंधों के नए युग की शुरुआत कर सकती है. ट्रंप और मोदी की बैठक में उठने वाले मुद्दे आने वाले वर्षों में दोनों देशों के रिश्तों की दिशा तय कर सकते हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस दौरे से हिंदुस्तान को अपने हितों की रक्षा करने में सफलता मिलेगी या नहीं. इसे भी पढ़ें: मम्मी मुझे नहीं जाना, बर्तन-कपड़े धुलवाएंगे, दुल्हन का वीडियो वायरल The post PM Modi US Visit: पीएम मोदी अमेरिका दौरे पर, ट्रंप से मुलाकात में उठेंगे कई अहम मुद्दे appeared first on Naya Vichar.